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कूड़ा-कूड़ा हुई राजधानी.. सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर बेहाल, बढ़ा बीमारी का खतरा

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Published : Sep 14, 2021, 9:21 PM IST

पटना में नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के सफाईकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite Strike) की वजह से बीते 8 दिनों से कचरे का उठाव नहीं हुआ है. ऐसे में कई संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. पढ़ें रिपोर्ट..

पटना
पटना

पटना: अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर के नगर निकाय के सफाई कर्मी और दैनिक मजदूर लगातार 8वें दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite Strike) पर बने हुए हैं. ऐसे में राजधानी पटना की बात करें तो पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के दैनिक मजदूर सफाई कर्मी और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी भी लगातार हड़ताल पर हैं. राजधानी पटना में बीते 8 दिनों से कचरे का उठाव नहीं हुआ है, इसके साथ ही कई संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.

ये भी पढ़ें- सफाईकर्मी हड़ताल: सरकार के साथ पहली बैठक रही बेनतीजा, जारी रहेगी नगर निगम की हड़ताल

पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि अभी जो गंदगी फैली हुई है, उसके कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा टाइफाइड और वायरल हेपिटाइटिस के भी मामले बढ़ गए हैं. गंदगी की वजह से शहर में मच्छर भी बढ़ गए हैं और अब मच्छर जनित बीमारियां भी बढ़ गई हैं. डेंगू, जैपनीज इंसेफलाइटिस और मलेरिया के केस भी मिलने लगे हैं. उन्होंने कहा कि कचरे में काफी खाद्य पदार्थ भी फेंके हुए रहते हैं और रेन वाटर के कारण उस गंदगी में फंगल ग्रोथ होना शुरू हो जाती है, जिस वजह से फंगल और बैक्टीरियल बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.

देखें रिपोर्ट

''जब कचरा में फंगस ग्रो हो जाता है, उसके बाद अगर वह सूख जाता है, फिर भी फंगस के जो स्पोर्स तैयार हो गए रहते हैं, उस वजह से काफी बाद तक भी वातावरण में वो फंगल बीमारियां फैलाने में सक्षम होता है. कुल मिलाकर वायरल बीमारी, बैक्टीरियल बीमारी, फंगल बीमारी, प्रोटोजेनिक बीमारी फैलने का खतरा काफी बढ़ गया है. गंदगी के कारण पटना वासियों की सबसे ज्यादा परेशानी वायरल फीवर केसों के बढ़ने से बढ़ी है. बर्ड फ्लू के भी मामले सामने आए हैं, ऐसे में गंदगी से कई बीमारियों का खतरा बहुत अधिक बढ़ गया है.''- डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक, पटना

ये भी पढ़ें- कैसे होगी राजधानी की सफाई?..बेमियादी हड़ताल पर सफाई कर्मी

डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि इसके अलावा जो लोग पहले से स्वास्थ्य संबंधी बीमारी से ग्रसित हैं, उन लोगों की समस्याएं भी बढ़ गई हैं. गंदगी की वजह से सांस लेने में तकलीफ होने लगी है और अनिद्रा के मामले भी बढ़ने लगे हैं. कचरे से कई प्रकार के हार्मफुल गैस निकलती हैं और इस वजह से वातावरण में प्रदूषण बढ़ गया है. कचरे से मिथेन और सल्फर डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसें निकलती हैं. जो एलर्जी के मरीज हैं, उनमें दम फूलने की समस्या बढ़ गई है. अनचाहे गंध की वजह से लोग असहज महसूस कर रहे हैं. लोगों में अस्थमेटिक अटैक भी बढ़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अभी के समय गंदगी की वजह से बाहर का स्ट्रीट फूड बहुत अधिक हानिकारक हो गया है. स्ट्रीट फूड वेंडर के आसपास गंदगी काफी अधिक होने से जो लोग इन खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं, उनके पेट में तकलीफ भी बढ़ रही है और जोंडिस के मामले भी बढ़ने लगे हैं.

पटना: अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर के नगर निकाय के सफाई कर्मी और दैनिक मजदूर लगातार 8वें दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite Strike) पर बने हुए हैं. ऐसे में राजधानी पटना की बात करें तो पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के दैनिक मजदूर सफाई कर्मी और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी भी लगातार हड़ताल पर हैं. राजधानी पटना में बीते 8 दिनों से कचरे का उठाव नहीं हुआ है, इसके साथ ही कई संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.

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पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि अभी जो गंदगी फैली हुई है, उसके कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा टाइफाइड और वायरल हेपिटाइटिस के भी मामले बढ़ गए हैं. गंदगी की वजह से शहर में मच्छर भी बढ़ गए हैं और अब मच्छर जनित बीमारियां भी बढ़ गई हैं. डेंगू, जैपनीज इंसेफलाइटिस और मलेरिया के केस भी मिलने लगे हैं. उन्होंने कहा कि कचरे में काफी खाद्य पदार्थ भी फेंके हुए रहते हैं और रेन वाटर के कारण उस गंदगी में फंगल ग्रोथ होना शुरू हो जाती है, जिस वजह से फंगल और बैक्टीरियल बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.

देखें रिपोर्ट

''जब कचरा में फंगस ग्रो हो जाता है, उसके बाद अगर वह सूख जाता है, फिर भी फंगस के जो स्पोर्स तैयार हो गए रहते हैं, उस वजह से काफी बाद तक भी वातावरण में वो फंगल बीमारियां फैलाने में सक्षम होता है. कुल मिलाकर वायरल बीमारी, बैक्टीरियल बीमारी, फंगल बीमारी, प्रोटोजेनिक बीमारी फैलने का खतरा काफी बढ़ गया है. गंदगी के कारण पटना वासियों की सबसे ज्यादा परेशानी वायरल फीवर केसों के बढ़ने से बढ़ी है. बर्ड फ्लू के भी मामले सामने आए हैं, ऐसे में गंदगी से कई बीमारियों का खतरा बहुत अधिक बढ़ गया है.''- डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक, पटना

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डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि इसके अलावा जो लोग पहले से स्वास्थ्य संबंधी बीमारी से ग्रसित हैं, उन लोगों की समस्याएं भी बढ़ गई हैं. गंदगी की वजह से सांस लेने में तकलीफ होने लगी है और अनिद्रा के मामले भी बढ़ने लगे हैं. कचरे से कई प्रकार के हार्मफुल गैस निकलती हैं और इस वजह से वातावरण में प्रदूषण बढ़ गया है. कचरे से मिथेन और सल्फर डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसें निकलती हैं. जो एलर्जी के मरीज हैं, उनमें दम फूलने की समस्या बढ़ गई है. अनचाहे गंध की वजह से लोग असहज महसूस कर रहे हैं. लोगों में अस्थमेटिक अटैक भी बढ़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अभी के समय गंदगी की वजह से बाहर का स्ट्रीट फूड बहुत अधिक हानिकारक हो गया है. स्ट्रीट फूड वेंडर के आसपास गंदगी काफी अधिक होने से जो लोग इन खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं, उनके पेट में तकलीफ भी बढ़ रही है और जोंडिस के मामले भी बढ़ने लगे हैं.

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