पटना: बिहार में इन दिनों सियासी हलचल बढ़ी हुई हैं. जातीय जनगणना से राज्यसभा सीट के चुनाव को लेकर कई तरह के कयास लग रहे हैं. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बढ़ रही नजदीकियां भी चर्चा में है. वहीं सीबीआई रेड के बाद भी नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और ललन सिंह ( JDU President Lalan Singh) के सुर बदल गए हैं. जदयू प्रवक्ताओं ने चुप्पी साध ली है. यहां तक कि आरजेडी के नेता भी नीतीश कुमार और ललन सिंह के बदले रुख की तारीफ कर रहे हैं. इसके कारण यह चर्चा जोरों पर है कि नीतीश का कोई गेम प्लान तो नहीं है. हालांकि बीजेपी इसे पूरी तरह खारिज कर रही है और यह भी कह रही है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में मजबूती से सरकार चल रही है और आगे 2025 तक चलेगी.
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राजद से बढ़ी नजदीकियां: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी के अंदर दिग्गज नेताओं के बीच गुटबाजी से परेशान हैं तो वहीं दूसरी तरफ जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी के रुख से भी परेशानी बढ़ी हुई है. बिहार में इफ्तार में जिस प्रकार से नीतीश और तेजस्वी नजदीक आए हैं सियासी हलचल बढ़ी है. कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं. जातीय जनगणना को लेकर भी नीतीश कुमार और तेजस्वी के बीच आधे घंटे से भी अधिक अकेले में बातचीत हुई थी. ऐसे तो नीतीश कुमार कई कारणों से परेशान हैं. यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए तेजस्वी से नजदीकियां बढ़ी है.
सीबीआई रेड पर जदयू चुप: दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि बिहार में सियासी उठापटक भी हो सकता है. इसका बड़ा कारण यह भी है कि नीतीश कुमार और ललन सिंह के सुर इन दिनों बदले हुए हैं. अभी हाल में सीबीआई ने रेलवे भर्ती में अनियमितता को लेकर लालू राबड़ी से संबंधित 17 ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन दोनों नेताओं का बयान चर्चा में है. ललन सिंह तो हमेशा लालू परिवार पर निशाना साधते रहे हैं लेकिन इन दिनों लालू परिवार के खिलाफ कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. यही नहीं जदयू प्रवक्ताओं को भी सीबीआई रेड पर कुछ भी बोलने से मना (jdu silence on cbi raids against lalu prasad) कर दिया गया है. जदयू में एक तरफ से इस पर चुप्पी है और यह भी कहा जा रहा है कि इसके पीछे नीतीश कुमार का कोई गेम प्लान है. सबसे बड़ी बात कि आरजेडी नीतीश कुमार और ललन सिंह के रुख की तारीफ कर रहा है.
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नीतीश ने कही थी ये बात: नीतीश कुमार ने सीबीआई रेड पर कहा था मुझे क्या जानकारी है जो छापेमारी कर रहे हैं उससे पूछिए. इसको लेकर ललन सिंह ने कहा नेता क्या बोलते हैं उस पर मैं कैसे कुछ बोल सकता हूं. मुझे भी पेपर देखकर सीबीआई की छापेमारी की खबर पता चली. जदयू के मंत्री पार्टी के रुख पर सफाई भी दे रहे हैं. जदयू मंत्री श्रवण कुमार का कहना है नीतीश कुमार का कोई गेम प्लान नहीं है.
"नीतीश जी जो बोले हैं उसका मतलब हम निकालेंगे. अच्छा बात आप कर रहे हैं. आपने क्या सवाल किया वो क्या बोले..न हम आपका सवाल सुने हैं न उनका जवाब सुने हैं. हमें भी रेड के बारे में पता नहीं था. अखबार में पढ़े थे."- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू
"नीतीश कुमार लंद फंद और देवानंद से बिल्कुल दूर रहते हैं. नीतीश कुमार नीट और क्लीन है और चाहते हैं कि साथ वाले भी नीट एंड क्लीन रहे इसकी पूरी कोशिश करते हैं. जहां तक छापेमारी की बात है तो वह भारत सरकार की एजेंसी करती है. किस आधार पर कर रही है उससे तो बिहार सरकार का कोई लेना-देना है नहीं. किस आधार पर छापेमारी कर रहे हैं उस पर टीका टिप्पणी हम लोग क्या कर सकते हैं."- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री, बिहार
"इस बार नीतीश कुमार और ललन सिंह ने सच कहा है. क्या मिला नहीं मिला वो तो जिन लोगों ने छापा मरवाया था वही बता सकते हैं. सभी को सच्चाई का पता चल चुका है."- एजाज अहमद, राजद प्रवक्ता
"छापेमारी पर प्रतिक्रिया देना ना देना पार्टियों का अपना फैसला है. जदयू ने प्रतिक्रिया दिया है या नहीं मुझे जानकारी नहीं है. गलत करेगा कोई तो सीबीआई छापेमारी करेगी. पहले भी छापेमारी हुई है. जहां तक नीतीश कुमार की बात है तो हम लोगों के साथ हैं और 2025 तक एनडीए के मुख्यमंत्री रहेंगे."- विनोद शर्मा, प्रवक्ता बीजेपी
क्या है सीएम नीतीश का प्लान?: नीतीश कुमार पहले भी पाला बदल चुके हैं इसलिए नीतीश कुमार और ललन सिंह के बदले रुख पर कई तरह की चर्चा हो रही है. ऐसे तो नीतीश कुमार हमेशा चौंकाने वाले फैसले लेते हैं. अब सीबीआई रेड को लेकर नीतीश कुमार और ललन सिंह के बदले रुख और जदयू की चुप्पी को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
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