- " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">
पटनाः मां का जीवन में बहुत ही बड़ा महत्व होता है. मां की ममता से बड़ा कुछ नहीं होता. मां खुद भूखे रह कर अपने बच्चे के लिए पहले भोजन की व्यवस्था करती है. ऐसे में मां की ममता को दर्शाते हुए लोक गायिका मनीषा श्रीवास्तव (Manisha Srivastava Song) ने रविवार को मदर्स डे के मौके पर दोपहर के समय लोकगीत रिलीज किया है. गाना बहुत ही भावुक कर देने वाला है. इस गीत के पीछे का जो मैसेज है वह एक स्त्री से मां बनने की कहानी है और इसे सोहर की शैली में गाया गया है.
यह भी पढ़ेंः Wedding Folk Songs: शादी विवाह में लोकगीत गाने की परंपरा हो रही खत्म, बदले में डीजे और स्टेज शो आ गया
एक स्त्री से मां बनने की कहानीः मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि मातृ दिवस पर सभी नारी शक्ति को समर्पित यह सोहर गीत है, जिसमें एक स्त्री से मां बनने की कहानी है. उन्होंने बताया कि एक स्त्री के लिए मातृत्व सुख से बढ़कर ना तो कोई सुखद अनुभूति होती है ना ही कोई इससे बड़ी सफलता. प्रकृति से मिला मां बनने का उपहार एक औरत के लिए सबसे बेहतरीन उपहार होता है. वो मातृत्व प्राप्ति के हर पल का ना सिर्फ आनंद उठाती है, बल्कि वह इस खूबसूरत एहसास को अनुभूति का गर्व भी महसूस करती है. मातृत्व का प्रत्येक पहलू औरत को पूर्णता और आश्चर्यजनक अनुभवों से भर देता है. इसी को इस गीत में भी गाया गया है.
काफी भावनात्मक गीतः मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि इस गीत में बताया गया है कि एक स्त्री जब मां बनती है तो इस दौरान मीठे एहसासों के साथ-साथ कई सारे दुखों और कष्ट से गुजरना पड़ता है. इसी खुशी और कष्ट को इस गीत में उन्होंने संजोया है. यह काफी भावनात्मक गीत है और उन्हें विश्वास है कि इस गीत को सुनकर सभी माताओं को अपनी जीवन की वास्तविक अनुभूति का दुबारा से एहसास होगा. इस गीत के लिए संगीत प्रभाकर पांडे ने दिया है, जबकि कॉन्सेप्ट सुमित श्रीवास्तव ने तैयार किया है और गाने को उन्होंने आवाज दिया है.