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गायघाट शेल्टर होम कांड: समाज कल्याण विभाग के दफ्तर में पीड़िता का बयान दर्ज

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Published : Feb 4, 2022, 11:02 PM IST

गायघाट शेल्टर होम कांड
गायघाट शेल्टर होम कांड

गायघाट शेल्टर होम कांड की पीड़ित युवती का बयान समाज कल्याण विभाग ने दर्ज किया है. विभाग के निदेशक राजकुमार के दफ्तर में लगभग दो से तीन घंटे तक पीड़िता का बयान रिकॉर्ड किया गया. विभाग ने पीड़िता का एक एक बयान नोट कर उसपर जांच शुरू कर दी है.

पटना: गायघाट शेल्टर होम कांड (Shelter Home Scandal In Patna) पर हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद समाज कल्याण विभाग की नींद टूटी है. शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग ने पीड़िता का बयान दर्ज किया है. निदेशक के चेंबर में बुलाकर पीड़िता का बयान रिकॉर्ड कराया गया. पीड़ित लड़की महिला विकास मंच के प्रतिनिधियों के साथ समाज कल्याण विभाग के दफ्तर में पहुंची थी.

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बता दें कि समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार के दफ्तर में बयान दर्ज किया गया. इस दौरान महिला विकास मंच की प्रतिनिधि भी मौजूद थीं. समाज कल्याण विभाग के अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता से पूरी बात की जानकारी ली गई है. लगभग 2 से 3 घंटे तक बयान दर्ज किया गया. बातचीत के दौरान हर एक बात को नोट किया गया.

बता दें कि इससे पहले पीड़िता ने मीडिया में आकर बालिका गृह में चल रहे कुकर्मो को उजागर करने का काम किया था. पीड़िता ने अधीक्षका पर आरोप लगाया तो आनन-फानन में समाज कल्याण विभाग ने जांच कर क्लीन चिट दे दिया, लेकिन अब यह मामला इतना तूल पकड़ लिया कि समाज कल्याण विभाग पर सवाल खड़े होने लगे. ऐसे में एक बार फिर से समाज कल्याण विभाग पीड़िता के बयान के अनुसार जांच में जुट गया है.

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दरअसल, आलमगंज थाना क्षेत्र के गायघाट स्थित शेल्टर होम से निकलकर एक युवती ने महिला रिमांड होम की अधीक्षिका बंदना गुप्ता पर सनसनीखेज आरोप लगाया था. महिला रिमांड होम से बाहर आने पर युवती सीधे महिला थाने में पहुंची, जहां उसने कई राज खोले. युवती ने बताया कि गायघाट स्थित शेल्टर होम की अधीक्षिका बंदना गुप्ता द्वारा सवासिनों को नशे की सुई देकर अवैध कारोबार करने पर मजबूर किया जाता है.

इस खुलासे के बाद पूरे बिहार में मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड की यादें ताजा कर दीं. इसे शेल्टर होम कांड पार्ट-2 तक कहा जाने लगा. हालाकि इस मामले में हाईकोर्ट के स्वत:संज्ञान लेते ही मामले ने तूल पकड़ लिया. अब जाकर समाज कल्याण विभाग ने युवती का बयान दर्ज किया है. देर से ही सही समाज कल्याण विभाग इस मुद्दे पर जाग गया है.

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