मुंगेर: बिहार के मुंगेर में पंचायत उपचुनाव में खड़े प्रत्याशी जलेश्वर कोड़ा (60 वर्ष) की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि किसी ने आज सुबह उन्हें घर से बुलाकर जंगल की ओर ले गया जहां उन्हें जहर खिलाकर पहाड़ पर मरने के लिए छोड़ दिया. जलेश्वर कोड़ा किसी तरह गिरते-पड़ते घर पहुंचे जहां से उन्हें मुंगेर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान मौत हो गई. जलेश्वर कोड़ा अजीमगंज पंचायत में होने वाले उपचुनाव के प्रत्याशी थे.
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मुखिया प्रत्याशी की जहर देकर हत्या: इससे पहले भी जलेश्वर कोड़ा 2022 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में लड़ने के लिए पर्चा भरा था लेकिन नक्सलियों ने नाम वापसी का पर्चा सटाकर उन्हें धमकी दी. इसलिए उन्होंने अपना पर्चा वापस उठा लिया. वहीं जो मुखिया प्रत्याशी जीता था उसकी घर से बुलाकर नक्सलियों द्वारा हत्या कर देने के बाद ये सीट खाली हो गई थी जिसपर चुनाव था. उसी उपचुनाव में जलेश्वर कोड़ा भी खड़े थे लेकिन उन्हें भी किसी ने जहर देकर मार डाला. इस मामले में नक्सली साजिश का अंदेशा जताया जा रहा है.
नक्सलियों पर हत्या करने की आशंका: जलेश्वर कोड़ा घर पहुंचे तो उनके मुंह से झाग निकल रहा था. परजिन इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे लेकिन डॉक्टर अस्पताल में नदारद थे. इसलिए परिजनों ने वहां जमकर हंगामा किया. जहर किसने खिलाया अभी इस बात की जानकारी नहीं लगी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. हालांकि नक्सली साजिश से यहां इंकार नहीं किया जा रहा है.
''मेरे पति ने मुखिया पद के प्रत्याशी के रूप में नामांकन कराया था. पिछले साल नक्सलियों ने इसी चुनाव में बैठने को कहा था. उस समय हमलोग चुनाव में बैठ गए थे, लेकिन इस बार चुनाव लड़ रहे हैं. इस बार भी चुनाव ने नहीं बैठने के कारण मेरे पति को जहर देकर जान से मारने की कोशिश की गई.''- रेखा देवी, जलेश्वर कोड़ा की पत्नी