पटना: कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण रेल की परियोजनाओं के कार्यों में कमी देखी गई है. इसकी वजह मजदूरों की कमी है. कोरोना वायरस जब अपने पिक पर था तो संक्रमण को देखते हुए रेलवे कार्यों में लगे मजदूर अपने घर लौट गए. ऐसे में इस परियोजना पर एक बार फिर से पिछले साल की भांति इस बार भी ग्रहण लगा है.
86 फीसदी रेल खंड का विद्युतिकरण पूरा
बता दें कि पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी द्वारा रेल विद्युतीकरण परियोजना पर विशेष ध्यान देते हुए पांचों मंडलों के 4 मंडलों में शत प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य कराया गया है. ललित चंद्र त्रिवेदी के अथक प्रयासों एवं सुधारों के फल स्वरुप पूर्व मध्य रेल के 86% से अधिक रेल खंडों को विद्युतिकरण हो चुका है. जिन पर विद्युत इंजन से ट्रेनों का परिचालन भी शुरू हो गया है. खास करके विद्युतीकरण के कार्य पूर्ण हो जाने के बाद इंधन की बचत हो रही है. साथ ही साथ पर्यावरण में अहम भूमिका पूर्व मध्य रेल निभा रहा है.
2022 के शुरुआती माह तक कार्य पूरा होने की संभावान
अभी तक करीब 311 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण हो चुका है. सहरसा, पूर्णिया रेलखंड विद्युतीकरण का काम में थोड़ी सी कमी जरूर आई है. लेकिन अधिकारी की माने तो अगले साल इस रूट पर भी विद्युतिकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा. इस कड़ी में 4220 रूट किलोमीटर में 3660 किलोमीटर का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है. बचे रूटों पर 2022 के शुरुआती माह में पूरा हो जाने की संभावना जताई जा रही है. इस कड़ी में कोरोना काल के कारण नेउरा दनियावां रेल लाइन सहरसा पूर्णिया विद्युतीकरण के कार्य में कमी आई है.
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अनलॉक के बाद काम में आएगी तेजी
वहीं सोनपुर दीघा रेल लाइन दोहरीकरण का काम में कोई असर नहीं पड़ रहा है. इसके साथ ही आपको बताते चलें कि ट्रेनों के संरक्षित और बाधारहित परिचालन की दिशा में भी आरआरआई सहित अन्य कई स्टेशनों पर पैनल इंटरलॉकिंग, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली स्थापित किए गए हैं, तो कई जगह चल रहे काम में कमी आई है.
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बताया कि जितने भी विद्युतीकरण के कार्य में कमी आई है. अनलॉक की प्रक्रिया के बाद मजदूरों का आने का सिलसिला शुरू हो गया है. ऐसे में अब कामों को गति मिलेगा हाांलाकि उन्होंने बताया कि विद्युतीकरण और इंटरलॉकिंग के जो काम में कमी आई है. इस कारण कार्य को पूरा करने 2021 तक लक्ष्य रखा गया था लेकिन अब 2022 के शुरुआती महीने तक पूरा किया जा सकता है.