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छपरा शराबकांड पर बोले मद्य निषेध मंत्री- 'तीन गिरफ्तार, FIR दर्ज कर हो रही है जांच'

छपरा में जहरीली शराब से 20 लोगों की मौत (20 people died due to poisonous liquor in Chapra) पर मंत्री सुनील कुमार ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि तीन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो भी जिम्मेवार होंगे उन पर होकार्रवाई की जाएगी. पढ़ें पूरी खबर..

छपरा शराब कांड पर मद्य निषेध मंत्री का बयान
छपरा शराब कांड पर मद्य निषेध मंत्री का बयान
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Published : Dec 14, 2022, 3:25 PM IST

छपरा शराब कांड पर मद्य निषेध मंत्री का बयान

पटनाः बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो चुकी है. शराब से इतने सारे लोगों की एक साथ मौत के बाद सूबे में सियासी भूचाल मचा हुआ है. इसी बाबत बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने भी बयान (excise minister statement on Chapra liquor case) दिया है. उन्होंने कहा कि छपरा में शराब पीने से मौत मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः शराबबंदी वाले बिहार में 14 लोगों की मौत, जहरीली शराब पीने से मौत की आशंका

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासाः सुनील कुमार ने कहा कि मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. 24 घंटे के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के कारण का खुलासा होगा, जो भी जिम्मेदार होंगें उनपर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी में किसी भी शराब का सेवन गलत है. कानून तो 2016 में ही बना गया. कानून का पालन कानून मानने वाले लोग करते ही हैं.

बीजेपी सरकार से अलग होने के बाद लगा रही आरोपः मंत्री ने कहा कि जहरीली शराब से कई राज्यों में मौत हुई जहां शराबबंदी नहीं है. बिहार में भी पहले मौत हुई. कुछ लोग फायदा के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. जब बीजेपी साथ थी तब आरोप नहीं लगाती थी, अलग होने पर आरोप लगा रही है, जो भी आरोप लगा रहें है वो गलत है. सरकार इसका सख़्ती से पालन करवाएगी. जो भी इसके लिए दोषी होंगें उनपर सख्त कार्रवाई होगी.

छपरा में जहरीली शराब से अबतक 20 लोगों की मौतः बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. ये मौतें मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई हैं. परिवार के सदस्यों ने दावा किया है कि मंगलवार को दोपहर में शराब पीने के बाद शाम को पीड़ितों की तबीयत बिगड़ने लगी. घटना से गुस्साए आसपास के इलाकों के ग्रामीणों ने हाईवे 73 और 90 को जाम कर दिया और मुआवजे के साथ-साथ नकली शराब बेचने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाः जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और नतीजों का इंतजार है. अधिकारी उन लोगों के बयान भी दर्ज कर रहे हैं जो कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से बीमार पड़ गए और सदर अस्पताल छपरा और अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती है. इससे पहले अगस्त में सारण जिले के मसरख और मरौरा गांव में जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की जान चली गई थी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से नवंबर तक बिहार में जहरीली शराब से 173 लोगों की मौत हुई है.

"छपरा में शराब पीने से मौत मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. 24 घंटे के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के कारण का खुलासा होगा, जो भी जिम्मेदार होंगें उनपर कार्रवाई की जाएगी" - सुनील कुमार, मंत्री, मद्य निषेध विभाग

छपरा शराब कांड पर मद्य निषेध मंत्री का बयान

पटनाः बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो चुकी है. शराब से इतने सारे लोगों की एक साथ मौत के बाद सूबे में सियासी भूचाल मचा हुआ है. इसी बाबत बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने भी बयान (excise minister statement on Chapra liquor case) दिया है. उन्होंने कहा कि छपरा में शराब पीने से मौत मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः शराबबंदी वाले बिहार में 14 लोगों की मौत, जहरीली शराब पीने से मौत की आशंका

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासाः सुनील कुमार ने कहा कि मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. 24 घंटे के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के कारण का खुलासा होगा, जो भी जिम्मेदार होंगें उनपर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी में किसी भी शराब का सेवन गलत है. कानून तो 2016 में ही बना गया. कानून का पालन कानून मानने वाले लोग करते ही हैं.

बीजेपी सरकार से अलग होने के बाद लगा रही आरोपः मंत्री ने कहा कि जहरीली शराब से कई राज्यों में मौत हुई जहां शराबबंदी नहीं है. बिहार में भी पहले मौत हुई. कुछ लोग फायदा के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. जब बीजेपी साथ थी तब आरोप नहीं लगाती थी, अलग होने पर आरोप लगा रही है, जो भी आरोप लगा रहें है वो गलत है. सरकार इसका सख़्ती से पालन करवाएगी. जो भी इसके लिए दोषी होंगें उनपर सख्त कार्रवाई होगी.

छपरा में जहरीली शराब से अबतक 20 लोगों की मौतः बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. ये मौतें मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई हैं. परिवार के सदस्यों ने दावा किया है कि मंगलवार को दोपहर में शराब पीने के बाद शाम को पीड़ितों की तबीयत बिगड़ने लगी. घटना से गुस्साए आसपास के इलाकों के ग्रामीणों ने हाईवे 73 और 90 को जाम कर दिया और मुआवजे के साथ-साथ नकली शराब बेचने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाः जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और नतीजों का इंतजार है. अधिकारी उन लोगों के बयान भी दर्ज कर रहे हैं जो कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से बीमार पड़ गए और सदर अस्पताल छपरा और अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती है. इससे पहले अगस्त में सारण जिले के मसरख और मरौरा गांव में जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की जान चली गई थी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से नवंबर तक बिहार में जहरीली शराब से 173 लोगों की मौत हुई है.

"छपरा में शराब पीने से मौत मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. 24 घंटे के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के कारण का खुलासा होगा, जो भी जिम्मेदार होंगें उनपर कार्रवाई की जाएगी" - सुनील कुमार, मंत्री, मद्य निषेध विभाग

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