पटनाः बिहार में हाल ही नियुक्त हुए नए टीचरों से विवरणी भेजने के नाम पर पैसे की उगाही हो रही है. ये आरोप टीईटी शिक्षकों का है. टीईटी शिक्षक संघ (TET Teachers Association) के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना ने राज्य के सभी जिलों के डीईओ व डीपीओ से उनके जिलों में नए नियुक्त शिक्षकों की विवरणी को उपलब्ध कराने को कहा है, इस काम को करने के लिए प्रदेश के कई जिलों के बीआरसी यानि प्रखंड संसाधन केंद्र (Allegation of money demand to teachers on BRC) के बीआरपी द्वारा नए टीचर्स से पैसे की मांग की जा रही है.
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टीचर्स सोशल साइट्स पर जता रहे नाराजगीः अमित विक्रम ने बताया कि इस बारे में उनके पास से कई जिलों से कॉल भी आ रहे हैं. अगर ऐसा है तो ये गलत बात है और विभाग को इस बारे में ध्यान देने की जरूरत है. इस बारे में टीचर्स सोशल साइट्स पर भी अपने गुस्से को जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस तरह की सूचना शेखपुरा जिले के सदर ब्लॉक , मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर और भागलपुर जिले के सुल्तानगंज ब्लॉक से उनके पास आई है.
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भारत सरकार को जाता है डाटाः बिहार शिक्षा परियोजना के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि दरअसल नए नियुक्त शिक्षकों का डाटा हर जिले के सम्बंधित अधिकारियों से मांगा गया है. ये डाटा भारत सरकार को बजट के लिए भेजा जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर अवैध पैसे मांगे जा रहे हैं तो ये गलत है. टीचर्स भी जागरूक हो जाएं और पैसे न दें. इस बारे में संबंधित अधिकारियों से बात की जाएगी.
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