ETV Bharat / state

समस्तीपुर सदर अस्पताल को मिला बिहार में नंबर-1 ग्रेड, प्रसव की सुविधाओं के लिए केंद्र ने दिया सर्टिफिकेट

समस्तीपुर सदर अस्पताल (Samastipur Sadar Hospital) में प्रसव कक्ष और प्रसव ऑपरेशन थियेटर मानकों के हिसाब से बिहार में नंबर वन पर है. लक्ष्य योजना के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पताल को रैंकिंग का सर्टिफिकेट दिया है. पढ़ें पूरी खबर..

समस्तीपुर सदर अस्पताल
समस्तीपुर सदर अस्पताल
author img

By

Published : Jan 26, 2022, 9:01 AM IST

समस्तीपुरः स्वास्थ्य के क्षेत्र में समस्तीपुर के लिए एक अच्छी खबर है. समस्तीपुर सदर अस्पताल को प्रसव कक्ष और प्रसव ऑपरेशन थियेटर की सुविधओं के मामले में बिहार में नंबर एक पर रखा गया (Samastipur Sadar Hospital Got Grade A certificate in Lakshya Program) है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सर्वे के आधार पर लक्ष्य योजना के तहत ग्रेड ए का प्रमाण पत्र मिलते ही जिले के स्वास्थ्य विभाग में खुशी की लहर है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर सचिव और मिशन निदेशक की ओर से उपलब्धि के संबंध में पत्र अस्पताल को प्राप्त हुआ है.

ये भी पढ़ें- विधायक गोपाल मंडल के सामने महिला ने लगाया आरोप- 'हथियार के बल पर कब्जा करना चाहते हैं फ्लैट'

15 और 16 नवंबर 2021 को केंद्रीय टीम ने सदर अस्पताल पहुंचकर मानक की जांच-पड़ताल की थी. जांच दल के प्रतिवेदन के अनुसार अस्पताल के लेबर रूम को 90 प्रतिशत और प्रसव ऑपरेशन थियेटर को 89 प्रतिशत अंक मिला. इसके आधार पर समस्तीपुर सदर अस्पताल को ग्रेड ए का प्रमाण पत्र दिया गया है. ज्ञात हो कि इस अस्पताल को राज्य स्तर पर पहले भी पुरस्कृत किया गया था.

सिविल सर्जन डॉ सत्येन्द्र कुमार गुप्ता ने उपलब्धि पर बताया कि अस्पताल के कर्मियों के प्रयास और सबों के सामूहिक सहयोग से यह सफलता मिली है. सिविल सर्जन ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत मातृ एवं नवजात शिशुओं में मृत्यु दर में कमी लाने, प्रसव के दौरान एवं उसके बाद गुणवत्ता में सुधार लाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी गर्भवती माताओं को सम्मानपूर्वक देखभाल की सुविधाएं उपलब्ध कराना इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य है.

सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ गिरीश कुमार ने बताया कि एनआरएचएम कार्यक्रम की शुरुआत से हमारे यहां संस्थागत प्रसव तो हो रहे थे लेकिन मातृ व शिशु मृत्यु दर ज्यादा होना चिंता का विषय बना हुआ था. इसे ध्यान में रखकर लक्ष्य कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. इसका मूल उद्देश्य जच्चा-बच्चा का बेहतर केयर करना है. ज्ञात हो कि सदर अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 20-25 सुरक्षित प्रसव के साथ-साथ महीने में 30-40 सिजेरियन प्रसव होता है.

ये भी पढ़ें- स्कूल की लापरवाही से परीक्षा से वंचित छात्र ना हों निराश, बिहार बोर्ड ने की है ये विशेष व्यवस्था

ये भी पढ़ें- RRB-NTPC Protest: रेल ट्रैक पर उतरे हजारों छात्र, नवादा में रेल इंजन में लगाई आग, पूरे बिहार में बवाल

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

समस्तीपुरः स्वास्थ्य के क्षेत्र में समस्तीपुर के लिए एक अच्छी खबर है. समस्तीपुर सदर अस्पताल को प्रसव कक्ष और प्रसव ऑपरेशन थियेटर की सुविधओं के मामले में बिहार में नंबर एक पर रखा गया (Samastipur Sadar Hospital Got Grade A certificate in Lakshya Program) है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सर्वे के आधार पर लक्ष्य योजना के तहत ग्रेड ए का प्रमाण पत्र मिलते ही जिले के स्वास्थ्य विभाग में खुशी की लहर है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर सचिव और मिशन निदेशक की ओर से उपलब्धि के संबंध में पत्र अस्पताल को प्राप्त हुआ है.

ये भी पढ़ें- विधायक गोपाल मंडल के सामने महिला ने लगाया आरोप- 'हथियार के बल पर कब्जा करना चाहते हैं फ्लैट'

15 और 16 नवंबर 2021 को केंद्रीय टीम ने सदर अस्पताल पहुंचकर मानक की जांच-पड़ताल की थी. जांच दल के प्रतिवेदन के अनुसार अस्पताल के लेबर रूम को 90 प्रतिशत और प्रसव ऑपरेशन थियेटर को 89 प्रतिशत अंक मिला. इसके आधार पर समस्तीपुर सदर अस्पताल को ग्रेड ए का प्रमाण पत्र दिया गया है. ज्ञात हो कि इस अस्पताल को राज्य स्तर पर पहले भी पुरस्कृत किया गया था.

सिविल सर्जन डॉ सत्येन्द्र कुमार गुप्ता ने उपलब्धि पर बताया कि अस्पताल के कर्मियों के प्रयास और सबों के सामूहिक सहयोग से यह सफलता मिली है. सिविल सर्जन ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत मातृ एवं नवजात शिशुओं में मृत्यु दर में कमी लाने, प्रसव के दौरान एवं उसके बाद गुणवत्ता में सुधार लाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी गर्भवती माताओं को सम्मानपूर्वक देखभाल की सुविधाएं उपलब्ध कराना इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य है.

सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ गिरीश कुमार ने बताया कि एनआरएचएम कार्यक्रम की शुरुआत से हमारे यहां संस्थागत प्रसव तो हो रहे थे लेकिन मातृ व शिशु मृत्यु दर ज्यादा होना चिंता का विषय बना हुआ था. इसे ध्यान में रखकर लक्ष्य कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. इसका मूल उद्देश्य जच्चा-बच्चा का बेहतर केयर करना है. ज्ञात हो कि सदर अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 20-25 सुरक्षित प्रसव के साथ-साथ महीने में 30-40 सिजेरियन प्रसव होता है.

ये भी पढ़ें- स्कूल की लापरवाही से परीक्षा से वंचित छात्र ना हों निराश, बिहार बोर्ड ने की है ये विशेष व्यवस्था

ये भी पढ़ें- RRB-NTPC Protest: रेल ट्रैक पर उतरे हजारों छात्र, नवादा में रेल इंजन में लगाई आग, पूरे बिहार में बवाल

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.