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पहली बार गैंगवार में आया शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा का नाम, 7 करीबियों पर भी FIR

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Published : Apr 6, 2022, 10:33 AM IST

बिहार के सिवान में एक बार फिर से AK 47 की धमक सुनाई दी है. बिहार के MLC चुनाव में सिवान से निर्दलीय उम्मीदवार रईस खान के काफिले पर अज्ञात लोगों ने हमला किया. शहाबुद्दीन की मौत के बाद सिवान के खान ब्रदर्स (Khan Brothers Siwan) एक बार फिर चर्चा में है. दूसरी तरफ सिवान में हुए गैंगवार में दर्ज FIR में शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा का नाम आया है. पढ़ें पूरी खबर..

FIR against Shahabuddin son Osama
FIR against Shahabuddin son Osama

सिवान: आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन (Former MP Mohammad Shahabuddin), बिहार की राजनीति का ऐसा नाम जब प्रदेश में लालू-राबड़ी की सरकार थी तो उनकी तूती बोलती थी. उनके गृह जिले सीवान के लोग उन्हें नाम से नहीं बल्कि ‘साहेब’ कहकर बुलाते थे. आज जब मोहम्मद शहाबुद्दीन इस दुनिया में नहीं हैं तो उनकी पत्नी हिना शहाब और बेटे ओसामा शहाब (Shahabuddin Son Osama Shahab) उनकी राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं. लेकिन सिवान आज मोहम्मद शहाबुद्दीन की वजह से नहीं बल्कि उनके बेटे ओसामा शहाब की वजह चर्चा में है.

यह भी पढ़ें - सिवान में AK-47 ताबड़तोड़ फायरिंग मामला: शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब समेत 7 लोगों पर FIR दर्ज

गैंगवार में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा का नाम: दरअसल, बिहार में सोमवार को विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव हुए. इस दौरान सिवान में एमएलसी पद के निर्दलीय उम्मीदवार और खान ब्रदर्स के छोटे भाई रईस खान पर एके-47 से फायरिंग की गई. इस घटना में रईस खान तो बच गए, लेकिन एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं. अब इस गैंगवार में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब का नाम सामने आया है. इस FIR में शहाबुद्दीन के करीबी आफताब आलम, गुड्डू पिस्टल, साबिर अली, डबलू खान और चवन्नी सिंह सिंह सहित 8 के खिलाफ खान ब्रदर्स के रईस खान ने FIR दर्ज कराई है.

शहाबुद्दीन के 7 और करीबियों पर भी FIR: इसले अलावा अन्य आरोपियों में शहाबुद्दीन के करीबी चांप गांव के मो. आफताब आलम, नवलपुर के गुड्डू मियां उर्फ गुड्डू पिस्टल, ओरमा पंचायत के पूर्व मुखिया साबिर अली, शेखपुरा के डबलू खान, महुवल के आजाद अंसारी, महुवल के आसिफ सिद्दीकी, उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के चवन्नी सिंह का नाम शामिल है. इन सभी पर खान ब्रदर्स के रईस खान ने केस दर्ज कराया है.

शहाबुद्दीन से अदावत के बाद अलग गैंग बनाई: ये पहला मौका है जब सिवान जिले से गैंगवार में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब का नाम सामने आया है. आपको बता दें कि रईस खान को बिहार में खान ब्रदर्स के नाम से जाना जाता है. लंबे वक्त से शहाबुद्दीन गैंग से उनकी अदावत रही. अयूब खान और रईस खान को कभी बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का मुख्य शूटर (Main shooter of shahabuddin in siwan) के रूप में जाने जाता था, हालांकि खान ब्रदर्स ने शहाबुद्दीन के खिलाफ विद्रोह करते हुए अपना एक अलग गैंग (Khan Brothers rebelled against Shahabuddin) बना लिया.

मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत की बाद अयूब खान और उसका छोटा भाई रईस खान सिवान के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर (Most Wanted Gangster Ayub Khan and Raees Khan) माने जाते हैं. यही दोनों भाई मिलकर कुख्यात खान ब्रदर्स (Terror of khan brothers in siwan) का गैंग चलाते थे और बड़े पैमाने पर जमीन हथियाने से जुड़े मामलों में भी शामिल थे.

सलाखों के पिछे अयूब खान: तीन महीने पहले बिहार और बंगाल के चर्चित खान ब्रदर्स के बड़े भाई कुख्यात अयूब खान को STF ने पूर्णिया के बयासी थाना के चेकपोस्ट से गिरफ्तार किया था. अयूब खान पर हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती और अपहरण के 17 अलग-अलग थानों में कुल 42 केस दर्ज हैं. बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और ओडिशा की पुलिस को भी इसकी तलाश थी.

यह भी पढ़ें - सिवान में फिर गूंजी AK-47, एक की मौत, 4 घायल... निशाने पर थे निर्दलीय उम्मीदवार रईस खान

इन सब के बीच बड़ा सवाल ये है कि बिहार के सिवान में कहां से आई AK-47. कौन थे रईस खान पर गोली चलाने वाले लोग. सिवान पुलिस को इन सवालों के जवाब ढूंढने होंगे. बरामद हुई गोलियां बता रहीं हैं कि इसके पीछे गैंगवार तो नहीं. क्योंकि जिस सिवान पर शहाबुद्दीन के बाद रईस खान और अयूब खान का कब्‍जा है, जिन्‍हें खान ब्रदर्स के नाम से जाना जाता है, वहां एक बार फिर AK 47 गरजना और 150 राउंड गोलियां चलना वाकई बिहार पुलिस के लिए चिंता का सबब है.

