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Shardiya Navratri 2023: मसौढ़ी में नौ स्वरूपों में विराजमान है 11 पिंडी वाली देवी माई, दरबार कुवांरी कन्याओं व निसंतान महिलाएं नहीं लौटती खाली हाथ.

राजधानी पटना के मसौढ़ी मालीकाना देवी मंदिर की खास मान्यता है. इस मंदिर में 11 पिंडी वाली देवी माई विराजमान है, जिनकी पूजा करना कुंवारी कन्याओं के लिए वरदान साबित होता है. यहां कुंवारी कन्याएं अगर 9 दिनों तक प्रत्येक शाम दिया जलाती है तो उनके शादी ब्याह के लग्न का दोष खत्म हो जाता है. पढ़ें पूरी खबर.....

मसौढ़ी में नौ स्वरूपों में विराजमान है मां दुर्गा
मसौढ़ी में नौ स्वरूपों में विराजमान है मां दुर्गा
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 20, 2023, 9:18 AM IST

मसौढ़ी में नौ स्वरूपों में विराजमान है 11 पिंडी वाली देवी माई

पटना: नवरात्रि पूजा को लेकर विभिन्न देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का जुटान हो रहा है, भक्ता मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. ऐसे में राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी स्थित मालिकाना देवीमंदिर में 11 पिंडी वाली देवी माई नौ स्वरूपों में विराजमान है, जिसके बारे में पौराणिक मान्यताएं हैं. कहा जाता है कि यहां 9 दिनों तक प्रत्येक शाम दिया जलाने पर कुंवारी कन्याओं के शादी ब्याह के लग्न का दोष खत्म हो जाता है, वहीं निसंतान दंपत्ति को संतान की प्राप्ति होती है.

ये भी पढ़ें: Shardiya Navratra 2023: बिहार का यह काली मंदिर 400 साल पुराना है, जहां माता स्थापित हैं, वहां 108 नरमुंडों की बली दी गई थी..

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वैवाहिक जीवन के सारे कष्ट दूर: इस देवी मंदिर में जो भी कुंवारी कन्याएं माता की पूजा करती हैं, यहां नवरात्रि के नौ दिन दिया जलाती हैं तो उनके वैवाहिक जीवन में आने वाले सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. उनके शादी में आने वाली अड़चनें भी खत्म हो जाती है. देवी मंदिर में लड़कियों और महिलाओं का दिया जलाने के लिए तांता लगा रहता है.

माता के दरबार में भक्तों की भीड़
माता के दरबार में भक्तों की भीड़

संतान की होती है प्राप्ति: कहा जाता है कि 11 पिंडी वाली देवी माई के दरबार से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है. माता के दरबार में मां के आशीर्वाद से सिर्फ कुंवारी कन्याओं की ही नहीं बल्कि निसंतान महिलाओं की भी गोद भर जाती है. इसी आस्था और विश्वास को लेकर प्रत्येक साल नवरात्रि पर बहुत दूर-दूर से महिलाएं यहां पर शाम को दिया जलाने के लिए आती हैं और घंटो भजन-कीर्तन करती हैं.

माता के दरबार में दिया जलाने की है मान्यता
माता के दरबार में दिया जलाने की है मान्यता

"पिछले 42 सालों में सैकड़ो ऐसे लोग हैं जिनकी मनोकामना इस मंदिर में पूरी हुई है. मंदिर में माता सबकी मुरादें पूरी करती हैं, लगातार बढ़ते आस्था के साथ दूर-दूर से लोग यहां पर दिया जलाने के लिए आते हैं."- कुमारी प्रीतिलता, स्थानीय वार्ड पार्षद

मसौढ़ी में नौ स्वरूपों में विराजमान है 11 पिंडी वाली देवी माई

पटना: नवरात्रि पूजा को लेकर विभिन्न देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का जुटान हो रहा है, भक्ता मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. ऐसे में राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी स्थित मालिकाना देवीमंदिर में 11 पिंडी वाली देवी माई नौ स्वरूपों में विराजमान है, जिसके बारे में पौराणिक मान्यताएं हैं. कहा जाता है कि यहां 9 दिनों तक प्रत्येक शाम दिया जलाने पर कुंवारी कन्याओं के शादी ब्याह के लग्न का दोष खत्म हो जाता है, वहीं निसंतान दंपत्ति को संतान की प्राप्ति होती है.

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वैवाहिक जीवन के सारे कष्ट दूर: इस देवी मंदिर में जो भी कुंवारी कन्याएं माता की पूजा करती हैं, यहां नवरात्रि के नौ दिन दिया जलाती हैं तो उनके वैवाहिक जीवन में आने वाले सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. उनके शादी में आने वाली अड़चनें भी खत्म हो जाती है. देवी मंदिर में लड़कियों और महिलाओं का दिया जलाने के लिए तांता लगा रहता है.

माता के दरबार में भक्तों की भीड़
माता के दरबार में भक्तों की भीड़

संतान की होती है प्राप्ति: कहा जाता है कि 11 पिंडी वाली देवी माई के दरबार से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है. माता के दरबार में मां के आशीर्वाद से सिर्फ कुंवारी कन्याओं की ही नहीं बल्कि निसंतान महिलाओं की भी गोद भर जाती है. इसी आस्था और विश्वास को लेकर प्रत्येक साल नवरात्रि पर बहुत दूर-दूर से महिलाएं यहां पर शाम को दिया जलाने के लिए आती हैं और घंटो भजन-कीर्तन करती हैं.

माता के दरबार में दिया जलाने की है मान्यता
माता के दरबार में दिया जलाने की है मान्यता

"पिछले 42 सालों में सैकड़ो ऐसे लोग हैं जिनकी मनोकामना इस मंदिर में पूरी हुई है. मंदिर में माता सबकी मुरादें पूरी करती हैं, लगातार बढ़ते आस्था के साथ दूर-दूर से लोग यहां पर दिया जलाने के लिए आते हैं."- कुमारी प्रीतिलता, स्थानीय वार्ड पार्षद

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