पटनाः महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे के बाद बीजेपी बैकफुट पर है. वहीं, बीजेपी नेताओं को जवाब देते नहीं सूझ रहा. दूसरी तरफ जेडीयू नेता भी इस पर बोलने से बचते दिख रहे हैं. हालांकि विधानसभा सत्र के दौरान जदयू के वरिष्ठ नेता और संसदीय कार्य श्रवण कुमार ने इस पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में संविधान के तहत कार्रवाई हो रही है.
जेडीयू नेता और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विधायक दल के नेता ने प्रस्ताव दिया था. जिसके बाद राज्यपाल ने सीएम और डिप्टी सीएम को शपथ दिलाई. शपथ संख्या बल के आधार पर कराई गई थी. उन्होंने कहा कि बहुमत साबित करने के लिए फ्लोर टेस्ट एक जरूरी प्रक्रिया है. महाराष्ट्र में जो कुछ भी हो रहा है वह पूरी तरह संविधान सम्मत है.
मजबूत विपक्ष की भूमिका निभायेगी बीजेपी
बता दें कि महाराष्ट्र में पहले डिप्टी सीएम अजात पवार ने इस्तीफा दिया. जिसके बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर CM पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. हालांकि उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर संदेह है कि ये तीन दलों के गठबंधन वाली सरकार स्थिर होगी या नहीं लेकिन भाजपा एक मजबूत विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाएगी और लोगों की आवाज को बुलंद करेगी.
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बीजेपी को महाराष्ट्र में मुंह की खानी पड़ी
वहीं, देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे के बाद बिहार कांग्रेस में जश्न का माहौल है. कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के नेतृत्व महाराष्ट्र में सरकार बनेगी और अपना कार्यकाल पूरा करेगी. कांग्रेस नेता ने कहा कि अजित पवार लालच और बहकावे में आ गए थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी अलग-अलग राज्यों में जोड़-तोड़ कर सरकार बनाती आ रही है. लेकिन इस बार महाराष्ट्र में उसे मुंह की खानी पड़ी है.