पटना में छठी मइया को चढ़ेगा बंगाल, मद्रास और कर्नाटक के केले का प्रसाद, मसौढ़ी का केला मंडी हुआ गुलजार

पटना में छठी मइया को चढ़ेगा बंगाल, मद्रास और कर्नाटक के केले का प्रसाद, मसौढ़ी का केला मंडी हुआ गुलजार
Chhath Puja 2023: लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व का आज दूसरा दिन है. आज खरना का महाप्रसाद बनाया जाएगा जिसको लेकर पटना से सटे मसौढ़ी का केला मंडी गुलजार हो चुका है. यहां कई राज्यों से प्रसाद के लिए केला मंगाया गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर.
पटना: बिहार में लोक आस्था के महापर्व छठ के दूसरे दिन बाजार में फल खरीदने के लिए छठ व्रतियों की भीड़ उमड़ गई है. राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी बाजार में पश्चिम बंगाल, मद्रास और कर्नाटक से केले मंगाए गए हैं. लगभग 25000 घौद केला मंगाया गया है. इस बार छठी मइया को प्रसाद के रूप में पश्चिम बंगाल, मद्रास और कर्नाटक के केले चढ़ाए जाएंगे. कार्तिक महीने में होने वाले छठ में काफी संख्या में श्रद्धालु छठ व्रत करते हैं इस वजह केला व्यवसायियों की माने तो इस बार छठ में अच्छी कमाई होने की उम्मीद है.
मसौढ़ी बाजार में मंगाया गया 22 ट्रक केला: छठ पूजा में केले की काफी डिमांड रहती है हालांकि पश्चिम बंगाल और मद्रास केले में खासियत यह होती है कि हर केले के घोद में 15 दर्जन केले निकलते हैं. कर्नाटक वाले केले के घोद में 18 से 22 दर्जन केले निकलते हैं. केला व्यवसायी ने बताया कि "मसौढ़ी बाजार में 22 ट्रक केला मंगाया गया है. कर्नाटक एवं पश्चिम बंगाल के केले 600 से 700 रुपये घोद है तो वहीं मद्रासी के केले 500 रुपये बिक रहे हैं."
क्यों लगता है केले का भोग: लोक आस्था के महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान में प्रसाद के रूप में केले का अपना पौराणिक महत्व है. केला छठी मइया को बहुत पसंद है. माना जाता है कि केला भगवान विष्णु का भी प्रिया फल है. जिसमें भगवान विष्णु वास करते हैं. वहीं केला को काफी शुद्ध फल माना जाता है छठी मइया को प्रसन्न करने के लिए लोग कच्चा केला भी चढ़ाते हैं. पूजा में कच्चे केले को घर लाकर पकाया जाता है ताकि फल झूठा ना हो जाए.
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