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जमुई में मंडल कारा में बंद कैदी की मौत, शरीर पर मिले जख्म के निशान, परिजनों ने किया हंगामा

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Published : Sep 26, 2022, 7:44 PM IST

मंडल कारा में बंद कैदी की मौत
मंडल कारा में बंद कैदी की मौत

जमुई सदर अस्पताल (Jamui Sadar Hospital) में इलाज के दौरान बंदी की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि जेलर और स्थानीय थाने की पुलिस द्वारा पिटाई किए जाने से उक्त व्यक्ति की मौत हुई है. पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया. मृतक के शरीर पर जख्म के निशान मिले हैं. पढ़ें पूरी खबर.

जमुई: बिहार के जमुई मंडल कारा (Jamui Mandal Jail) में शराब मामले में बंद एक कैदी की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी मौत हो गई. बंदी की मौत की सूचना जैसे ही उसके परिजनों को लगी, परिजन सदर अस्पताल पहुंचे. जहां शव पड़ा देखा, जिसके बाद परिजनों ने शव लेकर जेल के गेट पर पहुंचे और वहां घंटों तक हंगामा किया.

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इलाज के दौरान कैदी की मौत: पूरा मामला जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र का है. मृतक की पहचान थाना क्षेत्र के पंचमहुआ गांव निवासी 48 वर्षीय जयराम यादव के रूप में की गई है. बताया जाता है कि 2015 के एक शराब तस्करी मामले में जयराम यादव नामजद अभियुक्त था. जिस वजह से गुरुवार की रात सिकंदरा पुलिस के द्वारा उसे गिरफ्तार कर कागजी प्रक्रिया के बाद शुक्रवार को जेल भेजा गया.

परिजनों ने लगाया आरोप: परिजनों ने बताया कि उस गिरफ्तारी के वक्त जयराम किसी बीमारी से ग्रसित भी नहीं था. सबकुछ ठीक-ठाक था. अचानक दोपहर में जानकारी मिली कि जयराम की तबियत बिगड़ गई गई है. जब सभी लोग अस्पताल पहुंचे तो देखा कि लावारिस अवस्था में सदर अस्पताल के स्ट्रेचर पर शव पड़ा हुआ है. उस वक्त शव के पास कोई नहीं था, जो जेल प्रशाशन के उदासीन रवैये और लापरवाही को दर्शाता है.

शव के साथ परिजनों ने किया हंगामा: सदर अस्पताल पहुंचे स्वजन और स्थानीय लोग शव को देखते ही आक्रोशित हो गए और जमकर हंगामा करने लगे. उसके बाद स्वजन शव को लेकर मंडल कारा गेट पर चले गए. जहां शव के साथ जेलर के खिलाफ आक्रोश जताते हुए बवाल काटने लगे. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे टाउन थानाध्यक्ष के द्वारा आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया गया लेकिन परिजन जेलर पर एफआईआर करने और मुआवजा की मांग के साथ वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे.

पुलिस ने लोगों को कराया शांत: बंदी की मौत और परिजनों द्वारा हंगामा किए जाने की सूचना मिलने के बाद जिला परिषद अध्यक्ष पति गुड्डू यादव पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास करने लगे, लेकिन आक्रोशित लोग कुछ मानने के लिए तैयार नहीं हो हुए. काफी प्रयास के बाद लोगों को शांत कराया गया. परिजनों ने बताया कि मृतक जयराम यादव के शरीर के कई हिस्सों पर जख्म के निशान हैं. जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि उसके साथ जेल के अंदर मारपीट की गई है. स्वजन ने बताया कि मृतक के हाथ के केहुनी, पीठ और गर्दन पर जख्म के निशान हैं.

"पिता जयराम यादव को दारू मामले में फंसाया गया था. शुक्रवार को जेल गए थे. किसी तरह की बीमारी नहीं थी, न ही तबीयत खराब था. थाना पुलिस के मारपीट से ही मेरे पिता की मौत हुई है. हमलोगों को सूचना मिला तो अस्पताल आऐ तो देखे शव पड़ा था."- रामप्रवेश कुमार, मृतक का बेटा

"शराब पीनी के मामले में सिकंदरा पुलिस उक्त व्यक्ति को जमुई जेल में डाल दिया था. जेलर और थानाध्यक्ष की पिटाई से धायल जयराम यादव की मौत हो गई."- मंटू यादव, ग्रामीण

"मामले की जानकारी हुई है. आक्रोशित लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया गया है. स्वजन द्वारा जेल के अंदर मारपीट करने का आरोप लगाया गया है. आवेदन देने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले की जांच की जा रही है."- राजीव कुमार तिवारी, टाउन थानाध्यक्ष, जमुई

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