ETV Bharat / state

नव वर्ष के आगमन पर शक्तिपीठ ताराचण्डी धाम में लगी भक्तों की भीड़

author img

By

Published : Jan 1, 2021, 4:12 PM IST

Updated : Jan 1, 2021, 4:49 PM IST

नव वर्ष के अवसर पर रोहतास का ताराचंडी धाम गुलजार नजर आ रहा है. सिद्ध शक्तिपीठ मां ताराचंडी के दर्शन के लिए भक्त पहुंच रहे हैं. भक्तों का कहना है कि कोरोना के चलते महीनों से माता रानी के दर्शन नहीं हुए थे. नए साल में माता रानी कोरोना संक्रमण से हमें मुक्ति दिलाएंगी.

Worship on new year
नव वर्ष पर पूजा

रोहतास: नव वर्ष का आगाज हो चुका है. ऐसे में लोग अपने-अपने दिन की शुरुआत मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ कर रहे हैं. नव वर्ष के अवसर पर ताराचंडी धाम गुलजार नजर आ रहा है. सिद्ध शक्तिपीठ मां ताराचंडी के दर्शन के लिए भक्त पहुंच रहे हैं. इस दौरान ताराचंडी पूजा कमेटी के लोग सोशल डिस्टेंसिंग के तहत माता रानी का दर्शन कराने के लिए तत्पर दिख रहे हैं. वहीं, भक्त फूल-माला व पूजा का प्रसाद लेने में भी सतर्क नजर आ रहे हैं.

शक्तिपीठ ताराचण्डी धाम

भक्तों का कहना है कि कोरोना के चलते महीनों से माता रानी के दर्शन नहीं हुए थे. नए साल में माता रानी कोरोना संक्रमण से हमें मुक्ति दिलाएंगी. सोनम और मोनिका कहती हैं कि 2020 में कोरोना के कारण काफी परेशानी हुई. माता रानी के आशीर्वाद से नया साल अच्छा होगा. यही मनोकामना लेकर ताराचंडी धाम आईं हैं. माता रानी उनकी मनोकामना पूर्ण करेंगी.

यहां गिरा था सती का दायां नेत्र
गौरतलब है कि 51 शक्तिपीठों में से एक मां ताराचंडी मंदिर सासाराम से पांच किलोमीटर की दूरी पर कैमूर पहाड़ी की गुफा में स्थित है. मनमोहक प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर इस मंदिर के पास पहाड़, झरने और अन्य जल स्त्रोत हैं. इस पीठ के बारे में किवदंती है कि सती के तीन नेत्रों में से भगवान विष्णु के चक्र से खंडित होकर दायां नेत्र यहीं पर गिरा था जो तारा शक्तिपीठ के नाम से विख्यात हुआ. कहा जाता है कि महर्षि विश्वामित्र ने इस पीठ का नाम तारा रखा था. यहां परशुराम ने मां तारा की उपासना की थी. मां तारा इस शक्तिपीठ में बालिका के रूप में प्रकट हुई थीं और यहीं पर चंड का वध कर चण्डी कहलाई थी.

पटना के मंदिरों में दिखी भीड़
2021 का आगाज होते ही पटना के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ होने लगी है. लोग पूजा करके नए साल की शुरुआत करते हैं. इसी कड़ी में अगमकुआं स्थित शीतला मंदिर, शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी और छोटी पटनदेवी समेत कई मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की. भक्तों ने माता से नए साल में प्यार, सहयोग, उत्साह और समृद्धि की कामना की.

Patna Mata shitla temple
शीतला मंदिर

मुजफ्फरपुर के मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
नववर्ष में जहां कोरोना संक्रमण को लेकर शहर के पार्क बंद रहे. वहीं, मुजफ्फरपुर में नववर्ष की शुरुआत ज्यादातर लोगों ने मंदिर जाकर की. इस वजह से मंदिरों में सुबह होते ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई. मुजफ्फरपुर के कांटी स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर और बाबा गरीबनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखी. नव वर्ष पर मुजफ्फरपुर के औराई के भैरवस्थान मंदिर में भक्तजनों की भीड़ उमड़ी. काफी दूर-दूर से लोग यहां पूजा करने आए. पूजा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनी रही इसके लिए पुलिस के जवान मौके पर तैनात रहे.

देखें रिपोर्ट

अररिया के काली मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
2021 के आगमन के साथ ही लोग नया वर्ष मंगलमय गुजरे इसकी कामना को लेकर अररिया के मां खड़गेश्वरी काली मंदिर में सुबह से ही पहुंचने लगे. काली मंदिर पहुंचे अररिया के सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि नए वर्ष में जिले के चिह्नित जगह पर जहां लोग पिकनिक मनाने पहुंचेंगे उन जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं.

Kali temple
काली मंदिर

माता मुंडेश्वरी मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
कैमूर में स्थित प्रसिद्ध माता मुंडेश्वरी मंदिर में नव वर्ष के अवसर पर बिहार के साथ कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे. श्रद्धालुओं ने कहा कि 2020 में पूरी दुनिया कोरोना से परेशान रही. 2021 के पहले दिन मंदिर में आकर पूजा किया. माता से मन्नत मांगी कि कोरोना जल्द से जल्द खत्म हो जाए.

Mata mundeshwari temple
माता मुंडेश्वरी मंदिर

सुखेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों ने किया जलाभिषेक
सीतामढ़ी में नए साल के मौके पर महादेव मंदिर और विभिन्न मंदिरों में हजारों की संख्या में लोग दर्शन पहुंचे. जिले के विभिन्न गांव से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सुखेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और जलाभिषेक किया.

Last Updated : Jan 1, 2021, 4:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.