ETV Bharat / state

बोले ADG जितेंद्र सिंह गंगवार- 2016 के पंचायत चुनाव की तुलना में इस बार हिंसक घटनाओं में आई कमी

author img

By

Published : Oct 29, 2021, 3:10 PM IST

Updated : Oct 29, 2021, 7:42 PM IST

इस बार बिहार पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा और हंगामा की घटनाओं में कमी आई है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि चौकसी बरतने के कारण ही ये मुमकिन हो सका है. पढ़ें पूरी खबर..

bihar panchayat chunav 2021
bihar panchayat chunav 2021

पटना: साल 2016 के पंचायत चुनाव (Panchayat Election 2016) की तुलना में इस बार के पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) में हिंसा और हंगामा कम देखने को मिल रहा है. पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) द्वारा रणनीति बनाकर बूथवार रणनीति बनाकर चौकसी बरतने को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है. इसके अलावे चुनाव के दिन सभी जिले के डीएम और एसपी को जब तक पूर्ण रूप से चुनाव संपन्न नहीं हो जाए, तब तक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है.

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव: छठे चरण के मतदान की तैयारी, DM और SSP ने वज्रगृह और मतगणना केंद्र का लिया जायजा

पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला के पुलिस अधीक्षक को व्हाट्सएप पर बूथ से सेल्फी लेकर भेजने को कहा है. जिस वजह से पुलिसकर्मी इस बार काफी सजग हैं और हिंसा की घटनाओं में पहले के पंचायत चुनाव की तुलना में काफी कमी इस बार देखने को मिल रही है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक के पुलिस अधीक्षक और मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस की टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.

"पुलिस टीम की मॉनिटरिंग के कारण लोगों में चुनाव को लेकर इस बार काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. पहले की चुनाव की तुलना में महिला वोटर्स भी अपने घरों से निकलकर मतदान कर रही हैं."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

देखें वीडियो

एडीजी ने बताया कि उपद्रवियों, अपराधियों और हंगामा करने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के कारण स्थिति काफी नियंत्रित इस पर देखी जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार अब तक लगभग 2 लाख 40 हजार आपराधिक तत्वों के लोगों से बॉन्ड भरवाया गया है.

यह भी पढ़ें- बिहार पंचायत चुनाव: ईटीवी भारत से बोले पटना DM- छठे चरण के मतदान में हुड़दंगियों पर रहेगी पैनी नजर

वहीं पुलिस द्वारा अब तक 700 हथियार 3500 कारतूस जब्त किए गए हैं. पुलिस द्वारा पंचायत चुनाव के मद्देनजर 20800 लोगों की गिरफ्तारी और 2831 लोगों पर सीसीए के तहत कार्रवाई की गई है. वाहन चेकिंग अभियान में सात करोड़ 75 लाख 1395 रुपए की वसूली की गई है. पुलिस द्वारा लगातार चलाए जा रहे हैं अभियान के मद्देनजर पंचायत चुनाव में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर बड़ी हिंसक घटनाएं घटित नहीं हो रही हैं.

यह भी पढ़ें- 10वें चरण के नामांकन के लिए सैकड़ों प्रत्याशियों ने किया नामांकन, समर्थकों की उमड़ी भीड़

पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस बार के पंचायत चुनाव में हर थाना और प्रखंडवार संदिग्धों की सूची तैयार की गई और इसके आधार पर कार्रवाई की गई है. व्यापक अभियान चलाकर लगातार संदिग्धों की गिरफ्तारी कराई जा रही है. इस बार सुरक्षा को लेकर केंद्रीकृत तरीके से चौकसी बरती जा रही है. इसके अलावा पुलिस मुख्यालय के स्तर से यह सख्त आदेश जारी किया गया है कि चुनाव के दिन संबंधित जिले के डीएम और एसपी बूथ पर जाएंगे. वह निरीक्षण करते हुए अपनी फोटो एडीजी विधि व्यवस्था के व्हाट्सएप ग्रुप पर अनिवार्य रूप से डालेंगे.

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव: भोजपुरी कलाकारों ने प्रत्याशी के लिए मांगा जनता से वोट, गाने से बांध दिया समां

कहीं ना कहीं अधिकारियों के एक्टिव रहने का काफी असर चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था को बनाए रखने पर पड़ता है. इसी संबंध में चुनाव को लेकर तैयार मॉनिटरिंग सेल को खासतौर से एक्टिव और अलर्ट रखा गया है. पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए हर स्तर की व्यवस्था पुलिस मुख्यालय द्वारा की गई है.

