वैशाली: बिहार के वैशाली के हाजीपुर में दो युवकों की गंडक नदी में डूबने से मौत (Two youths Died due to Drowning in Vaishali) हो गयी. दोनों विश्वकर्मा भगवना की प्रतिमा का विसर्जन करने गए थे. इसी दौरान गहरे पानी में चले जाने के कारण हादसा हो गया. घटना नगर के सीढ़ी घाट की है. मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम दोनों युवको की तलाश में जुटी है. लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. गंडक नदी में डूबे दोनों युवक टाटा कंपनी में कार्यरत है.
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घाट पर व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ नहीं: मूर्ति विसर्जन के दौरान घाट किनारे प्रशासन की न तो कोई व्यवस्था थी और ना ही एक भी नाव मौजूद था. घटना के बारे में टाटा मोटर्स के कर्मी ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के लिए कई लोग सीढ़ी घाट पहुंचे थे. इसी बीच मूर्ति को गंडक नदी में गिराने के दौरान अभिषेक नाम का युवक नदी में गिर गया. जिसे बचाने के लिए मुन्ना नाम के युवक ने भी नदी में छलांग लगा दी. ऐसे में दोनों नदी में डूबने लगे.
लोगों ने की युवकों को बचाने की कोशिश: दोनों युवकों को डूबता देख वहां मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की. लेकिन नदी की तेज धारा में दोनों बह गए. टाटा कंपनी के कर्मचारियों का आरोप है कि घाट पर प्रशासन के तरफ से कोई व्यवस्था नहीं थी. जिसके कारण घटना के एक घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम पहुंची. ऐसे में अब उन दोनों का कुछ पता नहीं चल सका है. वहीं एसडीआरएफ इंस्पेक्टर ने नदी धारा काफी तेज है. बावजूद इसके रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
कल चलाया जाएगा सर्च ऑपरेशन: मिल रही जानकारी के अनुसार दोनों युवक लापता हैं. ऐसे में पदाधिकारियों का आदेश मिलने पर रेस्क्यू बोट के जरिए दोनो युवको की तलाश की जाएगी. वहीं टाटा मोटर के कर्मी अजीत कुमार ने बताया कि हम सभी टाटा मोटर में कर्मचारी हैं. मूर्ति विसर्जन के लिए पहला सीढ़ी पर से मूर्ति को डाला इसी झटका में अभिषेक नाम का एक लड़का पानी के अंदर गया. उसके बाद मुन्ना उसका हाथ पकड़ना चाहा और वह पानी के अंदर चला गया.
"घटना है कि मूर्ति विसर्जन के दौरान मूर्ति के साथ दो युवक पानी के अंदर चले गए. पानी का इतना तेज बहाव है कि दोबारा वापस नहीं आ सके. हमारी टीम इस में लगी हुई थी. लेकिन अभी तक उनकी बरामदगी नहीं हुई है. कल सुबह से फिर काम करेगी" - धुरेन्द्र सिंह, सब इंस्पेक्टर, एसडीआरएफ
"हम सभी टाटा मोटर में कर्मचारी हैं. मूर्ति विसर्जन के लिए पहला सीढ़ी पर से मूर्ति को डाला इसी झटका में अभिषेक नाम का एक लड़का पानी के अंदर गया उसके बाद मुन्ना उसका हाथ पकड़ना चाहा और इस तरह से चेन बनता गया और वह अंदर चला गया. कुछ पता ही नहीं चला यहां पर न तो प्रशासन की कोई तैयारी थी. ना कोई नाव था कुछ भी नहीं था. घटना के डेढ़ घंटे बाद प्रशासन आया" - अजीत कुमार, कर्मचारी, टाटा मोटर्स