बेतियाः दिसंबर 2019 में उतीर्ण सीटेट अभ्यर्थियों को बिहार शिक्षक बहाली में शामिल नहीं किया गया है. इससे नाराज अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतर कर विरोध जताया है. दर्जनों की संख्या में पास अभ्यर्थी प्रदर्शन करते हुए एमजेके कॉलेज से डीएम आवास पहुंचे. इस दौरान सीटेट पास अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी से मुलाकत कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. वहीं, शिक्षक बहाली में शामिल कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा.
सीटीईटी पास अभ्यर्थियों का कहना है कि बिहार सरकार शिक्षक बहाली में आवेदन करने से वंचित कर रही है. शिक्षक बहाली के लिए सभी लोग योग्य हैं. बावजूद इसके आगामी 15 जून से छठे चरण की बिहार शिक्षा बहाली की नियोजन प्रणाली में आवेदन करने का मौका नहीं दिया गया है. इसको लेकर प्रदर्शनकारियों ने बिहार सरकार से गुहार लगाई है. पास कैंडिडेट्स का कहना है कि सीटेट पास बेरोजगारों को छठे चरण की नियोजन की प्रक्रिया में आवेदन करने का मौका दिया जाए.
'दोहरी नीति अपना रही सरकार'
सीटेट पास अभ्यर्थी ओम प्रकाश कुमार और सोनू पांडे ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार की यह दोहरी नीति है. एक तरफ विद्यालयों में शिक्षक की कमी है. दूसरी तरफ सीटीईटी परीक्षा दिसंबर 2019 में पास अभ्यर्थियों को बहाली से वंचित किया जा रहा है. ऐसे में बेरोजगारी का दंश झेलने के लिए विवश है. पास अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर इस शिक्षक बहाली में शामिल नहीं किया गया तो कई अभ्यर्थियों की उम्र सीमा समाप्त हो जाएगी.