यह भी पढ़ें - सिवान में रईस खान पर चली AK-47, तो आगबबूला हुए JDU नेता, कहा- बदला लेंगे

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सिवान: आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन (Former MP Mohammad Shahabuddin), बिहार की राजनीति का ऐसा नाम जब प्रदेश में लालू-राबड़ी की सरकार थी तो उनकी तूती बोलती थी. उनके गृह जिले सीवान के लोग उन्हें नाम से नहीं बल्कि ‘साहेब’ कहकर बुलाते थे. आज जब मोहम्मद शहाबुद्दीन इस दुनिया में नहीं हैं तो उनकी पत्नी हिना शहाब और बेटे ओसामा शहाब (Shahabuddin Son Osama Shahab) उनकी राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं. लेकिन सिवान आज मोहम्मद शहाबुद्दीन की वजह से नहीं बल्कि उनके बेटे ओसामा शहाब की वजह चर्चा में है.

यह भी पढ़ें - सिवान में AK-47 ताबड़तोड़ फायरिंग मामला: शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब समेत 7 लोगों पर FIR दर्ज

गैंगवार में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा का नाम: दरअसल, बिहार में सोमवार को विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव हुए. इस दौरान सिवान में एमएलसी पद के निर्दलीय उम्मीदवार और खान ब्रदर्स के छोटे भाई रईस खान पर एके-47 से फायरिंग की गई. इस घटना में रईस खान तो बच गए, लेकिन एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं. अब इस गैंगवार में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब का नाम सामने आया है. इस FIR में शहाबुद्दीन के करीबी आफताब आलम, गुड्डू पिस्टल, साबिर अली, डबलू खान और चवन्नी सिंह सिंह सहित 8 के खिलाफ खान ब्रदर्स के रईस खान ने FIR दर्ज कराई है.

शहाबुद्दीन के 7 और करीबियों पर भी FIR: इसले अलावा अन्य आरोपियों में शहाबुद्दीन के करीबी चांप गांव के मो. आफताब आलम, नवलपुर के गुड्डू मियां उर्फ गुड्डू पिस्टल, ओरमा पंचायत के पूर्व मुखिया साबिर अली, शेखपुरा के डबलू खान, महुवल के आजाद अंसारी, महुवल के आसिफ सिद्दीकी, उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के चवन्नी सिंह का नाम शामिल है. इन सभी पर खान ब्रदर्स के रईस खान ने केस दर्ज कराया है.

शहाबुद्दीन से अदावत के बाद अलग गैंग बनाई: ये पहला मौका है जब सिवान जिले से गैंगवार में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब का नाम सामने आया है. आपको बता दें कि रईस खान को बिहार में खान ब्रदर्स के नाम से जाना जाता है. लंबे वक्त से शहाबुद्दीन गैंग से उनकी अदावत रही. अयूब खान और रईस खान को कभी बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का मुख्य शूटर (Main shooter of shahabuddin in siwan) के रूप में जाने जाता था, हालांकि खान ब्रदर्स ने शहाबुद्दीन के खिलाफ विद्रोह करते हुए अपना एक अलग गैंग (Khan Brothers rebelled against Shahabuddin) बना लिया.

मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत की बाद अयूब खान और उसका छोटा भाई रईस खान सिवान के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर (Most Wanted Gangster Ayub Khan and Raees Khan) माने जाते हैं. यही दोनों भाई मिलकर कुख्यात खान ब्रदर्स (Terror of khan brothers in siwan) का गैंग चलाते थे और बड़े पैमाने पर जमीन हथियाने से जुड़े मामलों में भी शामिल थे.

सलाखों के पिछे अयूब खान: तीन महीने पहले बिहार और बंगाल के चर्चित खान ब्रदर्स के बड़े भाई कुख्यात अयूब खान को STF ने पूर्णिया के बयासी थाना के चेकपोस्ट से गिरफ्तार किया था. अयूब खान पर हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती और अपहरण के 17 अलग-अलग थानों में कुल 42 केस दर्ज हैं. बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और ओडिशा की पुलिस को भी इसकी तलाश थी.

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इन सब के बीच बड़ा सवाल ये है कि बिहार के सिवान में कहां से आई AK-47. कौन थे रईस खान पर गोली चलाने वाले लोग. सिवान पुलिस को इन सवालों के जवाब ढूंढने होंगे. बरामद हुई गोलियां बता रहीं हैं कि इसके पीछे गैंगवार तो नहीं. क्योंकि जिस सिवान पर शहाबुद्दीन के बाद रईस खान और अयूब खान का कब्‍जा है, जिन्‍हें खान ब्रदर्स के नाम से जाना जाता है, वहां एक बार फिर AK 47 गरजना और 150 राउंड गोलियां चलना वाकई बिहार पुलिस के लिए चिंता का सबब है.

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