सारण (छपरा): बिहार के सारण जिले में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ट्रेनों की मुख्य जिम्मेदारी महिला रेलकर्मियों के (Women Operated Trains In Chapra) हाथों में है. महिलाएं न सिर्फ ट्रेन चलाएंगी बल्कि कंट्रोल के साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत करेंगी. आज विश्व महिला दिवस के अवसर पर छपरा से सिवान जाने वाली पैसेंजर ट्रेन (05147) का संचालन पूरी तरह से महिलाओं ने की. इसके पहले छपरा जंक्शन (Chhapra Junction) के स्टेशन मैनेजर विनय कुमार ने महिला सहकर्मियों को गुलाब का फूल देकर विदा किया.
यह भी पढ़ें - पिंकथॉन संस्था कर रही महिलाओं को हेल्थ के प्रति जागरूक, 10 देशों में वुमन एंपावरमेंट के लिए करती है काम
दरअसल, छपरा रेलवे प्रशासन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ट्रेनों के संचालन अन्य सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका बढ़ाने का निर्णय लिया है. ताकि, उन्हें भी अपनी अहमियत का अहसास हो सके. वैसे महिलाएं ट्रेनों का संचालन हो या सुरक्षा व्यवस्था, बढ़चढ़कर हर क्षेत्र में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती हैं. ठीक छह बजकर बीस मिनट पर जैसे ही ट्रेन का सिग्नल हुआ, लोको पायलट श्वेता कुमारी ने गार्ड (ट्रेन मैनेजर) सोनाली कुमारी से ट्रेन चलाने की इजाजत मांगी. इस दौरान गार्ड सोनाली कुमारी ने वाकी टाकी से ट्रेन चलाने की इजाजत दी और हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया.
वहीं, इस ट्रेन में सुरक्षा की कमान आरपीएफ की कास्टेबल अनिता कुमारी और शेष मणि में हाथों में रही. जबकि टिकट चेंकिग की जिम्मेदारी महिला टीटीई प्रतिमा कुमारी निभा रही थी. इस अवसर पर स्टेशन प्रबंधक विनय कुमार, आरपीएफ थाना प्रभारी अनिरूद्ध राय समेत कई अधिकारी उपस्थित थे. छपरा जंक्शन के स्टेशन मैनेजर विनय कुमार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भारतीय रेलवे ने महिलाओं को विशेष सम्मान देते हुए पूरी तरह से आज ट्रेनों का संचालन महिलाओं की जिम्मेदारी पर किया है.
लोको पायलट श्वेता यादव ने कहा कि रेल प्रशासन ने हमको इस काबिल समझा है और तभी हमें ट्रेन के संचालन की जिम्मेदारी दी. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन से दूसरी महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी. इसके लिए रेल प्रबंधक और वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक को धन्यवाद देते हैं.
यह भी पढ़ें - तबस्सुम ने 29 राज्यों में साइकिल से यात्रा कर महिलाओं को किया जागरूक, नहीं की लोगों के विरोध की परवाह
यह भी पढ़ें - महिला दिवस स्पेशल: कमरे में मशरूम उगाने से लेकर 'नारी शक्ति सम्मान' तक का सफर, पढ़िए 'बिहार की मशरूम लेडी' की कहानी
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP