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क्या RJD में करेंगे वापसी? बोले साधु- 'गाछे कटहल ओठे तेल'

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Published : Feb 19, 2022, 7:25 PM IST

आरजेडी में साधु यादव की वापसी
आरजेडी में साधु यादव की वापसी

क्या आरजेडी में साधु यादव की वापसी (Sadhu Yadav Returns to RJD) होगी? इसको लेकर भले ही पिछले कुछ दिनों से बिहार की सियासी हलकों में धीमी सी सुगबुगाहट होने लगी हो लेकिन खुद साधु ने इसे महज अफवाह करार दिया है. गोपालगंज में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि न जाने कहां से ऐसी चर्चा जोर पकड़ रही है.

गोपालगंज: पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भाई और गोपालगंज के पूर्व सांसद साधु यादव (Former MP Sadhu Yadav) ने आरजेडी में अपनी वापसी को लेकर चल रही अटकलों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि पता नहीं कहां से ये सब बातें चलती हैं. इन बातों में कहीं से कोई सच्चाई नहीं है. उन्होंने एक मुहावरे का प्रयोग करते हुए कहा कि 'गाछे कटहल ओठे तेल'.

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गोपालगंज में जब पत्रकारों ने साधु यादव से आरजेडी में पुन: वापसी की चर्चा पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. पूर्व सांसद ने कहा, 'गाछे कटहल ओठे तेल'. दरअसल इस कहावत का मतलब होता है कि कटहल का फल अभी गाछ में है, लेकिन लोग ओठ में तेल लगा बैठे हैं. अर्थात काम होने के पहले ही फल पाने की इच्छा हो जाती है.

शनिवार को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में साधु यादव की गोपालगंज कोर्ट में पेशी (Sadhu Yadav Appeared in Gopalganj Court) हुई है. कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया. ये मामला साल 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव का है. जहां 8 अगस्त 2010 को सरकारी अंगरक्षकों के साथ पूर्व सांसद अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. उनपर आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए सरकारी अंगरक्षकों को साथ लेकर पहुंचने का आरोप लगा था.

इस मामले में तत्कालीन मजिस्ट्रेट द्वारा आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का केस नगर थाने में दर्ज कराया था. इसी मामले में पूर्व सांसद को कोर्ट ने नोटिस दिया था, जिसमें आज कोर्ट के समक्ष पूर्व सांसद पेश हुए. बचाव पक्ष के अधिवक्ता रविभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि कोर्ट ने जजमेंट को सुरक्षित रख कर लिया है. वहीं पूर्व सांसद ने कहा कि आदर्श आचार संहिता का केस था, जिसमें नोटिस मिलने के बाद कोर्ट का सम्मान करते हुए हाजिर हुए. पूर्व सांसद ने कहा कि ऐसे ही केस हो जाता है और पता भी नहीं चलता है.

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