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नागपंचमी: बेगूसराय और समस्तीपुर में लगा मेला, पकड़े गए सैकड़ों सांप

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Published : Jul 10, 2020, 11:14 PM IST

श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी के दिन बिहार में नागपंचमी का त्योहार मनाया गया. इस पर्व की परंपरा है कि सांपों को दूध पिलाया जाए. ऐसे में कई जिलों में लगे मेले में जो कुछ हुआ, वो हैरान कर देने वाला था.

नागों का मेला
नागों का मेला

बेगूसराय/समस्तीपुर: बिहार में नागपंचमी के दिन आस्था के नाम पर खतरनाक खेल का सिलसिला लगातार जारी है. बेगूसराय और समस्तीपुर से जो तस्वीरें सामने आईं हैं, वो इस बात की तस्दीक करती हैं. यहां सांपों के साथ लोग खिलवाड़ करते नजर आए.

देश के कई हिस्सों जैसे बिहार, बंगाल और राजस्थान में श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी यानी कि 10 जुलाई को नागपंचमी मनायी गई. इस अवसर पर बिहार के बेगूसराय जिले के मंसूरचक प्रखंड के आगापुर एवं नवटोल में मेला लगा. इस मेले में जहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी, तो वहीं लोग सांपों के साथ खिलवाड़ करते दिखाई दिए.

बेगूसराय में नागपंचमी

वर्षों से चली आ रही परंपरा
'परंपरा को अंधी लाठी से मत पीटो, उसमें बहुत कुछ है, जो जीवित है. जीवन दायक है, जैसे भी हो, ध्वंस से बचा रखने लायक है.' ये लाइनें बेगूसराय के ही रामधारी सिंह दिनकर ने लिखी थी. लेकिन बेगूसराय में नागपंचमी के दिन सांपो को पकड़ने की परंपरा काफी गंभीर लगती है. वर्षों से चली आ परंपरा के अनुसार नागपंचमी के अवसर पर तथाकथित श्रद्धालुओं नदी से सांपों को निकालकर पूजा अर्चना करते हैं.

बेगूसराय की तस्वीर
बेगूसराय की तस्वीर
  • पिछले साल नागपंचमी को यहां सर्पदंश से एक भगत की मौत हुई थी.
    बेगूसराय में लगा मेला
    बेगूसराय में लगा मेला

प्रशासन की आंखों पर पट्टी
बेगूसराय के इस मेले में सोशल डिस्टेंसिंग की भी लगातार धज्जियां उड़ती रही और प्रशासनिक व्यवस्था की भी पोल खुलती रही. मौके पर एक भी पुलिस के जवान मौजूद नहीं थे, जबकि हजारों की संख्या में लोग एक दूसरे के संपर्क में आते रहे. गौरतलब है कि जिले में करोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते देखते हुए गुरुवार से लॉकडाउन भी लगाया गया है. लेकिन तस्वीरें बताने के लिए काफी हैं कि 11 जुलाई से लगाया गया लॉकडाउन कितना सफल होगा.

समस्तीपुर में नागपंचमी

समस्तीपुर में नागपंचमी
समस्तीपुर जिले में नाग पंचमी का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. यहां भगत जी नदी में जाकर तंत्र मंत्र के द्वारा विषैले से विषैले सांपों को निकालते हैं, ऐसा लोग कहते हैं. फिर इन सांपों से क्या बच्चे और क्या बड़े, सभी इस कदर खेलते हैं, जैसे ये कोई खिलौना हो. इस बाबत, एक बच्ची ने ये तक कह दिया कि ये परंपरा है कि इस दिन बच्चे सांपों से खेलें.

सांपों से खेलती बच्चियां
सांपों से खेलती बच्चियां
  • जिले के सिंघिया घाट में नागपंचमी का मेला विगत 300 वर्ष से धूमधाम से चलता आ रहा है.
  • वहीं, खानपुर थाना क्षेत्र के इलमसनगर सहित पूरी जिले में नाग पंचमी का आयोजन धूमधाम से किया जाता है.
    सांपों के साथ भगत
    सांपों के साथ भगत

कुल मिलाकर सांपों से खेलने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. हादसों के बाद ही न सही, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर भी लोग जागरूक नहीं दिखाई दिए.

(ईटीवी भारत किसी की आस्था को ठेस पहुंचाने की कोई मंशा नहीं रखता है.)

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