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TET छात्रों ने शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला, नौकरी में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग

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Published : Oct 21, 2019, 10:18 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 11:38 PM IST

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बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के संरक्षक समरेन्द्र कुणाल ने बताया कि राज्य में बिहार टीईटी शिक्षक नियोजन रोजगार के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है.

कटिहार: प्रदेश में बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के बैनर तले सैकड़ों युवाओं ने जेपी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन आरजेडी नेता समरेन्द्र कुणाल के नेतृत्व में किया गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा का पुतला फूंका.

'दूसरे राज्यों की नौकरियों में रोका जा रहा है बिहारियों को'
बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के संरक्षक समरेन्द्र कुणाल ने बताया कि राज्य में बिहार टीईटी शिक्षक नियोजन रोजगार के नाम पर खानापूर्ति किया जा रहा है. बिहार सरकार और श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में एक लाख 80 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं. जिसमें मात्र 80 हजार पदों पर नियोजन की घोषणा की गई है. उसमें भी बाहरी राज्य विशेषकर झारखंड, बंगाल, यूपी के शिक्षकों से आवेदन लिया जा रहा है. जबकि दूसरे राज्यों की नौकरियों में बिहारियों को रोका जा रहा है.

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बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के संरक्षक समरेन्द्र कुणाल

'रोजगार के नाम पर चुनावी स्टंट कर रहे हैं नेता'
समरेन्द्र कुणाल ने बताया कि आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से पंचायत सचिव नहीं मिल रहे हैं. साथ ही प्रखंड मुख्यालय में आवेदन भी नहीं लिया जा रहा है. लोग आवेदन जमा करने के लिए भटक रहे हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि पंचायतों में आवेदन के लिए बेरोजगारों की भीड़ खड़ी कर नेता रोजगार देने का चुनावी स्टंट कर रहे हैं.

TET बेरोजगार छात्रों ने शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला

'लाखों टीईटी छात्रों का भविष्य हो जाएगा बर्बाद'
कुणाल ने कहा कि रिक्तियों के अनुसार नियोजन नहीं होने से राज्य के लाखों टीईटी छात्रों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा. छात्र कड़ी मेहनत और पैसा खर्च कर वर्ष 2011 से ही शिक्षक नियोजन का इन्तजार कर रहे हैं. 7 वर्षों के बीच आवश्यकता अनुसार नियोजन नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 के 90 हजार नियोजन में से दूसरे प्रदेशों के 30 हजार बेरोजगारों को लिया गया था. जबकि झारखंड की नौकरियों में डोमिसाइल के तहत बिहारी अभ्यर्थियों पर रोक लगा दी गयी है. कुणाल ने मांग की है कि झारखंड के तर्ज पर बिहार में भी डोमिसाइल नीति को राज्य सरकार लागू करे नहीं तो यह आन्दोलन और तेज किया जाएगा.

Intro:कटिहार

राज्य में बेरोजगारी के सवाल पर बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के बैनर तले सैकड़ो युवाओं ने स्थानीय जेपी चौक पर राजद नेता समरेन्द्र कुणाल के नेतृत्व में सूबे के शिक्षा मंत्री कृष्णनन्द वर्मा का पुतला जला कर विरोध प्रदर्शन किया।

Body:इस अवसर पर राजद नेता सह बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के संरक्षक समरेन्द्र कुणाल ने कहा कि बिहार टीईटी शिक्षक नियोजन रोजगार के नाम पर खानापूर्ति किया जा रहा है। कुणाल ने बताया कि बिहार सरकार एवं श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में एक लाख अस्सी हजार शिक्षकों का पद खाली है जिसमें सिर्फ अस्सी हजार पदों पर नियोजन की ही घोषणा किया गया है वहीं दूसरी ओर बाहरी राज्यों विशेषकर झारखण्ड बंगाल युपी के लाखों बेरोजगार राज्य शिक्षक नियोजन में आवेदन लिया जा रहा है जबकि दूसरे राज्यों की नौकरियों में बिहारियों को रोका जा रहा है। उन्होने बताया कि आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को पंचायत सचिव नहीं मिल रहे हैं प्रखंड मुख्यालय में आवेदन नहीं लिया जा रहा है लोग आवेदन जमा करने के लिए भटक रहें हैं। उन्होने कहा कि पंचायतों में आवेदन के लिए बेरोजगारों की भीड़ खड़ा कर रोजगार देने का चुनावी स्टंट कर रही है चुकि लगातार बढ़ती बेरोजगारी के कारण बेरोजगारों में आक्रोश पनप रहा है।

उन्होने ने कहा कि रिक्तियों के अनुसार नियोजन नहीं होने से राज्य के लाखों टीईटी छात्रों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा कड़ी मेहनत एवं पैसा खर्च कर वर्ष 2011 से शिक्षक नियोजन का इन्तजार कर रहें हैं। सात वर्षो के बीच आवश्यकता अनुसार नियोजन नहीं किया गया वहीं दूसरे राज्यों के टीईटी अभयर्थियों की भीड़ बढ़ रही है।नतीजतन बिहार के टीईटी अभयर्थियों के लिए गम्भीर स्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। उन्होने बताया कि वर्ष 2011 के 90 हजार नियोजन में तीस हजार बेरोजगारों दूसरे प्रदेशों के लोगों को लिया गया था जबकि झारखंड के नौकरियों में डोमिसाइल के तहत बिहारी अभ्यर्थियों पर रोक लगा दिया गया है। कुणाल ने कहा कि झारखण्ड के तर्ज पर सुबे के बेरोजगारों के लिए डोमिसाइल नीति लागू करे राज्य सरकार अन्यथा आन्दोलन और तेज किया जाएगा।

Conclusion:उन्होने कहा कि टीईटी अभयर्थियों के तीन सूत्रि मांगों को यथा राज्य के नौकरियों में बाहरी राज्यों को रोकने के लिए झारखंड की तरह बिहार में भी डोमिसाइल नीति लागू करे सरकार, 2011 से 2019 के बीच खाली तमाम एक लाख अस्सीज हजार पदों पर नियोजन एवं ऑन लाईन आवेदन की माँग को लेकर बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के द्वारा 29 अक्तूबर को पुन:प्रदर्शन किया जाएगा। कुणाल ने राज्य के तमाम राजनीतिक दलों से आन्दोलन को समर्थन की अपील किया है।

कुणाल ने बताया कि सरकार अभी तक कई जिलों में सही तरीके से रोस्टर भी जारी नहीं किया है टीईटी अभ्यर्थियो को गाँव गाँव आवेदन करने के लिए परेशान किया जा रहा है सरकार ऑन लाईन रिजल्ट देने की बात कह रही है लेकिन ऑन लाईन आवेदन नहीं लिया जा रहा एक तरफ डिजिटल इंडिया की बात हो रही है दूसरी आवेदन के लिए टीईटी अभ्यर्थियों को भाग दौड़ कराया जा रहा है।
Last Updated :Oct 21, 2019, 11:38 PM IST
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