बिहार: राजकीय सम्मान के साथ जवान को दी गई अंतिम विदाई, बेटी बोली- मेरे पापा जैसा कोई नहीं

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Published : May 15, 2019, 3:14 PM IST

अरुणाचल प्रदेश में तैनात जवान बदीउर रहमान की मौत निर्माणाधीन पुल गिरने से हो गई थी. शनिवार को हुई जवान की मौत के बाद आज उसके पार्थिव शरीर को पैतृक आवास लाया गया.

समस्तीपुर: समस्तीपुर जिले के कपूरी ग्राम पंचायत के डढ़िया बेलार गांव वार्ड नंबर 13 के रहने वाले आर्मी जवान 43 वर्षीय बदिउर रहमान का पार्थिव शरीर पहुंचते ही मातमी चीख-पुकार मच गई. जवान की मौत शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में निर्माणाधीन पुल गिरने से हो गई थी. वो आर्मी के जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स विंग जीआरएफएस में कार्यरत थे.

जवान बदिउर अरुणाचल प्रदेश की 128 आरसीसी सेक्टर से 41 किलोमीटर दूर नाचो एसीसी रोड में एक फूल परियोजना में काम कर रहे थे. सैनिक बदीउर रहमान का पार्थिव शरीर हवाई जहाज के जरिए पटना लाया गया. यहां एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर को समस्तीपुर उनके पैतृक गांव डढ़िया बेलार लाया गया.

जवान का राजकीय सम्मान, रोती बिलखती बेटी

राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
जवान बदीउर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. जवान के पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. सोमवार को परिजनों को उनकी मौत की सूचना मिली थी. उसी समय से घर में कोहराम मच गया. आज पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा जिला प्रशासन, पुलिस विभाग के अधिकारी और हजारों की संख्या में ग्रामीण एकजुट होकर जवान के घर जा पहुंचे.

नम आंखों से दी गई विदाई
जिला के प्रशासनिक अधिकारियों ने फूलों की माला चढ़ाकर नम आंखों से जवान को नमन किया. पुलिस अधिकारियों ने सैल्यूट कर जवान को विदाई दी. वहीं, साथ आए सेना के जवानों ने आखिरी सलामी दी. इस गमजदा मंजर को देखते हुए ग्रामीणों की आंखे नम हो गई.

बेटी का रो-रोकर बुरा हाल
बदिउर रहमान अपने पीछे दो बेटे और दो बेटी को छोड़ गए. उनकी छोटी बेटी का रो-रोकर बुरा हाल है. बेटी बार-बार एक ही रट लगाए जा रही थी. आई लव यू पापा आई, लव यू पापा और उसने कहा कि पूरे वर्ल्ड में मेरे पापा के जैसे कोई नहीं है. वो जब भी छुट्टी पर घर आते थे, तो हम लोगों के बीच रहकर समय बिताते थे.

Intro:समस्तीपुर जिले के मुफस्सिल थाना के कपूरी ग्रामपंचायत के डढ़िया बेलार गावँ वार्ड नंबर 13 में आर्मी के जवान 43 वर्षीय बदिउर रहमान की मौत शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में निर्माणाधीन पुल गिरने से हो गई। आर्मी के जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स विंग जीआरएफएस में कार्यरत थे और अरुणाचल प्रदेश की 128 आरसीसी सेक्टर से 41 किलोमीटर दूर नाचो ए सी सी रोड में एक फूल परियोजना में काम कर रहे थे।


Body:मृत सैनिक बदीउर रहमान का शव हवाई जहाज के जरिए पटना लाया गया ।जहां एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर को समस्तीपुर उनके पैतृक गांव डढ़िया बेलार लाया गया ।जहां राजकीय सम्मान के साथ उनके शरीर को सुपुर्द ए खाक किया गया ।जैसे ही सोमवार को परिजनों को उनकी मौत की सूचना मिली उसी समय से घर में कोहराम मच गया ।और रिस्तेदारो की लंबी कतारें घर पर लग गई। और आज शव पहुंचते ही जिला प्रशासन पुलिस विभाग के अधिकारी एवं हजारों की संख्या ग्रामीण एकजुट होकर वहां पहुंच गए । जहां जिला के प्रशासनिक अधिकारियों ने फूलों की माला चढ़ाकर नम आंखों से उन्हें नमन किया उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने मेरे शरीर पर फूल की माला बैठकर उन्हें सैल्यूट किया आवाज सबके साथ आए सेना के जवानों ने के द्वारा सलामी दी गई वही इस दृश्य को देखने के लिए आसपास के छतों पर महिलाएं एवं बच्चों की लंबी कतारें देखी गई और जिस समय मृत सैनिक की सलामी दी जा रही थी सभी लोगों की आंखें नम थी




Conclusion:फौजी अपने पीछे दो बेटे एवं दो बेटी को छोड़ गए ।वहीं उनकी छोटी बेटी का रो रो कर बुरा हाल है। और बार बार एक ही रट लगाए जा रही थी ।आई लव यू पापा आई लव यू पापा और उसने कहा कि पूरे वर्ल्ड में मेरे पापा के जैसे कोई नहीं है ।और जब वह छुट्टी में आते थे तो हम लगो के बीच रहकर समय बिताते थे ।वहीं दूसरी ओर मृतक फौजी की बहन फौजी के अधिकारी की बांह पकड़ कर अपने बेटे के याद में रोते बिलखते नजर आयी ।वहीं जिलाउप विकास आयुक्त ब्राउन मिश्रा अंचल अधिकारी मुफ्फसिल थानाध्यक्ष विक्रम आचार्या भी मौजूद थे ।
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