मधुबनीः नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले में नदियां उफान पर है. यहां कमला, कोसी, धौस, जमुनी, गागन सभी नदियां उफान पर है. जयनगर से झंझारपुर तक कमला बलान नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
कमला बलान नदी उफान पर
बता दें कि झंझारपुर में कमला नदी खतरे के निशान से 2 मीटर 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. कमला बलान नदी का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. मधुबनी के मेहथ पंचायत के नवटोल, नवटोलिया, नरुआर पंचायत के घरों में बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इसके कारण 2 दर्जन से अधिक परिवार ने एनएच-57 के किनारे प्लास्टिक, तंबू लगाकर शरण लिए हुए हैं.
गांवों में घुसा नदी का पानी
वहीं, इन विस्थापित परिवार का सुधि लेने अब तक कोई नहीं पहुंचा है. विस्थापित उर्मिला देवी ने बताया कि 4 दिन पहले हम लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया. जिस कारण हम लोग रातों-रात जान बचाकर सड़क पर आए. लेकिन हम लोगों की सुधि लेने के लिए ना कोई जनप्रतिनिधि और ना ही कोई अधिकारी आये हैं.
एनएच-57 के किनारे रहने को लोग मजबूर
पिछले वर्ष कई परिवार बाढ़ के पानी में अपने-अपने घरों में फंस गए थे. जिन्हें तत्कालीन डीएम की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन के माध्यम से बाहर निकाला गया था. वहीं, विस्थापित राज्य मुखिया ने बताया कि हम लोगों के घरों में पानी घुस जाने के कारण हम लोग मवेशी और बच्चे के साथ एनएच-57 के किनारे रह रहे हैं. मवेशियों को खाने की भी काफी दिक्कत हो रही है.