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बेटी की तरह सांप को पालती है महिला, नाम है- आंधी, तूफान और मेला

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Published : Aug 31, 2019, 2:53 PM IST

Updated : Aug 31, 2019, 4:47 PM IST

न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. गोविंद का कहना है कि मेडिकल साइंस इस बात को नहीं मानता. सांप के जैसा विकृत बच्चा पैदा हो सकता है, लेकिन सांप पैदा होना संभव नहीं. उन्होंने कहा कि लोगों की संवेदना बटोरने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानी सुनाई जा रही है.

सांप को जन्म देने का दावा

मुंगेर: जिले में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हेरु दियारा के डकरा गांव की रहने वाली मीना देवी एक सांप के बच्चे को अपनी बेटी समझकर उसका पालन पोषण कर रही हैं. मीना देवी का दावा है कि उन्होंने इसे जन्म दिया है. हालांकि मेडिकल साइंस ने इससे साफ इनकार किया है.

मीना देवी का कहना है कि उसने तीन सांपों को जन्म दिया है. 4 दिन के अंतराल में दो सांपों की मौत हो गई जबकि 1 जिंदा है. इनका कहना है कि तीन सांप में दो बेटा और एक बेटी है. दोनों बेटे का नाम आंधी-तूफान और बेटी का नाम मीना देवी ने मेल रखा है. दोनों बेटों की मौत हो गई. अब सिर्फ बेटी जिंदा है.

मुंगेर से देखिए ईटीवी भारत की यह खास रिपोर्ट

गांव में कौतूहल का विषय
इस घटना को सुनकर गांव वाले भी अचंभित हैं. गांव में ये कौतूहल का विषय बन गया है. सांप देखने के लिए लोगों का तांता लगा रहता है. मीना को दो संतान भी है. इनके पति पेशे से मजदूर हैं. दोनों सांप के बच्चे को बेटी की तरह पाल रहे हैं.

मीना देवी का दावा
मीना देवी का दावा है कि 5 महीने पहले उन्होंने डॉ. रंजीत से इलाज कराया था. इलाज के दौरान अपेंडिक्स की शिकायत आई थी. अपेंडिक्स का ऑपरेशन भी किया गया. उस वक्त अल्ट्रासाउंड में एक सांप जैसे छत्ता भी नजर आया था. जिसे डॉक्टरों ने नजरअंदाज कर दिया था.

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सांप के साथ खेलते दंपति

डॉक्टरों ने इस बात से किया इनकार
मामले पर सिटी क्रिटिकल हॉस्पिटल कौड़ा मैदान के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. गोविंद का कहना है कि मेडिकल साइंस इस बात को नहीं मानता. इंसान सांप को जन्म नहीं दे सकता. सांप के जैसा विकृत बच्चा पैदा हो सकता है यह मेडिकल साइंस में संभव है, लेकिन सांप पैदा होना संभव नहीं. उन्होंने कहा कि लोगों की संवेदना बटोरने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानी सुनाई जा रही है.

Intro:मुंगेर - बेटी की तरह पाल रही है सांप के बच्चे को महिला का दावा सांप को जन्म दिया है उसने।
मुंगेर में घटी है अजीबो गरीब घटना
महिला ने जन्म दिया है 3 सांप के बच्चे।
तीन दिन में दो नन्हे सापों की मौत।रोज मर रहे हैं सांप के बच्चे।माँ परेशान।
माँ के वात्सल्य में डूबा है,नन्हा सांप।कभी उंगली को चूसता है ,तो कभी गले में लिपट कर गालों को चुमता है।
माँ की बात पर करने लगता है हरकत।चलने बोलने पर चलने लगता है। रुकने बोलने पर रुक जाता है ।दूध पीने को बोलने पर कटोरी की ओर जाता है।
देखने के लिए लोगों की उमड़ रही है भीङ।गांव के लोग हैं अचंभित। गांव में कौतहुल का विषय।
डॉक्टर सिरे से नकार रहे हैं इस घटना को। मेडिकल साइंस में ऐसा संभव नहीं।Body:मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हेरु दियारा के डकरा गांव में पेशे से मजदूर कृष्णा यादव की पत्नी मीना देवी ने दावा किया है कि उन्होंने तीन सांपों को जन्म दिया है ।तीनों उनके बेटे बेटी है ।जिसमें दो बेटे और एक बेटी है। सांप को जन्म देने के 4 दिन के अंतराल में दो सांपों की मौत हो गई ।1 जिंदा है इससे वह परेशान भी है। कभी वह मरे हुए सांप को लेकर मंदिर जाती है तो कभी वह घर के आंगन में बैठकर रोती भी है ।अब एक सांप को लेकर वह घर के हर काम कर रही है। वह परेशान भी है कि आखिर उनके बच्चे क्यों मर रहे है। मीना देवी ने दावा किया कि सांप उनके पुत्र पुत्री हैं। जिनका नाम उन्होंने आंधी तूफान और मेल रखा आंधी और तूफान की तो मौत हो गई है। लेकिन मेल नहीं मरेगा यह मेरे साथ रहेगा। इस घटना को सुनकर गांव वाले भी अचंभित हैं। गांव में कौतूहल का विषय है ।घर पर साँप देखने वाले का दिन भर तांता लगा रहता है।
मां और सांप रूपी उसके बच्चे का वात्सल्य देखकर हर कोई रह जाता है अंचभित।
सांप लगभग 6 इंच का है। सिर पर खड़ाऊ का निशान भी है। काला रंग है।हल्का पतला है। वह अपनी मां की एक आज्ञाकारी बच्चे की तरह हर बात मानता है। मां कहती है उठ जा बेटी दूध पी लो तो वह दूध की कटोरी के पास जाकर रुक जाता है ।चलने कहती है तो चलने लगता है ।रुकने कहती है तो रुक जाता है ।वापस आने को कहती है तो वापस आ जाता है ।खड़े होने को कहती है तो 2 इंच गर्दन ऊपर उठा देती है। इस दृश्य को देखकर गांव वाले अचंभित हो जाते हैं। गांव के पंडित हरिमोहन, पप्पू मुन्ना आदि ने कहा आज तक हमने ऐसी घटना नहीं देखी और ना सुनी सांप तो अपने मां की हर बात मानता है।वह दिन भर खेलते रहता है आंगन में ।लेकिन कहीं बाहर नहीं जाता ।जब वो थक जाता है तो मेरे पास आकर चुपचाप सो जाता है ।रात में भी निकल कर कहीं बाहर नहीं जाता।

