बेतिया: जिले के नगर परिषद की सभापति गरिमा देवी सिकारिया के माध्यम से छठ व्रति महिला-पुरुषों के बीच वस्त्र, उपयोगी फल, दउरी आदि पूजा सामग्री का वितरण किया गया. इस दौरान नप सभापति सिकारिया के आवासीय कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम के मौके जुटे व्रतियों के बीच पौराणिक महत्व की विस्तार से चर्चा की.
मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए मनाया जाता है पर्व
नप सभापति गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि लोक आस्था का महापर्व सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए मनाया जाता है. इस पर्व के दिन स्त्री और पुरुष समान रूप से मनाते हैं. सभापति ने कहा कि रामायण पर आधारित एक मान्यता के अनुसार लंका विजय के बाद रामराज्य की स्थापना के दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को भगवान राम और माता सीता ने उपवास किया. इसके साथ ही सूर्यदेव की आराधना भी की. सप्तमी को सूर्योदय के समय फिर से अनुष्ठान कर सूर्यदेव से आशीर्वाद प्राप्त कर रामराज का शुभारंभ किया था.
सूर्य देव और छठी मैया का भाई-बहन का संबंध
सभापति गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि छठ पर्व को लेकर प्रचलित लोक परंपरा के अनुसार सूर्य देव और छठी मैया का संबंध भाई-बहन का है. माना जाता है कि लोक मातृ षष्ठी की पहली पूजा सूर्य ने ही की थी. उसी को स्मरण करते हुए यह महापर्व आदि काल से मनाया जा रहा है.