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पटनाः पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में मनाया गया पहला दीक्षांत समारोह

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Published : Oct 16, 2019, 12:21 AM IST

Updated : Oct 16, 2019, 1:53 AM IST

दीक्षांत समारोह

पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह ने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय के 3 महाविद्यालयों में 395 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है.

पटनाः पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में मंगलवार को पहला दीक्षांत समारोह मनाया गया. इस मौके पर पशु और मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री प्रेम कुमार ने विभाग के कामों की चर्चा की.
पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में मनाया गया दीक्षांत समारोह
मौके पर पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह ने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय के 3 महाविद्यालयों में 395 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है. वहीं प्रशासनिक कार्यों का सुदृढ़ और सुचारू रूप से कार्यान्वयन के लिए बायोमेट्रिक मशीन की उपस्थिति ली जा रही है. हमारी परीक्षा प्रणाली अनुकरणीय दक्षता के साथ कार्य कर रही है. विश्वविद्यालय की स्थापना प्रदेश में पशुधन-डेयरी और मत्स्य के क्षेत्र में उच्च शिक्षा और अनुसंधान का उत्थान करने के लिए किया गया है. उन्होंने बताया पिछले 2 वर्षों में हमने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए विशेष कदम उठाए है.

पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में मनाया गया दीक्षांत समारोह
कृषि कैबिनेट की चर्चा
मौके पर मुख्यमंत्री के पूर्व सलाहकार डॉ मंगला राय ने कृषि कैबिनेट की चर्चा की. उन्होंने कहा जब वे मुख्यमंत्री के सलाहकार के तौर पर बिहार में काम कर रहे थे, तो इस विश्वविद्यालय की कल्पना की गई थी. वहीं छात्रों को स्कॉलरशिप देने की भी शुरूआत हुई थी. बिहार भले ही गरीब प्रदेश हो लेकिन यहां के मुख्यमंत्री दिल के काफी धनी है. आज इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत पड़ने वाले सभी छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाती है.
Intro:बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का आज पहला दीक्षांत समारोह मनाया गया। मौके पर पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री प्रेम कुमार ने विभाग के कामों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि लावारिस गोवंश की संख्या बढ़ती ही जा रही है। क्योंकि मात्र एक ट्रैक्टर कई बैलो के बराबर काम कर ले रहा है। लेकिन इस मशीनीकरण के युग से अनभिज्ञ भूखे प्यासे मवेशी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। भारत की आधुनिक खेती हर संस्कृति का दशचक्र किसान के जीवन में गोवंश को पुनः लाभकारी बनाकर ही टाला जा सकता।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूध - अंडे और मछली की उत्पादकता में हुई वृद्धि से इस काम में जुड़े किसानों को काफी लाभ हुआ है।


Body:मौके पर पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह ने कहा वर्तमान में विश्व विद्यालय के 3 महाविद्यालयों में 395 विद्यार्थि अध्ययन कर रहे हैं। प्रशासनिक कार्यों का सुदृढ़ एवं सुचारू रूप से कार्यान्वयन के लिए बायोमेट्रिक मशीन द्वारा उपस्थिति ली जा रही है।
हमारी परीक्षा प्रणाली अनुकरणीय दक्षता के साथ कार्य कर रही है। विश्वविद्यालय की स्थापना प्रदेश में पशुधन - डेयरी और मत्स्य के क्षेत्र में उच्च शिक्षा तथा अनुसंधान का उत्थान करने के लिए किया गया। उन्होंने बताया पिछले 2 वर्षों में हमने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए विशेष कदम उठाए हैं।


Conclusion:मौके पर मुख्यमंत्री के पूर्व सलाहकार डॉ मंगला राय ने कृषि कैबिनेट की चर्चा की। उन्होंने कहा जब वे मुख्यमंत्री के सलाहकार के तौर पर बिहार में काम कर रहे थे, तो इस विश्वविद्यालय की कल्पना की गई थी। वहीं छात्रों को स्कॉलरशिप देने के लिए भी शुरुआत हुई थी। बिहार भले ही गरीब प्रदेश हो लेकिन यहां के मुख्यमंत्री दिल के काफी धनी हैं। आज इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत पड़ने वाले सभी छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाती है। देश का एकमात्र राज्य है जो ऐसा कर रहा है।
Last Updated :Oct 16, 2019, 1:53 AM IST
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