पटनाः विधानसभा सत्र के दौरान गुरुवार को आरजेडी को विधायकों की ओर से बीजेपी के मंत्रियों पर लूट और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए. आरजेडी के आरोप पर बीजेपी ने भी पटलवार किया. बीजेपी ने कहा कि जिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हों, उसके नेता को दूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने का कोई हक नहीं है.
सदन में आरजेडी और बीजेपी के सदस्य आमने-सामने
विधानसभा सत्र के चौथे दिन आरजेडी और बीजेपी के सदस्य भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आमने-सामने दिखे. दरअसल प्रश्नकाल में कृषि मंत्री प्रेम कुमार किसानों से जुड़े एक सवाल का जवाब दे थे. जिससे आरजेडी के विधायक संतुष्ट नहीं हुए और बीजेपी के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार और लूट का आरोप लगाने लगे. इस पर पलटवार करते हुए बाद प्रेम कुमार ने कहा कि 15 साल के शासन में आरजेडी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया.
दोनों ने एक दूसरे लगाए भ्रष्टाचार का आरोप
विधानसभा में इस दौरान दोनों तरफ से जमकर हंगामा किया गया. माहौल बिगड़ता देख सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. विधानसभा से बाहर निकलने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत में आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि हम लोग पूरे तथ्य के साथ बीजेपी के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं. जांच होगी तो सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा. जिस तरह मो. गजनवी भारत को लूटने के लिए भारत आया था. उसी तरह बीजेपी बिहार और देश को लूटने के लिए आई है. उन्होंने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार गरीब विरोधी है. वहीं, पार्टी के विधायक ललित यादव ने कहा कि एनडीए के 13 साल के शासन में जितना भ्रष्टाचार और लूट हुआ है. उतना आजादी के बाद से अभी तक किसी राज्य या केंद्र सरकार के शासन काल में नहीं हुआ है.