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शराबबंदी पर सरकार को हाईकोर्ट की फटकार, विपक्ष बोला- नेताओं की मिलीभगत से चल रहा है धंधा

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Published : Jan 30, 2020, 5:35 PM IST

पटना
पटना

कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि विपक्ष लगातार सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करती रही है कि प्रदेश में शराबबंदी है तो शराब बिक कैसे रही है, इस धंधे में लगे 1.5 लाख लोग जेल में कैसे बंद हैं.

पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद मिल रहे शराब को लेकर हाईकोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाई है. जिससे विपक्ष को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है और वो सरकार पर हमलावर हो गया है. आरजेडी और कांग्रेस ने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिहार में नाम की शराबबंदी है. सरकार शराब की होम डिलीवरी करवा रही है.

'झूठ बोलते हैं नीतीश कुमार'
आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार ने घोषणा की थी कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. फिर सरकार जवाब दे कि बिहार की सीमा से प्रदेश में शराब कैसे घुस जाता है. उन्होंने कहा कि इसमें सरकार के बड़े-बड़े नेताओं की मिलीभगत है. नीतीश कुमार की पार्टी के लोग शराब के धंधे में लगे हैं. उन्होंने कहा कि झूठ बोलकर जनता गुमराह करते हैं. ये बात प्रशांत किशोर ने सिद्ध कर दिया है.

पटना
पटना हाईकोर्ट (फाइल फोटो)

'शराब माफियाओं को सरकार की शह'
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि विपक्ष लगातार सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करती रही है कि प्रदेश में शराबबंदी है तो शराब बिक कैसे रही है, इस धंधे में लगे 1.5 लाख लोग जेल में कैसे बंद हैं. उन्होंने कहा कि सरकार शराबबंदी लागू तो की है, लेकिन खूद नहीं चाहती की प्रदेश में शराबबंदी हो, क्योंकि सरकार की शह में शराब माफिया इसके धंधे में लगे हैं.

पेश है रिपोर्ट

हाईकोर्ट की फटकार
बता दें कि हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू हुए 3 साल हो गए, यहां शराब के निर्माण और बिक्री पर पूरी तरह रोक है तो लगातार शराब की खेप कैसे बरामद हो रही है. हाईकोर्ट ने सभी जिला अधिकारियों को भी इसके लिए तलब किया है.

Intro: पूर्ण शराबबंदी के बावजूद बिहार में मिल रहे हैं शराब को लेकर हाईकोर्ट ने सरकार की लगाई फटकार सभी जिला अधिकारियों को किया तलब विपक्ष ने सरकार पर उठाए सवाल


Body:पटना-- पटना हाईकोर्ट ने बिहार में शराब मिलने पर सरकार के अधिकारियों को फटकार लगाई साथ ही सभी जिला अधिकारियों से तलब करते हुए पूछा कि बिहार में पुलिस शराब बंदी लागू हुए 3 साल हो गए इसके बावजूद भी बिहार में शराब कैसे मिल रहे हैं कहीं सैकड़ों तो कहीं हजारों लीटर शराब पकड़ी जा रही है जबकि राज्य में शराब निर्माण एवं बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध है तो फिर कैसे मिल रहे हैं शराब इसको लेकर सरकार को फटकार लगाते हुए हाईकोर्ट ने सभी जिला अधिकारियों से तलब किया है हाईकोर्ट की फटकार के बाद अब विपक्ष को बैठा बैठा या मुद्दा भी मिल गया महागठबंधन के नेता शराबबंदी को लेकर सरकार पर पहले से ही लगातार हमलावर थे अब हाईकोर्ट के नाराजगी विपक्ष को संजीवनी मिल गई एक बार फिर विपक्ष सरकार को घेरने में लग गया आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने जदयू से निकाले गए प्रशांत किशोर के बयान को लेकर कहा कि प्रशांत किशोर ने साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झूठे हैं और मुख्यमंत्री झूठ वक्तव्य देकर जनता को बरगला रहे हैं कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन लगातार आए दिन शराब मिलने की खबरें मिलती रहती है तो सवाल है कि आखिर शराबबंदी है उसके बावजूद भी बिहार में शराब मिल रहा है भाई बिरेंद्र ने कहा कि सरकार की मिलीभगत से ही बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है।

तो वहीं कांग्रेस ने भी हाईकोर्ट के सवाल को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि विपक्ष लगातार शराबबंदी को लेकर सवाल उठाते आ रहा है लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं लेकिन अब जब हाईकोर्ट ने सरकार को शराब को लेकर फटकार लगाई है तो इसे साफ है कि बिहार में शराब मिल रहा है अब जब न्यायालय ने संज्ञान लिया है तो जो लोग शराब बंदी के पक्ष में है वह खुश है कि कम से कम न्यायालय ने तो सवाल उठाया लेकिन बिहार सरकार शराबबंदी भले ही लागू कर दी हो लेकिन सरकार शराबबंदी नहीं चाहती है।

बाइट-- भाई बिरेंद्र मुख्य प्रवक्ता आरजेडी

बाइट-- राजेश राठौर प्रवक्ता कांग्रेस




Conclusion:हम आपको बता दें कि 5 अप्रैल 2016 में बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हो गई इस कानून के तहत लगभग एक लाख से अधिक लोगों पर मुकदमे हुए लोगों को जेल भेजा गया लगभग दो लाख लीटर से अधिक शराब भी बरामद हुए हैं ऐसे में शराबबंदी लागू हुए 3 साल हो गए और लगातार शराब पकड़े जा रहे हैं इसको लेकर हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए सभी जिला अधिकारियों से तलब करके 13 फरवरी को रिपोर्ट मांगी है अब देखने वाली बात होगी कि कोर्ट की फटकार के बाद बिहार सरकार के अधिकारी कितना सख्त होते हैं और क्या कोर्ट को जवाब देते हैं लेकिन यह तो साफ है कोर्ट की फटकार के बाद अब विपक्ष को बैठा बैठा है एक और मुद्दा मिल गया है

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट
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