ETV Bharat / state

आकाशीय बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत, 2 महीने की बच्ची को नहीं आई खरोंच

author img

By

Published : Oct 21, 2019, 5:21 AM IST

2 महीने की नवजात.

दुर्घटना में अधौरा थाना इलाके के कोल्हुआ गांव निवासी वाल्मीकि यादव की पत्नी कमिता देवी की मौत हो गई, उनकी मां लाची देवी घायल हो गईं. लेकिन कमिता देवी की गोद में उनकी 2 महीने की बेटी बिल्कुल सही सलामत है.

कैमूर: जिले के अधौरा थाना इलाके में अधौरा-भभुआ सड़क के पास आकाशीय बिजली गिरने से एक सीआरपीएफ जवान सहित चार लोगों की मौत हो गई. वहीं एक महिला की गोद में 2 महीने की बच्ची को खरोंच तक नहीं आई. लोग इसे कुदरत का करिश्मा ही कह रहे हैं.

दरअसल, शनिवार की दोपहर तेज बारिश के कारण कुछ लोग अधौरा-भभुआ मार्ग पर गड़के मोड़ स्थित एक मड़ई में छुपे हुये थे. इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से सीआरपीएफ के एक जवान सहित चार लोगों की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हो गये. वहीं एक महिला की गोद में 2 महीने की बच्ची बिल्कुल सही सलामत बच गई.

आकाशीय बिजली गिरने से 4 की मौत.

डेढ़ साल पहले हुई थी महिला की शादी
दुर्घटना में अधौरा थाना इलाके के कोल्हुआ गांव निवासी वाल्मीकि यादव की पत्नी कमिता देवी की मौत हो गई, उनकी मां लाची देवी घायल हो गईं. लेकिन कमिता देवी की गोद में उनकी 2 महीने की बेटी बिल्कुल सही सलामत है. कमिता अपनी सास और बच्ची के साथ भभुआ जा रही थीं. तभी वे लोग तेज बारिश के कारण वहीं पास के मड़ई में छुप जाते हैं. जहां पहले से कुछ और लोग छिपे हुए थे. जिसके बाद ये हादसा हुआ. बता दें कि वाल्मीकि यादव की शादी डेढ़ साल पहले ही कमिता से हुई थी.

Intro:Body:कैमूर।

'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय'। ये कहावत आपने कई बार सुनी होगी। इस कहावत को साकार करती है एक छोटी मासूम नवजात बच्ची की कहानी।

आइये आपको बताते है क्या है पूरा माजरा।

शनिवार की दोपहर अधौरा थाना क्षेत्र के अधौरा - भभुआ मार्ग पर गड़के गांव के पास आकाशिय बिजली गिरने से सीआरपीएफ के एक जवान सहित चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि तीन घायल हुए थे। तेज बारिष की वजह से सभी गड़के मोड़ पर एक गुमटी के सामने मढ़ई में छुपे हुए थे। तभी अचानक बिजली मढ़ई पर गिर जाती हैं जिसमें मौके पर 4 लोगों की मौत हो जाती हैं।


इस दुर्घटना में अधौरा थाना क्षेत्र के कोल्हुआ गांव निवासी बाल्मीकि यादव की पत्नी कमिता देवी की मौत हो जाती हैं और माता लाची देवी घायल हो जाती हैं। लेकिन मां के गोद में 2 महीने से कम की बच्ची को एक खरोच तक नही आता हैं। आपकों बतादें की कमिता अपनी सांस और बच्ची के साथ भभुआ जा रही थी। तेज बारिष के होने के कारण अपनी बच्ची और सांस के साथ मढ़ई में छुप जाती हैं। जहां पहले से कुछ और लोग छुपे हुए थे। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। इस दर्दनाक हादसे में बाल्मीकि ने अपनी पत्नी को गवा दिया और मां घायल हो गई लेकिन पत्नी की निशानी दोनों की बेटी को एक खरोच तक नही आया। आपकों बतादे की बाल्मीकि की शादी डेढ़ साल पहले कमिता से हुई थी। दुर्घटना के वक़्त मढ़ई में मौजूद सभी लोगों पर वज्रपात का असर हुआ लेकिन मासूम नवजात को कुछ नही हुआ। लोगों के बीच कभी आस्चर्य हैं कि जिस बड़े हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई 3 घायल हो गए उस हादसे में बच्ची को कुछ नही हुआ।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.