ETV Bharat / state

EXCLUSIVE - जानलेवा बन रहा मोबाइल, 15 दिनों में रेलवे ट्रैक पर ईयरफोन इस्तेमाल के दौरान 5 राहगीरों की मौत

author img

By

Published : Sep 1, 2019, 3:17 PM IST

कटिहार-बरौनी रेलखण्ड पर पिछले 15 दिनों में रेलवे ट्रैक पर 5 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके पीछे की वजह ईयरफोन का प्रयोग है. इस संदर्भ में रेलवे ने एडवाइजरी जारी किया है.

मोबाईल की वजह से लाल पुल पर 5 लोगों की मौत

कटिहार: जिले के कटिहार-बरौनी रेलखण्ड पर स्थित लालपूल लोगों के लिए खतरनाक बनता जा रहा है. शॉर्टकट के चक्कर में लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर यहां से गुजरते हैं. अब तक इस पुल पर 15 दिनों के अंदर 5 लोगों की जान जा चुकी है. खासकर, मोबाइल और ईयरफोन के उपयोग के कारण लोगों की मौत हुई है.

लालपुल पर 15 दिनों में 5 लोगों की गई जान

शॉर्टकर्ट के चक्कर में जान गंवा रहे लोग
इस पुल पर लोग बेधड़क आवाजाही करते हैं. इन्हें न अपनी जान जाने का कोई डर है, और न ही किसी बड़े हादसे का. स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि इस पुल से पार करना शार्टकट पड़ता है. वर्ना, कई किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है. नजदीक के लोग इसी से पार करते हैं. कई बार इस ट्रैक के बगल में पुल की मांग की गई. लेकिन अब तक मांग की पूर्ति नहीं हुई. जिसके कारण लोग इससे गुजरने पर मजबूर हैं.

local person
स्थानीय ग्रामीण

कटिहार रेल डिवीजन ने जारी की एडवाइजरी
वहीं, ट्रैक पर ट्रेन से हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है. ईयर फोन लगा कर ट्रैक पर करने के चलते लोग ट्रेनों की चपेट में आ रहे हैं. हादसों को देखते हुए कटिहार रेल डिवीजन ने एडवाइजरी जारी की है. लोगों से अपील की गयी है कि रेलवे ट्रैक पर पैदल न चलें. ट्रैक पार करते समय सावधानीपूर्वक पटरियों के नजदीक कान लगाकर ट्रेनों की आवाज सुनकर पार करें.

senior dcm
सीनियर डीसीएम विवेकानंद द्विवेदी

सीनियर डीसीएम की लोगों से अपील
कटिहार रेल डिवीजन के सीनियर डीसीएम विवेकानंद द्विवेदी ने राहगीरों को ट्रैक पार करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है. डीसीएम ने कहा कि ट्रैक पार करते समय मोबाइल फोन का उपयोग ना करें. क्योंकि इससे दुर्घटनाएं हो रही हैं. रेलवे ट्रैक, रेलगाड़ियों की आवाजाही के लिए बना है, ना कि जनसामान्य लोगों के आवागमन के लिए. यदि बेवक्त ट्रैक पार करने की जरूरत पड़े तो पूरी तसल्ली से पटरियों को पार करें. पटरी पार करते समय मोबाइल पर बातें करने, गाने सुनने, वीडियो देखने और व्हाट्सएप संदेशों को देखने के चक्कर में कई लोगों की जान जा चुकी है. इसलिए मोबाइल का प्रयोग ट्रैक पर करने से बचें.

Intro:........मोबाइल फोन बनी जानलेवा .....। पन्द्रह दिनों के अन्दर कान में एयर फोन लगाकर अवैध तरीके से रेलवे ट्रैक पार कर रहे पाँच राहगिरों की कटकर मौत .....। परेशान रेल प्रशासन ने जनहित में जारी की एडवाइजरी कि ज़िन्दगी हैं कीमती .....इसे महफूज रखें मगर लोगों ने कहा कि क्या करें जल्दबाजी में शार्ट कट चलना अपनी आदत .......।


Body:यह दृश्य कटिहार - बरौनी रेलखण्ड के लालपूल के समीप का हैं जहाँ कारी कोसी नदी पर बने रेलवे ट्रैक को लोग बेधड़क पार कर रहें हैं ....। ऐसा नहीं कि स्थानीय ग्रामीणों के सामने अवैध तरीके से रेलवे ट्रैक पार करना मजबूरी हों , ऐसी बात नहीं हैं ....। गाँव का सीधा सम्पर्क सड़कों से जुड़ा हुआ हैं जो शहरों को जोड़ता हैं लेकिन जल्दबाजी और शार्ट कट के चक्कर में स्थानीय लोग इसे अपनी आदत बना मजबूरी बताते हैं .....। बीते दिनों इसी जगह कान में एयर फोन लगा रेल ट्रैक पार करते समय तीन लोगों की सीमांचल एक्सप्रेस से कटकर दर्दनाक मौत हो गयी थी ...। ठीक इसी तरह कटिहार - मनिहारी रेलखण्ड पर कुछ ऐसा ही हादसा हुआ जिसमें मोबाइल एयर फोन लगा ट्रैक पार करते समय युवक की कटकर मौत हो गयी .....। कान में मोबाइल एयर फोन लगा ट्रैक पर चलने के दौरान ट्रेनों की चपेट में आने बढ़ रहीं हादसों ने रेल प्रशासन को झकझोर कर रख दिया हैं । कटिहार रेल डिवीजन ने इस बाबत जनहित में एडवाइजरी जारी कर लोगों से अपील किया हैं कि रेल ट्रैक पर पैदल चलना अवैध हैं और यदि ट्रैक पार करते हैं तो सावधानीपूर्वक पटरियों के नजदीक कान लगाकर ट्रेनों की आवाज सुनकर लें और तसल्ली होने के बाद पटरियाँ पार करें .....। कटिहार रेल डिवीजन के सीनियर डीसीएम विवेकानंद द्विवेदी ने बताया कि राहगीर ट्रैक पार करते समय बिल्कुल सावधान रहें , मोबाइल फोन का उपयोग ना करें क्योंकि आपकी ज़िंदगी कीमती हैं , इसे महफूज रखें ......।


Conclusion:रेलवे ट्रैक , रेलगाड़ियों के आवाजाही के लिये बनी हैं ना कि जनसामान्य लोगों के आवागमन के लिये लेकिन फिर भी यदि बेवक्त ट्रैक पार करने की जरूरत आ पड़े तो राहगीरों को पूरी तसल्ली के साथ पटरियों से कान लगा आवाजे सुन और दायें - बायें देखकर ही पटरियाँ पार करनी चाहिये ....। आजकल पटरियाँ पार करते समय मोबाइल पर बातें करना , गाने सुनना , वीडियो देखना या व्हाट्सएप संदेशों को देखना फैशन बनता जा रहा हैं जो कानूनन गलत के साथ जानलेवा भी हैं । खासकर एंड्रॉयड फोन की बहुउद्देश्यीय गतिविधियाँ , सुविधा के साथ हादसों का कारण बनती जा रही हैं ....। इसलिये हम भी यही कहेगें " सावधानी हटी , दुर्घटना घटी " खूबसूरत ज़िन्दगी की कीमत समझें .....।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.