मां और बेटे का वात्सल्य भी देखकर लोग दांतों तले दबा रहे हैं उंगलियां।

सांप किसी दूध मुहे बच्चे की तरह मां की कनिष्ठा उंगली को मुंह में ले लेता है ।तो गर्दन पर चढ़कर गालों से चिपक जाता है।सीने पर लोटता है तो वह कभी मां के होठों पर भी घूम लेता है ।इस दृश्य को देखकर हर कोई कह उठता है यह सांप सचमुच मां और बच्चे के वात्सल्य का जीता जागता उदाहरण दे रहा है ।वही मीना देवी को भी सांप के द्वारा ऐसी हरकत पर जरा भी भय नहीं होता ।वह तो उसे पुचकार कर कर अपने बेटी की तरह रख रही है।

पहले से है एक पुत्र और पुत्री। दो सांपों के मौत पर रो पड़ती है मीना।

मीना को एक दो संतानें भी हैं। कृष्णा पेशे से मजदूर है और इनकी शादी के बाद दो बच्चे भी हैं ।एक बच्चे का नाम आकाश और दूसरी बच्ची का नाम प्रियंका है ।दोनों बच्चे उनके पढ़ते भी हैं ।लेकिन सांप को भी उन्होंने अपना बच्चा माना है और कहा है उसके लिए भी एक घर बनाऊंगा और इसे अपने साथ रख लूंगा ।लेकिन दो साँप के बच्चे की मौत का गम भी है । बकौल मीना दोनों बच्चे की मौत के बारे में बताते हुए रो पड़ती है ।उन्होंने कहा कि सभी सांप के बच्चे बृहस्पतिवार को जन्म लिया ।जन्म लेने के अगले दिन एक का निधन हो गया दूसरे बच्चे का तीसरे दिन निधन हो गया। इसका भी कहीं निधन ना हो जाए इसको वह सोच कर डर रही है।उन्होंने कहा कि जिंदा कराने के लिए वह दोरमटा स्थित विषहरी स्थान भी गई थी। लेकिन पुजारी ब्रह्मानंद ने कहा कि मरा हुआ कोई जीव या इंसान जिंदा नहीं हो सकता ।तुम इस का दाह संस्कार कर दो ।दोनों सांपों को हमने मिट्टी में दफन कर दिया ।यह बताते हुए वह रो पड़ती है।

मीना का दावा कि अल्ट्रासाउंड में भी दिखा था साँप जैसा छत्ता।मीणा ने कहा कि 5 माह पूर्व उन्होंने डॉ रंजीत से दिखाई थी। उस समय पेट काफी बड़ा था लेकिन अपेंडिक्स का ऑपरेशन कर दिया गया ।उस समय अल्ट्रासाउंड में एक साँप जैसे छत्ता भी नजर आया। जिसे डॉक्टर ने का कुछ होगा अंदर ।वह कुछ नहीं बल्कि सांप के बच्चे मेरे गर्भ में पल रहे थे। 5 दिन पूर्व व अचानक निकलकर मेरे गोद में आ गए। वह दिन भर खेलते रहता है आंगन में ।लेकिन कहीं बाहर नहीं जाता ।जब वो थक जाता है तो मेरे पास आकर चुपचाप सो जाता है ।रात में भी निकल कर कहीं बाहर नहीं जाता।


डॉक्टरों ने सिरे से नकारा महिला के दावे को ।

सिटी क्रिटिकल हॉस्पिटल कौड़ा मैदान के प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर गोविंद ने कहा कि मेडिकल साइंस इस बात को नहीं मानता ।सांप के जैसा विकृत बच्चा पैदा हो सकता है यह मेडिकल साइंस में संभव है लेकिन सांप पैदा नहीं हो सकता। महिला दिग्भ्रमित कर रही है ।लोगों की संवेदना बटोरने के लिए वह मनगढ़ंत कहानी सुना रही है। ऐसा कभी संभव नहीं है किसी के गर्भ में सांप पल रहा हो और वह बाहर निकल जाए ।मेडिकल साइंस इसे सिरे से खारिज करता है। उन्होंने कहा कि सांप की पहचान अभिलंब करनी चाहिए। अगर सांप जहरीला है तो महिला को नुकसान पहुंचा सकता है।Conclusion:
Last Updated : Aug 31, 2019, 4:47 PM IST
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