पटनाः बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है. चुनाव को देखते हुए लगभग सभी पार्टियों ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. लेकिन आरजेडी ने अपना घोषणा पत्र अब तक जारी नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक आरजेडी की होने वाली आज की प्रेस कांफ्रेंस में मेनिफेस्टो पेश किया जा सकता है.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तमाम गठबंधन और सभी प्रमुख दलों ने अपना-अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. अब सबकी नजर आरजेडी के घोषणा पत्र पर टिकी है. जानकारी के मुताबिक शनिवार को तेजस्वी यादव राजद का घोषणा पत्र जारी कर सकते हैं. जिसका नाम दिया गया है 'संकल्प बदलाव का'.
महागठबंधन का कॉमन मिनीमम प्रोग्राम
हांलाकि इससे पहले महागठबंधन के जरिए जारी कॉमन मिनीमम प्रोग्राम के तहत आरजेडी ने कई घोषणाएं की हैं. जिसमें अगले पांच सालों में किए जाने वाले कार्यों का विस्तार से ऐलान किया गया है. जिसमें आरजेडी के जरिए किए गए सबसे बड़े वादे 10 लाख लोगों को नौकरी देने की बात भी शामिल है. इसके अलावा महागठबंधन ने कई अन्य बड़ी बातें भी अपने घोषणा पत्र में की हैं.
बीजेपी के घोषणा पत्र की अहम बातें
वहीं, बीजेपी ने भी अपने घोषणा पत्र में कई बड़े वादे किए हैं. बीजेपी ने अगले पांच साल में 'आत्मनिर्भर बिहार' का रोडमैप 2020-2025 जारी किया है. जिसमें बिहार में हर शख्स को मुफ्त कोरोना वायरस वैक्सीन देने, मेडिकल, इंजीनियरिंग सहित तकनीकी शिक्षा को हिंदी भाषा में उपलब्ध कराने, 3 लाख नए शिक्षकों की नियुक्ति और 19 लाख रोजगार देने जैसी अहम बातें शामिल हैं.
जेडीयू ने कहा अगले पांच सालों के लिए
अगर बात जेडीयू करें तो जनता से वादों की झड़ी लगाने में वो भी पीछे नहीं है. जेडीयू ने 'सक्षम बिहार-स्वावलंबी बिहार' के तहत सात निश्चय पार्ट-2 कार्यक्रम को लागू करने की बात कही है. जिसमें सशक्त महिला-सक्षम महिला, हर खेत तक सिंचाई का पानी, स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव, स्वच्छ शहर-विकसित शहर, सुलभ सम्पर्कता और सबके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा का वादा किया गया है.
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कांग्रेस के किए गए वादे
वहीं, कांग्रेस के घोषणापत्र में की गई कई बातें महागठबंधन के घोषणा पत्र से मिलती जुलती हैं. इनमें 10 लाख लोगों को नौकरियां देना और कृषि कर्ज माफी का वादा शामिल है. साथ ही सरकार बनने पर विधानसभा के पहले सत्र में ही केंद्र के बनाए गए तीन कृषि संबंधी कानूनों को समाप्त करने का वादा शामिल है. कांग्रेस ने दो एकड़ से कम जोत वाले किसानों के लिए ‘राजीव गांधी कृषि न्याय योजना’ शुरू करने की बात कही गई है.
एलजेपी घोषणा पत्र की अहम बातें
वहीं, एलजेपी ने विजन डॉक्यूमेंट लॉन्च किया. चिराग पासवान के इस विजन डॉक्यूमेंट 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' में चार लाख से ज्यादा बिहारियों के विचार को रखा गया है. जिसमें बिहार को विकास के मार्ग पर आगे ले जाने की योजनाएं शामिल हैं.
जाप के घोषणा पत्र की अहम बातें
बात अगर जाप पार्टी की करें तो पप्पू यादव भी किसी से पीछे नहीं है. जाप ने अपने घोषणा पत्र को प्रतिज्ञा पत्र का नाम दिया है. जिसे पप्पू यादव ने ज्ञान, संघर्ष और परिश्रम का दस्तावेज बताया है. इसके तहत सभी समुदायों को समान हक़ और सम्मान देने के लिए सभी वर्गों से एक-एक डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे.
इंटर की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास करने वाले छात्रों को मोटरसाइकिल और छात्राओं को स्कूटी देने की घोषणा है. साथ ही मिड डे मील, रसोइये, विकास मित्र, टोला सेवक, शिक्षा सेवक तालिमी मरकज़ और आंगनवाड़ी सेविकाओं के मानदेय को बढ़ाने की बात भी की गई है. विधवा पेंशन समेत सभी प्रकार के पेंशन की राशि को 500 से बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रतिमाह करने की भी बात की गई है.
अब देखना ये है कि इन तमाम पार्टियों के लोक लुभावन घोषणा पत्र के बाद अब आरजेडी किस हद तक वादों की झड़ी अपने घोषणा पत्र के जरिए लगाएगी.