पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के पहले चरण का नामांकन (Nomination) की शुरूआत गुरुवार से हो गई है. 8 सितंबर तक पर्चे भरे जाएंगे. नामांकन के पहले दिन 10 जिलों के 12 प्रखंडों में कुल 565 नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा 354 नामांकन ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए दाखिल किए गए.
ये भी पढ़ें- बिहार पंचायत चुनाव के पहले चरण का नामांकन शुरू, 8 सितंबर तक भरे जाएंगे पर्चे
कुल 565 नामांकन पत्रों में से 491 नामांकन पत्रों का निर्वाचित पदाधिकारी द्वारा वेबसाइट पर ऑफलाइन एंट्री कर दिया गया. साथ ही ऑनलाइन 31 अभ्यर्थियों द्वारा विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया गया. ग्राम पंचायत सदस्य के कुल 354 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है. वहीं, मुखिया पद के लिए 69 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है. पंचायत समिति सदस्य के लिए 43, ग्राम कचहरी के 67, ग्राम कचहरी सरपंच के 24, जिला परिषद सदस्य के 8 उम्मीदवारों ने चुनाव में उतरने का फैसला किया है.
पहले चरण के पंचायत चुनाव के लिए बुधवार को ही अधिसूचना जारी हो गई है. अधिसूचना के मुताबिक 10 जिलों के लिए 12 प्रखंडों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिन लोगों ने नामांकन दाखिल किया है उसमें मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, पंच और सरपंच पद के लिए उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है.
ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव के लिए आयोग ने कसी कमर, पुलिस को दिए आदेश
उम्मीदवार 8 सितंबर तक नामांकन पत्र दाखिल करेंगे और 11 सितंबर तक नामांकन पत्रों की समीक्षा की जाएगी. 13 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र वापस भी ले सकते हैं और उसी दिन प्रत्याशियों की अंतिम सूची भी जारी होगी, उनको प्रतीक चिन्ह आवंटित किया जाएगा. पहले चरण का मतदान 24 सितंबर को होगा.
वहीं, इस बार पहले चरण के चुनाव में शामिल प्रत्याशियों को प्रचार प्रसार के लिए 11 दिनों का समय मिलेगा. जितने में वो मतदाताओं के बीच जाकर जनता को रिझाने की कोशिश करेंगे. बिहार में पहली बार पंचायत चुनाव के लिए ईवीएम और मतपेटिका दोनों के माध्यम से मतदान होगा. 4 पद के लिए ईवीएम का उपयोग होगा और 2 पदों के लिए मतपेटिका के माध्यम से मतदान कराया जाएगा.
ये भी पढ़ें- पंचायत इलेक्शन से 24 विधान परिषद सीटों के भाग्य का भी होगा फैसला, दांव पर BJP-JDU की प्रतिष्ठा
राज्य निर्वाचन आयोग भी चुनाव को शांतिपूर्ण निष्पक्ष कराने को लेकर के पूरी तरह से कमर कस चुका है. इस दौरान प्रत्याशी भी अब पूरे जोर-शोर के साथ चुनावी मैदान में उतर गए हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि प्रत्याशियों की अग्नि परीक्षा गुरुवार से शुरू हो गई है. उम्मीदवार चुनावी मैदान में कूद चुके हैं. पहले चरण के मतदान 24 सितंबर को होंगे और 24 सितंबर के दिन ही ईवीएम और मतपेटिका में प्रत्याशियों का भाग्य कैद हो जाएगा. जिसके बाद 26 और 27 सितंबर को मतगणना की जाएगी.
बता दें कि पंचायत चुनाव दिसंबर तक चलेगा और उसके बाद ही स्थानीय प्राधिकार से चुने जाने वाले विधान पार्षदों के लिए चुनाव संभव हो पाएगा. जब भी चुनाव होगा, पंचायत जनप्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. यही कारण है कि सभी दल अधिक से अधिक अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को त्रिस्तरीय चुनाव के माध्यम से पंचायत में भेजने की कोशिश कर रहे हैं.