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फेस्टिवल सीजन में किउल-गया रेलखंड पर नहीं चल रही एक भी पैसेंजर ट्रेन, लोग परेशान

फेस्टिवल सीजन में एक भी पैसेंजर ट्रेन नहीं चलने से परदेश से घर लौट रहे लोगों को अधिक परेशानी हो रही है. लोग बस या निजी वाहन से यात्रा करने को विवश हैं. किउल-गया रेलखंड पर कोविड-19 को लेकर पिछले मार्च से ही ट्रेनों का परिचालन बंद है.

Nawada
पैसेंजर ट्रेन नहीं चलने से वीरान नवादा रेलवे स्टेशन.
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Published : Nov 7, 2020, 9:32 AM IST

नवादा: फेस्टिवल सीजन होने के बावजूद किउल-गया रेलखंड पर एक भी पैसेंजर ट्रेन नहीं चलने से नवादा सहित इस रूट पर स्थित सभी जिले के लोग परेशान हैं. खासकर उनको अधिक परेशानी हो रही है जो परदेश से अपने घर त्योहार मनाने के लिए आ रहे हैं. उन्हें बस या निजी वाहन का सहारा लेना पड़ रहा है.

9 जोड़ी ट्रेनों का होता था परिचालन
गौरतलब है कि किउल-गया रेलखंड पर कोविड-19 को लेकर पिछले मार्च से ही ट्रेनों का परिचालन बंद है, जिसकी वजह से इस रेलखंड से प्रतिदिन सफर करनेवाले हजारों लोग परेशान हैं. किउल- गया रेलखंड पर नौ जोड़ी ट्रेनें चला करती थी, लेकिन मौजूदा समय में एक पैसेंजर ट्रेनें भी नहीं चल रही है. ऐसे में नवादा, शेखपुरा, लखीसराय और गया जिले के यात्रियों को परेशानी हो रही है.

देखें रिपोर्ट.


रेवेन्यू नहीं मिलने के कारण पैसेंजर भी बंद
एक समय था जब इस रेलखंड से रेलवे को प्रतिदिन लाखों रुपए की राजस्व की प्राप्ति होती थी. अब रेलवे रेवेन्यू नहीं मिलने का हवाला देकर पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन फेस्टिवल सीजन में भी नहीं कर रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पहले की तरह रेवेन्यू क्यों नहीं मिल रहा?

यह बात ठीक है कि कोविड-19 की वजह से कम लोग घर से बाहर निकल रहे हैं, लेकिन पैसेंजर इतने भी कम नहीं हैं कि रेलवे को अधिक नुकसान उठाना पड़े. ऐसे में दो सवाल उठते हैं. एक तो पैसेंजर सवारी करते हैं, लेकिन टिकट कटवाना नहीं चाहते और दूसरा सवाल यह कि आखिर टीटी कहां है? क्या उसकी जिम्मेदारी नहीं बनती? ट्रेनें नहीं चलने से आमलोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

नवादा: फेस्टिवल सीजन होने के बावजूद किउल-गया रेलखंड पर एक भी पैसेंजर ट्रेन नहीं चलने से नवादा सहित इस रूट पर स्थित सभी जिले के लोग परेशान हैं. खासकर उनको अधिक परेशानी हो रही है जो परदेश से अपने घर त्योहार मनाने के लिए आ रहे हैं. उन्हें बस या निजी वाहन का सहारा लेना पड़ रहा है.

9 जोड़ी ट्रेनों का होता था परिचालन
गौरतलब है कि किउल-गया रेलखंड पर कोविड-19 को लेकर पिछले मार्च से ही ट्रेनों का परिचालन बंद है, जिसकी वजह से इस रेलखंड से प्रतिदिन सफर करनेवाले हजारों लोग परेशान हैं. किउल- गया रेलखंड पर नौ जोड़ी ट्रेनें चला करती थी, लेकिन मौजूदा समय में एक पैसेंजर ट्रेनें भी नहीं चल रही है. ऐसे में नवादा, शेखपुरा, लखीसराय और गया जिले के यात्रियों को परेशानी हो रही है.

देखें रिपोर्ट.


रेवेन्यू नहीं मिलने के कारण पैसेंजर भी बंद
एक समय था जब इस रेलखंड से रेलवे को प्रतिदिन लाखों रुपए की राजस्व की प्राप्ति होती थी. अब रेलवे रेवेन्यू नहीं मिलने का हवाला देकर पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन फेस्टिवल सीजन में भी नहीं कर रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पहले की तरह रेवेन्यू क्यों नहीं मिल रहा?

यह बात ठीक है कि कोविड-19 की वजह से कम लोग घर से बाहर निकल रहे हैं, लेकिन पैसेंजर इतने भी कम नहीं हैं कि रेलवे को अधिक नुकसान उठाना पड़े. ऐसे में दो सवाल उठते हैं. एक तो पैसेंजर सवारी करते हैं, लेकिन टिकट कटवाना नहीं चाहते और दूसरा सवाल यह कि आखिर टीटी कहां है? क्या उसकी जिम्मेदारी नहीं बनती? ट्रेनें नहीं चलने से आमलोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

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