नवादा जेल से महिला कैदी ने पंचायत चुनाव के लिए कराया नामांकन, 31 अगस्त को गई थी जेल

author img

By

Published : Sep 9, 2021, 9:37 AM IST

जेल

नवादा में एक विचाराधीन महिला कैदी ने जेल से ही पंचायत चुनाव 2021 के लिए नामांकन कराया है. वे लगातार दो बार से अपने वार्ड का प्रतिनिधित्व कर रही है. पढ़ें डिटेल...

नवादा: बिहार के नवादा (Nawada) जिले में एक वाचाराधीन महिला कैदी ने पंचायत चुनाव (Panchayat Election 2021) के लिए जेल से ही नामांकन (Nomination) कराया है. महिला विचाराधीन कैदी ने नामांकन के आखिरी दिन पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच वार्ड सदस्य पद के लिए नामांकन कराया है.

इसे भी पढ़ें: बिहार में पंचायत चुनाव का 'शंखनाद', एक क्लिक में जानें पूरी जानकारी

शराब मामले में नवादा जेल में बंद महिला विचाराधीन कैदी सुमित्रा देवी ने पंचायत चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन जेल से ही नामांकन कराया है. महिला विचाराधीन कैदी सुघड़ी पंचायत के वार्ड-5 की रहने वाली है. सुमित्रा देवी ने बताया कि पिछले लगातार दो बार से अपने वार्ड का प्रतिनिधित्व कर रही है. इस वर्ष पंचायत चुनाव 2021 में प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन कराई है. सुमित्रा देवी को शराब मामले में 31 अगस्त को जेल भेजा गया था.

ये भी पढ़ें: पंचायत चुनाव का पहला चरण : नॉमिनेशन के अंतिम दिन 2514 प्रत्याशियों ने दाखिल किया नामांकन पत्र

सुमित्रा देवी ने यह भी बताया कि उन्हें फंसाने की साजिश रची गई थी. बिचाली के पुंज में दो बोतल शराब छिपाकर रख दिया गया था. जिससे कि वे चुनाव लड़ने से वंचित हो रह जाए. वहीं, उनके भाई अरविंद कुमार ने बताया कि 4 अगस्त को न्यायालय में बहन को चुनाव लड़ने के लिए आवेदन दिया गया था. न्यायालय के अनुमति के मिलने के बाद नामांकन करवाया गया है. नामांकन करवाने के बाद विचाराधीन महिला कैदी को पुलिस की कड़ी सुरक्षा में पुलिस अपने वाहन से नवादा जेल ले गई.

बता दें कि बिहार में होने वाले त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग पूरी तरह तैयार है. 11 चरणों में होने वाले इस चुनाव को शंतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की पूरी कोशिश की जा रही है. हालांकि प्रशासन के लिए एक चुनौती माना जा रहा है. वैसे, इस चुनाव को शंतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं.

पंचायत चुनाव 2021 को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य पुलिस को कई प्रकार के निर्देश दिए हैं. आयोग ने स्पष्ट कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराए जाएं. आयोग ने कहा है कि असामाजिक, उपद्रवी और अशांति पैदा करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए तथा ग्रामीणों में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए.

सूत्रों के मुताबिक बिहार पुलिस अपराधियों से निपटने के लिए प्रत्येक प्रखंड में 50-50 मोटरसाइकिल दस्ते का गठन की गई है. इस टीम को पुलिस ने बिहार पंचायत चुनावों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयार किया है. कहा जा रहा है कि पुलिस ने गांवों में पैनी नजर रखने की कवायद प्रारंभ कर दी है. चुनाव में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं पड़े, इसे लेकर पुलिस के जवान डंडे और हथियार से लैस होकर गांव-गांव बाइक से जाकर गश्त करेंगे.

बता दें कि वोट 24 सितंबर, 29 सितंबर, 8 अक्टूबर, 20 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 3 नवंबर, 15 नवंबर, 24 नवंबर, 29 नवंबर, 8 दिसंबर और 12 दिसंबर को डाले जाएंगे. मुखिया के 8072, ग्राम पंचायत सदस्य के 113307, पंचायत समिति सदस्य के 11104, जिला परिषद सदस्य के 1160, ग्राम कचहरी सरपंच के लिए 8072 और पंच के लिए 113307 पदों पर चुनाव होंगे. कुल 255022 पदों के लिए वोट डाले जाएंगे. 8072 पंचायतों में 1,13,891 बूथ बनाए गए हैं. 6 करोड़ 38 लाख 94 हजार 737 मतदाता चुनाव में शामिल होंगे. इनमें 3,35,80,487 पुरुष, 3,03,11,779 महिला और 2,471 अन्य मतदाता हैं.

पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होंगे. दूसरे चरण में 32 जिलों के 48 प्रखंडों, तीसरे चरण में 33 जिलों के 50 प्रखंडों, चौथे चरण में 36 जिलों के 53 और पांचवें चरण में 38 जिलों के 58 प्रखंडों में वोट डाले जाएंगे. वहीं, छठे चरण में 37 जिलों के 57 प्रखंडों, सातवें में 37 जिलों के 63 प्रखंडों व आठवें चरण में 36 जिलों के 55 प्रखंडों में मतदान होगा. नौवें चरण में 33 जिलों के 53 प्रखंडों और 10वें चरण में 34 जिलों के 53 प्रखंडों में मतदान होंगे. 11वें और अंतिम चरण के मतदान में बाढ़ प्रभावित 20 जिलों के 38 प्रखंडों के मतदाता शामिल होंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.