पटना: सूबे के प्रतिष्ठित अस्पताल पीएमसीएच के ऑर्थो इमरजेंसी में कई मरीज वर्तमान समय में ऐसे हैं, जो ऑपरेशन की इंतजार में अस्पताल में पिछले कई दिनों से एडमिट हैं. ऑपरेशन के लिए जब भी इनका डेट आता है, उस दिन इनका ऑपरेशन नहीं हो पाता. फिर ऑपरेशन के लिए अगला डेट दिया जाता है. फिर उस दिन यही प्रक्रिया होती है. ऑपरेशन में लेट होने के कारण मरीज की तबीयत बिगड़ती जा रही है. और डॉक्टर सुध नहीं ले रहे हैं.
दो बार डेट आया लेकिन नहीं हुआ ऑपरेशन
पीएमसीएच में 21 दिसंबर को एडमिट हुई छपरा की एक बच्ची की मां मंजू देवी ने बताया कि उनकी बच्ची की रीढ़ की हड्डी टूट गई है. ऑपरेशन होना है. एक महीने से अधिक समय से अपनी बच्ची का ऑपरेशन कराने के लिए अस्पताल में है. दो बार ऑपरेशन का डेट आने के बावजूद ऑपरेशन नहीं हो पाया है. फिर अब इस बार मंगलवार को ऑपरेशन का अगला डेट मिला है. उन्होंने बताया कि बच्ची की तबीयत बिगड़ रही है. मगर डॉक्टर कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं. बच्ची अस्पताल के ऑर्थो इमरजेंसी आईसीयू के बेड नंबर 3 पर एडमिट है.
ये भी पढ़ें- झारखंड के वित्त मंत्री के बयान पर बिहार में सियासी घमासान तेज
मोतिहारी से पहुंचे पीएमसीएच
इसी वार्ड में बेड नंबर एक पर एडमिट मरीज के पुत्र रामप्रवेश ने बताया कि वह पिछले 3 महीने से अपने पिता का इलाज कराने के लिए पीएमसीएच में है. यहां सही इलाज नहीं हो रहा. पिता के गर्दन के पास हड्डी टूट गई है. जिस का ऑपरेशन होना है. लगातार डॉक्टर ऑपरेशन का डेट आगे खिसका रहे हैं. उन्होंने बताया कि मरीज की हालत अब लगातार बिगड़ती जा रही है. अभी ऐसी स्थिति हो गई है कि पता नहीं चल रहा है कि उसके पिता जिंदा है या नहीं. उन्होंने बताया कि मोतिहारी से वह बहुत ही उम्मीदों के साथ पीएमसीएच में अपने पिता का इलाज कराने पहुंचे थे. मगर उन्हें यहां बहुत निराशा महसूस हुई है.
ये भी पढ़ें- चिराग पासवान को लेकर NDA में मतभेद, JDU-LJP की लड़ाई से पशोपेश में BJP
हाल ही में मामला संज्ञान में आया
इस पूरे मामले पर पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ विमल कारक ने बताया कि अस्पताल में सर्जरी सुचारू रूप से चल रही है. मगर किसी किसी भी भाग में सर्जरी के कुछ मामले रुके हुए हैं. इसकी जानकारी उन्हें भी प्राप्त हुई है. उन्होंने बताया कि कुछ मरीज ऐसे जरूर हैं, जो अस्पताल में कई दिनों से ऑपरेशन के लिए एडमिट हैं. मगर उनका ऑपरेशन नहीं हो पाया है. इसके बारे में और अधिक जानकारी ऑर्थो विभाग के विभागाध्यक्ष देंगे. उन्होंने बताया कि हाल ही में उनके पास मामला संज्ञान में आया है और वह इसको गंभीरता से देखेंगे.