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बीजेपी की बिहार में आरक्षण बढ़ाने की मांग, राजद ने कहा जरूरी है तो भाजपा को किसने रोका है

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Published : Nov 14, 2022, 11:00 PM IST

आरक्षण की सीमा बढ़ने पर राजनीति
आरक्षण की सीमा बढ़ने पर राजनीति

बिहार में आरक्षण की सीमा बढ़ाने की मांग (Demand to increase reservation limit in Bihar) पर सियासत तेज हो गई है. भाजपा, राजद और जदयू जैसी प्रमुख पार्टियों ने जरूरत के हिसाब से आरक्षण बढ़ाने की मांग की है. पढ़ें पूरी खबर..

बिहारः झारखंड में आरक्षण की सीमा बढ़ने के साथ ही बिहार में सियासत तेज हो गई (Politics On reservation limit in Bihar) है. झारखंड की तर्ज पर बिहार में भी आरक्षण की सीमा बढ़ाने की मांग उठ रही है. भाजपा, जदयू और राजद ने समाज के अंतिम पायदान पर बैठे हुए लोगों को उचित अवसर के लिए आरक्षण की वकालत की है. तीनों दलों के प्रवक्ताओं ने बिहार में आरक्षण की सीमा बढ़ाने की वकालत की है. आने वाले दिनों में झारखंड की तर्ज पर बिहार में आरक्षण की मांग पर सियासत और तेज होने का अनुमान है.

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आरक्षण की सीमा बढ़ने पर राजनीति

"जातीय गणना हो रही है. बिहार में उसके बाद सब डाटा सामने होगा कौन वर्ग, किस जाति के लोग समाज में अंतिम पायदान पर हैं. इसका लेखा-जोखा भी हो जाएगा और उसके बाद इसको लेकर विचार किया जाएगा. सबसे पहले जातीय गणना पूरे देश में अगर हो जाता तो और अच्छी बात होती. जब इसकी शुरुआत कई राज्यों से हो गई है तो बिहार में भी इसकी जरूरत है. हम लोग यह बात जानते हैं, क्योंकि बिना आरक्षण का सीमा पार आए बिहार में वैसे लोगों को हम आगे नहीं बढ़ा सकते हैं जो लोग अभी भी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े हैं."- शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल

"हमारे मुख्यमंत्री जी इन सब बातों पर काफी गंभीर रहते हैं. हमारे वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आरक्षण के सीमा बढ़ाने की बात कही है. वैसे हम लोगों की पार्टी ऐसी पार्टी है कि कभी भी हम लोग इसी मुद्दे पर ज्यादा विरोध नहीं करते हैं. सवर्णों को जो आरक्षण दी गई, उस पर भी हम लोगों ने विरोध नहीं किया. जो बात जायज है, उसको लेकर हम लोग आगे बढ़ेंगे और जहां तक आरक्षण की सीमा बढ़ाने की बात है तो पार्टी के प्लेटफार्म पर बात चल रही है, जो निर्णय मुख्यमंत्री लेंगे उसके अनुसार काम किया जाएगा."अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता

"अगर जरूरत है तो आरक्षण की सीमा बढ़नी चाहिए. किसने रोका है. हम लोग तो चाहते हैं कि समाज में जो अंतिम पायदान के लोग हैं वह भी आगे आए लेकिन वर्तमान में जो सरकार है वह पिछड़ों को आरक्षण नहीं दे रही है. यह सब विदित है कहने के लिए सरकार तो कहती है कि हम पिछड़ों को आरक्षण देंगे. आगे बढ़ाएंगे दलितों शोषित मजदूरों को आगे बढ़ाएंगे, लेकिन यह सिर्फ नारा ही कहा जा रहा है. वर्तमान में जो नगर निकाय के चुनाव होने वाले थे या पंचायत को जो चुनाव हुए हैं, उसमें आरक्षण का क्या हाल है. यह जनता ने देखा और सबको पता है."-प्रेम रंजन पटेल, भारतीय जनता पार्टी

भाजपा ने महागठबंधन पर लगाया आरोपः भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि अगर जरूरत है जरूरत के अनुसार बड़े लोग इसका विरोध नहीं करेंगे. लेकिन इतना जरूर कहते हैं कि वर्तमान में जो सरकार है, वह पिछड़ों की हक मारी कर रही है. जो लोग आरक्षण की सीमा बढ़ाने की बात कर रहे हैं, पहले उन से पूछिए कि वह आरक्षण के लिए क्या-क्या किए हैं. जबकि भारतीय जनता पार्टी पूरे देश के स्तर पर पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा के लिए लगातार काम किया है. कमेटी बनाई गई है. अध्ययन किए गए हैं कि किस वर्ग के लोग अभी भी पीछे रहे हैं और उन्हें क्या-क्या चाहिए उसके अनुसार योजना चलाया गया है, लेकिन यह लोग सिर्फ और सिर्फ बयानबाजी करेंगे हम जानते हैं कि यह लोग कुछ कर नहीं.

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