पटना: बिहार की सभी प्रमुख नदियां उफान पर है और कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर रहा है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. निचले इलाकों में पानी पहुंचने के बाद लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. इस बीच जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि, जल संसाधन विभाग की टीमें अलर्ट पर है. सभी तटबंधों की निरंतर निगरानी की जा रही है.
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि जुलाई महीने में भारी बारिश के बावजूद सभी तटबंध सुरक्षित है तथा तकनीक के उपयोग और विभाग की अतिरिक्त सतर्कता के कारण तटबंध पर उत्पन्न खतरों को समय रहते टाला जा सका है.
तटबंध सुरक्षित, बिहार की टीमें एलर्ट पर
संजय झा ने कहा कि, अभी 19 से 21 जुलाई के बीच और इससे पहले 9 से 11 जुलाई तक नेपाल और उत्तर बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है. इससे पानी के बढ़े दबाव के बावजूद राज्य में सभी तटबंध सुरक्षित हैं और जल संसाधन विभाग, बिहार की टीमें एलर्ट पर बनी हुई हैं.
नदियों के तटबंधों का ड्रोन से सर्वे
मंत्री ने आगे कहा कि, बाढ़ से पहले कमला बलान, महानंदा आदि नदियों के तटबंधों का ड्रोन से सर्वे कराया गया. कमला बलान तटबंध पर गत वर्ष हुई टूट को पुनर्स्थापित करते हुए बिहार में पहली बार तटबंध में शीट पाईल का अधिष्ठापन किया गया, जिससे तटबंध को अतिरिक्त मजबूती मिली है.
जल संसाधन मंत्री ने आगे कहा कि, पटना में विभाग का फ्लड मैनेजमेंट इंपूवमेंट सपोर्ट सिस्टम (FMISC) अत्याधुनिक तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हुए तीन दिन पहले ही अत्यंत सटीक पूर्वानुमान दे रहा है, जिसके आधार पर हमलोग समय रहते जरूरी कदम उठा रहे हैं.
'तटबंधों में रिसाव की जानकारी टॉल फ्री नंबर दें'
जल संसाधन मंत्री ने लोगों से अपील की, 'यदि आपको भी राज्य में कहीं भी तटबंधों में कटाव/ रिसाव/ पाइपिंग आदि दिखे, तो विभाग के टॉल फ्री नंबर 1800 3456 145 पर जरूर सूचना दें.'
बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित
बता दें कि आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के कई जिले सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण एवं खगड़िया जिले के 55 प्रखंडों के 282 पंचायतों की करीब छह लाख 36 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है. वहां से सुरक्षित निकाले गए 18,612 लोग दस राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बागमती नदी सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढी गंडक मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर में, कमला बलान मधुबनी में, लालबकिया पूर्वी चंपारण में, अधवारा सीतामढ़ी में, खिरोई दरभंगा में और महानंदा किशनगंज एवं पूर्णिया जिला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.