बता दें कि बिहार में पांच चरणों का पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है. छठे चरण में 3 नवंबर को राज्य के 37 जिलों के 57 प्रखंड में मतदान होगा. छठे चरण के चुनाव को लेकर भी प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर चल रही है. ईवीएम सीलिंग का कार्य संपन्न हो चुका है, ऐसे में पेट्रोलिंग पार्टी का डिस्पैच का कार्य शुक्रवार से प्रारंभ हो चुका है.

पटना: साल 2016 के पंचायत चुनाव (Panchayat Election 2016) की तुलना में इस बार के पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) में हिंसा और हंगामा कम देखने को मिल रहा है. पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) द्वारा रणनीति बनाकर बूथवार रणनीति बनाकर चौकसी बरतने को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है. इसके अलावे चुनाव के दिन सभी जिले के डीएम और एसपी को जब तक पूर्ण रूप से चुनाव संपन्न नहीं हो जाए, तब तक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है.

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव: छठे चरण के मतदान की तैयारी, DM और SSP ने वज्रगृह और मतगणना केंद्र का लिया जायजा

पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला के पुलिस अधीक्षक को व्हाट्सएप पर बूथ से सेल्फी लेकर भेजने को कहा है. जिस वजह से पुलिसकर्मी इस बार काफी सजग हैं और हिंसा की घटनाओं में पहले के पंचायत चुनाव की तुलना में काफी कमी इस बार देखने को मिल रही है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक के पुलिस अधीक्षक और मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस की टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.

"पुलिस टीम की मॉनिटरिंग के कारण लोगों में चुनाव को लेकर इस बार काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. पहले की चुनाव की तुलना में महिला वोटर्स भी अपने घरों से निकलकर मतदान कर रही हैं."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

देखें वीडियो

एडीजी ने बताया कि उपद्रवियों, अपराधियों और हंगामा करने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के कारण स्थिति काफी नियंत्रित इस पर देखी जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार अब तक लगभग 2 लाख 40 हजार आपराधिक तत्वों के लोगों से बॉन्ड भरवाया गया है.

यह भी पढ़ें- बिहार पंचायत चुनाव: ईटीवी भारत से बोले पटना DM- छठे चरण के मतदान में हुड़दंगियों पर रहेगी पैनी नजर

वहीं पुलिस द्वारा अब तक 700 हथियार 3500 कारतूस जब्त किए गए हैं. पुलिस द्वारा पंचायत चुनाव के मद्देनजर 20800 लोगों की गिरफ्तारी और 2831 लोगों पर सीसीए के तहत कार्रवाई की गई है. वाहन चेकिंग अभियान में सात करोड़ 75 लाख 1395 रुपए की वसूली की गई है. पुलिस द्वारा लगातार चलाए जा रहे हैं अभियान के मद्देनजर पंचायत चुनाव में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर बड़ी हिंसक घटनाएं घटित नहीं हो रही हैं.

यह भी पढ़ें- 10वें चरण के नामांकन के लिए सैकड़ों प्रत्याशियों ने किया नामांकन, समर्थकों की उमड़ी भीड़

पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस बार के पंचायत चुनाव में हर थाना और प्रखंडवार संदिग्धों की सूची तैयार की गई और इसके आधार पर कार्रवाई की गई है. व्यापक अभियान चलाकर लगातार संदिग्धों की गिरफ्तारी कराई जा रही है. इस बार सुरक्षा को लेकर केंद्रीकृत तरीके से चौकसी बरती जा रही है. इसके अलावा पुलिस मुख्यालय के स्तर से यह सख्त आदेश जारी किया गया है कि चुनाव के दिन संबंधित जिले के डीएम और एसपी बूथ पर जाएंगे. वह निरीक्षण करते हुए अपनी फोटो एडीजी विधि व्यवस्था के व्हाट्सएप ग्रुप पर अनिवार्य रूप से डालेंगे.

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव: भोजपुरी कलाकारों ने प्रत्याशी के लिए मांगा जनता से वोट, गाने से बांध दिया समां

कहीं ना कहीं अधिकारियों के एक्टिव रहने का काफी असर चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था को बनाए रखने पर पड़ता है. इसी संबंध में चुनाव को लेकर तैयार मॉनिटरिंग सेल को खासतौर से एक्टिव और अलर्ट रखा गया है. पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए हर स्तर की व्यवस्था पुलिस मुख्यालय द्वारा की गई है.

बता दें कि बिहार में पांच चरणों का पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है. छठे चरण में 3 नवंबर को राज्य के 37 जिलों के 57 प्रखंड में मतदान होगा. छठे चरण के चुनाव को लेकर भी प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर चल रही है. ईवीएम सीलिंग का कार्य संपन्न हो चुका है, ऐसे में पेट्रोलिंग पार्टी का डिस्पैच का कार्य शुक्रवार से प्रारंभ हो चुका है.

Last Updated : Oct 29, 2021, 7:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.