छपरा: बिहार के सारण में गुरुवार की शाम मांझी के मुबारकपुर पंचायत की मुखिया आरती देवी के पति विजय यादव पर कथित रूप से फायरिंग के तीन आरोपियों को ग्रामीणों द्वारा पिटाई (Chapra Mob Lynching) की गई. इस घटना में तीनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गये. तीनों बदमाशों को इलाज के लिए मांझी सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां अमितेष कुमार सिंह नामक एक आरोपी की इलाज के क्रम में मौत हो गई (Miscreant Died After Beating Villagers). जबकि, राहुल कुमार सिंह और आलोक कुमार सिंह की चिंताजनक स्थिति को देखते हुए छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
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मुखिया प्रतिनिधी पर फायरिंग: घटना के संबंध में मुखिया पति विजय यादव ने बताया कि एक ही बाइक पर सवार चार अपराधियों ने उनपर फायरिंग की, जिसमें वे बाल-बाल बच गए. उधर गोली की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे और खेदड़कर हमलावरों को पकड़ लिया. जिसके बाद तीनों की पिटाई कर दी और उनकी बाइक को आग के हवाले कर दिया. उन्होंने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व इसी मुर्गाफार्म पर सो रहे उनके पिता मथुरा यादव को अपराधियों को गोली मारकर हत्या कर दी.
पुलिस से उलझे ग्रामीण: घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बदमाशों को गंभीर हालत में इलाज के लिए मांझी पीएचसी में भर्ती करवाया. जहां इलाज के क्रम में एक बदमाश की मौत हो गई. घायलों ने पुलिस को बताया कि वे लोग खेत की पटवनी करने गए थे. इसी क्रम में मुर्गा पार्टी करने के उद्देश्य से मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के मुर्गा फार्म पर मुर्गा खरीदने के उद्देश्य से गए थे. तभी विजय यादव ने उन्हें एक कमरे में बन्द कर दिया और समर्थकों को बुलाकर लाठी-डंडे, रॉड और हथौड़ी आदि से उनकी पिटाई करवाने लगे.
इलाज के दौरान एक बदमाश की मौत: घायलों ने बताया कि मुर्गा फॉर्म में बिना पूछे घुसने से विजय यादव बेहद नाराज था. घायलों ने बताया कि फायरिंग उन लोगों ने नहीं बल्कि विजय यादव ने किया है. बाद में मांझी थाना की पुलिस ने घायलों को ले जाने का प्रयास भी किया, इस दौरान मौके पर मौजूद मुबारकपुर के दो अन्य युवकों की भी पिटाई की गई. उनका भी इलाज चल रहा है. इधर पुलिस एक तरफ मृतक के पोस्टमार्टम के प्रयास में जुटी है. वहीं दूसरी तरफ दोनों पक्षों के लोग मांझी थाना परिसर में काफी संख्या में जुटे हुए हैं.