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अमित शाह के सीमांचल दौरे से पहले BJP ने जनसंख्या को बनाया हथियार, JDU का पलटवार

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Published : Sep 13, 2022, 7:02 PM IST

Amit Shah Seemanchal Visit
Amit Shah Seemanchal Visit

अमित शाह के सीमांचल दौरे (Amit Shah Seemanchal Visit) से पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी जहां सीमांचल की आबादी को लेकर सवाल खड़े कर रही है वहीं जदयू और राजद के विचार इस मुद्दे पर अलग-अलग दिख रहे हैं. पढ़ें.

पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) 23 और 24 सितंबर को बिहार दौरे पर आ रहे हैं. उससे पहले ही जनसंख्या नियंत्रण नीति को लेकर जदयू और बीजेपी के बीच जुबानी जंग और तेज हो गई है. शाह सीमांचल क्षेत्र का दौरा करेंगे जहां अल्पसंख्यकों की आबादी अधिक है. उनके आने से पहले भाजपा इस तरह के मुद्दों के साथ क्षेत्र का ध्रुवीकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. हर दिन भाजपा नेता इस मुद्दे पर बयान जारी कर रहे हैं जबकि जदयू इस मांग को तथ्यों और आंकड़ों के साथ खारिज कर रही है.

पढ़ें- जानें क्यों अमित शाह ने मिशन बिहार की शुरुआत के लिए सीमांचल को चुना, महागठबंधन खेमे में बेचैनी

सीमांचल में 23 सितंबर और 24 सितंबर को पूर्णिया और किशनगंज में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा होना है और उससे पहले बीजेपी जनसंख्या नियंत्रण कानून को बिहार के लिए जरूरी बता रही है. सीमांचल में जिस प्रकार से जनसंख्या का ग्रोथ है उसको लेकर नीतीश सरकार पर बीजेपी निशाना साध रही है. जदयू की तरफ से भी बयानबाजी जारी है. एक तरह से बीजेपी और जदयू जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर आमने-सामने है. हालांकि आरजेडी का तर्क अलग है.

"जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने का अधिकार केंद्र सरकार को है. लेकिन बीजेपी धार्मिक उन्माद फैलाने में लगी है. अब अमित शाह का दौरा है तो उससे पहले माहौल बनाने की कोशिश कर रही है."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता

"आरजेडी वोट के लिए कुछ भी करेगी जबकि देश में जनसंख्या एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. खासकर बिहार के सीमांचल में तो जनसंख्या की वृद्धि सबसे अधिक है और विश्व रिकॉर्ड बनता जा रहा है. इसलिए बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना सबसे ज्यादा जरूरी है. आरजेडी एक खास वर्ग के वोट के लिए कुछ भी कर सकती है. जनसंख्या नियंत्रण कानून केंद्र ने तो बनाए हैं लेकिन लागू राज्यों को करना है लेकिन उससे पहले ही बिहार में माहौल बनाया जा रहा है."- अरविंद सिंह, बीजेपरी प्रवक्ता बीजेपी

राजद और जदयू की राय अलग: नीतीश कुमार लगातार कहते रहे हैं कि जनसंख्या नियंत्रण कानून से नहीं बल्कि महिलाओं को शिक्षित करके किया जा सकता है. बिहार में उस पर काम हो रहा है लेकिन बीजेपी के हमले पर जदयू की तरफ से जवाब भी दिया जा रहा है. जदयू प्रवक्ता परिमल कुमार आरजेडी की राय से अलग अपनी राय बता रहे हैं.

"जनसंख्या नियंत्रण नीति से नहीं बल्कि एजुकेशन से ही हो सकता है. बीजेपी तो हर मुद्दे में धर्म को मुद्दा बनाना चाहती है."- परिमल कुमार , जदयू प्रवक्ता

"अधिक जनसंख्या विकास पर तो असर डालता है लेकिन चाइना जैसे देश का उदाहरण भी है जिसने अपनी जनसंख्या को स्किल्ड कर देश का विकास किया है. आज आर्थिक पावर बना हुआ है तो जनसंख्या को स्किल्ड कर उसका लाभ भी लिया जा सकता है."- डॉ विद्यार्थी विकास, विशेषज्ञ, एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट

बीजेपी 2020 से पहले जब नीतीश कुमार एनडीए में थे विवादास्पद मुद्दों पर बोलने से बचती रही लेकिन 2020 में नीतीश कुमार के कमजोर होने के बाद जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर मुखर हो गई. अब तो नीतीश कुमार एनडीए से बाहर हैं. ऐसे में बीजेपी इसे बड़ा मुद्दा बनाना चाहती है. अमित शाह का दौरा भी है. बिहार में सीमांचल के किशनगंज अररिया पूर्णिया कटिहार जैसे जिलों में जनसंख्या वृद्धि सबसे ज्यादा है और इसलिए इसे मुद्दा बनाना चाहती है. उस इलाके में अपनी पैठ भी बनाना चाहती है और इसी कारण इस पर बिहार में इन दिनों सियासत तेज है.

महागठबंधन के गढ़ में सेंधमारी की कोशिश: सीमांचल में महागठबंधन को मजबूत माना जाता है और बीजेपी की स्थिति यहां अच्छी नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह के जरिए बीजेपी, महागठबंधन के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश में है. इसी उद्देश्य से सीमांचल में कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इसको देखते हुए सीमांचल इलाके को बीजेपी ने अपना पहला केंद्र बनाया है. एक एमएलसी को छोड़ दें तो यहां से न तो बीजेपी का कोई विधायक है और न ही कोई सांसद है. किशनगंज जिले की 4 विधानसभा सीटों में 3 पर आरजेडी (दो AIMIM विधायक) और एक विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. जबकि 2019 लोकसभा चुनावों में मोदी की जबरदस्त लहर के बावजूद भी किशनगंज लोकसभा सीट कांग्रेस के डॉ. मोहम्मद जावेद ने जीती थी. पूरे बिहार में महागठबंधन की एकमात्र जीती हुई लोकसभा सीट किशनगंज ही थी.

क्या कहा था संजय जायसवाल ने: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP Sanjay Jaiswal) ने कहा कि भारत में सबसे अधिक बच्चे बिहार के अररिया (most children are born in araria) और किशनगंज (most children are born in kishanganj) में पैदा होते हैं. अगर ज्यादा बच्चे पैदा होंगे तो आर्थिक मंदी आएगी. इससे विकास कार्य प्रभावित होगा. वे बीते मंगलवार को अररिया में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत में यह बयान दिया था.


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