किशनगंज: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की नजर सीमांचल पर है. पिछले दिनों बीजेपी के वरिष्ठ नेता और देश के गृह मंत्री अमित शाह भी पूर्णिया में रैली कर सियासी नब्ज टटोल चुके है, तो दूसरी तरफ महागठबंधन के सात दलों ने मिलकर पूर्णिया में हुंकार भरी थी. ऐसे में सवाल ये है कि सीमांचल दौरे से ओवैसी एक बार फिर अपनी सियासी पकड़ मजबूत तो नहीं कर रहे है.
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दो दिवसीय सीमांच दौरे पर ओवैसी : सीमांचल में ओवैसी की मौजूदगी से विरोधियों की एक बार फिर बेचैनी बढ़ गई है. राजनीतिक जानकार मानते है कि 48 घंटे में सीमांचल में ओवैसी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों उनके निशाने पर होंगे. मकसद साफ होगा, अपने समर्थकों पर पकड़ मजबूत करना और विरोधियों को पुराने अंदाज में एक बार फिर से शिकस्त देना. बता दें कि बिहार में एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान को छोड़कर बाकी चारों विधायकों ने एआईएमआईएम को छोड़कर लालटेन (आरजेडी) थाम लिया था. ऐसे में दो दिवसीय दौरे के दौरान ओवैसी की नजर मुसलमान वोटरो पर होगी.
''AIMIM चीफ ओवैसी आज अमौर के खाड़ी में सभा को संबोधित करेंगे. फिर कोचाधामन में कार्यकर्ताओँ से मिलेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे. दौरे के दूसरे दिन यानी 19 मार्च को लोहागाड़ा में कार्यकर्ताओँ से मिलेंगे. इसके बाद खरखरी भेरभेरी में भी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे.'' - इसाक आलम, जिलाध्यक्ष किशनगंज, एआईएमआईएम
सीमांचल में ओवैसी, टेंशन में RJD! : राजनीतिक जानकार की माने तो सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री से एक बार फिर पिछले विधानसभा चुनाव की तरह सबसे ज्यादा नुकसान आरजेडी को होगा. दरअसल, 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में सीमांचल में ओवैसी ने 5 सीटें जीती थी. हालाकि बाद में ओवैसी के चार विधायकों को आरजेडी ने अपनी पार्टी में शामिल करा लिया. वही दूसरी तरफ उम्मीद की जा रही है कि ओवैसी सीमांचल की धरती से विकास आयोग के गठन की बात जरूर करेंगे.
''आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सीमांचल के विकार की बात कही थी और इसके लिए आयोग गठने करने का वादा किया था. लेकिन उस पर आज तक कोई चर्चा नहीं हुई. ऐसा लगता है कि सीमांचल के लोगों को गुलाम और मजदूर बना कर रखना इनका मकसद हैं.'' - अख्तरुल ईमान, प्रदेश अध्यक्ष, AIMIM
'मुसलमानों का वोटिंग राइट समाप्त कर देना चाहिए' : बता दें सीमांचल का कई जिला पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है. यहां 60 से 70 फीसदी वोटर मुस्लिम है. सीमांचल में पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार जिले आते हैं. यहां लोकसभा की 4 और बिहार विधानसभा की 24 सीटें हैं. वहीं ओवैसी के सीमांचल दौरे से सियासत गर्मा गई है. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि मुसलमानों के वोटिंग राइट को समाप्त कर देना चाहिए.
''असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोगो से देश में मौजूद रहे तो तबाही मचेगी, इसलिए मुस्लिम लोगों के वोटिंग राइट समाप्त कर देना चाहिए. सीमांचल में ओवैसी के आने से कुछ नहीं होने वाला. ये लोग भारत का इस्लामीकरण करना चाहते हैं. लेकिन हम लोग ऐसा नहीं होंगे देंगे.'' - हरिभूषण ठाकुर बचौल, बीजेपी विधायक
आज और कल सीमांचल में ओवैसी की हुंकार : AIMIM चीफ ओवैसी सीमांचल अधिकार यात्रा 17 मार्च को पश्चिम बंगाल के बागडोगरा एयरपोर्ट से देर शाम किशनगंज के सर्किट हाउस पहुंचे. 18 मार्च यानी आज शनिवार को किशनगंज और किशनगंज के कोचधामन, पूर्णिया के आमोर. बायसी, कटिहार के बलरामपुर में सभा को संबोधित करेंगे. 19 मार्च रविवार को अररिया जिले के ठाकुरगंज, बहादुरगंज और जोकिहाट में जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके अलावा ओवैसी पदयात्रा (Adhikar Padyatra in Muslim dominated region) भी करेंगे.