नालंदा: अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर के शान की सवारी तांगा चालकों के लिए सरकार ने तोहफा देने का ऐलान किया है. पर्यावरण के दृष्टिकोण से तांगा चालकों को सरकार की ओर से शत-प्रतिशत अनुदान के तहत ई-रिक्शा देने की बात कही गई है. ये ई-रिक्शा सभी तांगा चालकों को दिया जाएगा.
तांगा चालकों को रिक्शा राजगीर के रोपवे से घोड़ा कटोरा स्थल के लिए दिया जा रहा है. जिससे देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों को घोड़ा कटोरा तक जाने में किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो. वे आसानी से घोड़ा कटोरा के मनोरम वादियों का सैर कर सके.
तांगा चालकों में खुशी का माहौल
हालांकि, तांगा चालकों में ई-रिक्शा मिलने से खुशी तो है लेकिन घोड़ा और उसके ऊपर होने वाले खर्च को लेकर भी चिंतित हैं. तांगा यूनियन के अध्यक्ष का कहना है कि तांगा चलाने के लिए कुछ क्षेत्र को बढ़ा दिया जाए, जिससे घोड़े का कर्ज निकाला जा सके.
'506 तांगा चालकों को मिलेगा अनुदान'
जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने कहा कि राजगीर के 506 तांगा चालकों को चिन्हित किया गया है. उन्हें शत-प्रतिशत अनुदान के तहत ई-रिक्शा प्रदान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए निविदा निकाली जा चुकी है और अगले एक महीने के अंदर सभी तांगा चालकों को यह रिक्शा प्रदान कर दिया जाएगा.
सरकार की है पहल
मालूम हो कि सरकार की ओर से घोड़ा कटोरा झील को इको फ्रेंडली बनाया गया है. जिसके तहत किसी प्रकार के इंधन चालित वाहन के प्रवेश करने पर रोक लगाया दिया गया. इसलिए देसी और विदेशी पर्यटकों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए ई-रिक्शा मुहैया कराया जा रहा है. राजगीर रोपवे से करीब 6 किलोमीटर दूरी तक घोड़ा कटोरा जाने के लिए तांगा के परिचालन से देशी-विदेशी पर्यटकों को दिक्कत होती थी, यही वजह है कि सरकार की ओर से ई-रिक्शा दिया जा रहा है.