पटना: बिहार के जदयू कार्यालय (JDU Office) के अंदर मंत्री जन सुनवाई कर रहे थे और दफ्तर के बाहर टीईटी अभ्यर्थी (TET candidates) धरने पर बैठे हुए थे. अभ्यर्थियों का कहना है कि काउंसलिंग के लिए अभी भी बड़ी संख्या में टीईटी पास अभ्यर्थी बच गए हैं. जिन महिलाओं के न पहुंचने के कारण रिक्तियां बची हुई हैं, उसमें पुरुषों को मौका दिया जाए.
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बिहार में शिक्षक नियुक्ति (Teacher Recruitment In Bihar) को लेकर टीईटी पास अभ्यर्थी लगातार आंदोलन करते रहे हैं. बिहार में अभी नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. जहां प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है. दो राउंड का नियोजन हो चुका है और अब तीसरे राउंड का नियोजन होने वाला है. अभी तक 38 हजार पदों पर बहाली की जा चुकी है. जबकि 90,762 पदों पर नियुक्ति की जानी है.
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जदयू कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे टीईटी पास अभ्यर्थियों का कहना है कि अभी भी 50 हजार के करीब अभ्यर्थी नियोजन से वंचित हैं. इसके साथ ही उन्होंने महिला अभ्यर्थियों की रिक्त पदों पर पुरुष अभ्यर्थियों को नियुक्त करने की मांग की है. जिससे पुरुष अभ्यर्थियों को मौका मिल सके.
'पिछले सप्ताह मंगलवार को शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी. लेकिन शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सिर्फ आश्वासन दिया है. अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. अब हम लोग चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द फैसला लिया जाए. साथ ही महिलाओं की बची हुई जगह पर पुरुषों की काउंसलिंग की जाए.' -अश्वनी कुमार ओझा, अभ्यर्थी
बता दें कि जदयू के जन सुनवाई कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ता भी आ रहे हैं. साथ ही आम लोग भी पहुंच रहे हैं. कर्यालय में शिक्षा मंत्री भी आए हुए हैं. जिस कारण टीईटी अभ्यर्थी शिक्षक नियुक्ति का मामला उठाने पहुंचे हैं. जदयू कार्यालय के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही पोस्टर लेकर अपनी मांग को रख रहे हैं.