पटना: विश्व का दूसरा तख्त दशमेश पिता श्री गुरुगोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली होने के कारण पटना साहिब गुरुद्वारा माना जाता है. सिख धर्म का पहला तख्त अकाल तख्त है और उसके बाद तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब (Takht Sri Harimandir Patna Sahib) को दूसरा तख्त माना जाता है. इस तख्त के पद भी काफी गौरवशाली और महत्वपूर्ण हैं. लिहाजा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पटना साहिब गुरुद्वारा की सुरक्षा बढ़ाते हुए प्रधान सरदार अवतार सिंह हित और प्रमुख जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर ए मसकीन को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा (Y Plus Category Security) दी जाएगी.
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इसकी जानकारी तख्त साहिब प्रबंधक कमिटी के महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह और गुरुद्वारा के अधीक्षक सरदार दलजीत सिंह ने दी है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पटना साहिब गुरुद्वारा के हालात ठीक नहीं रहे हैं, क्योंकि पटना साहिब गुरुद्वारा के मुख्यग्रन्थी दिवंगत भाई राजेन्द्र सिंह की कथित मौत अब हत्या साबित हुई है. जिसका जिम्मेदार प्रबंधक कमिटी के प्रधान सरदार अवतार सिंह हित और प्रमुख जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर ए मसकीन को माना गया है.
ग्रन्थी की हत्या का आरोप इनदोनों पर परिजनों और पूर्व के कमिटी ने लगाया है. यह भी कहा जा रहा है कि दिवंगत ग्रन्थी के पुत्र दया सिंह ने 29 जनवरी को तख्त साहिब में दिवंगत ग्रन्थी की सामूहिक अरदास होनी है, जिसमें प्रमुख जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर ए मसकीन को आना मना है. यह पत्र तख्त के महासचिव को दिया था, जिसके कारण कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिए गुरुद्वारा में पहले से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
अब गृह मंत्रालय से यह आदेश जारी हुआ है कि पटना साहिब गुरुद्वारा के प्रधान एवम जत्थेदार को वाई प्लस सुरक्षा की श्रेणी में रखा जाए. वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होंगे शामिल.
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