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भारत शुगर मिल से छोड़े गए कचरे से सैकड़ों मछलियों की मौत, मछली पालकों को भारी नुकसान

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Published : Jul 30, 2020, 2:19 PM IST

Updated : Jul 30, 2020, 2:41 PM IST

मछली पालकों ने बताया कि इसके पूर्व में ही मिल प्रबन्धक को आगाह किया गया था कि यहां छोआ( जहरीला पानी) नहीं फेंके. इससे मछलियों को नुकसान हो सकता है.

पानी में मरी हुई मछलियां
पानी में मरी हुई मछलियां

गोपालगंजः सिधवलिया प्रखण्ड के सिधवलिया गांव के तालाब में शुगर मिल से छोड़े गए जहरीले पानी(छोआ) को पीने से सैकड़ों मछलियों की मौत हो गई. इससे मछली पालकों के बीच परेशानी उत्पन्न हो गई. फिलहाल मछली पालक अपनी मरी हुई मछलियों को देख कर दुखी हैं.

मरी हुई मछलियां
मरी हुई मछलियां

भारत शुगर मिल से निकलता है कचरा
दरअसल सिधवलिया प्रखण्ड के सिधवलिया गांव में दर्जनों मछली पालक कई एकड़ में मछली पालन करते है. उसके ठीक बगल में ही भारत शुगर मिल चलता है. जिसका छोआ (कचरा) एक तालाब में डाला जाता है, लेकिन बाढ़ के पानी बढ़ने के कारण तालाब ओवर फ्लो हो गया और पूरा छोआ आस पास के तालाब में भी फैलने लगा. इसके बाद मछलियां जहरीले कचरे वाला पानी पीने से मरने लगी.

पानी में मरी हुई मछलियां
पानी में मरी हुई मछलियां

ये भी पढ़ेंः दरभंगा: ग्रामीणों की जुगाड़ नाव के सहारे बिजलीकर्मियों ने ठीक की गांव की बिजली

'मिल प्रबन्धक को किया गया था आगाह'
मछली पालकों ने बताया कि इसके पूर्व में ही मिल प्रबन्धक को आगाह किया गया था कि यहां छोआ नहीं फेंके. इससे मछलियों को नुकसान हो सकता है. इसके बावजूद उन्होंने जहरीला पानी लगातार तालाब में छोड़ा. जिसके कारण ये मछलियां उस पानी को पीकर मरने लगी हैं. यहां दर्जनों मछली पालक हैं. सभी लोगों की दस से पंद्रह लाख की मछलियां मर गई हैं.

गोपालगंजः सिधवलिया प्रखण्ड के सिधवलिया गांव के तालाब में शुगर मिल से छोड़े गए जहरीले पानी(छोआ) को पीने से सैकड़ों मछलियों की मौत हो गई. इससे मछली पालकों के बीच परेशानी उत्पन्न हो गई. फिलहाल मछली पालक अपनी मरी हुई मछलियों को देख कर दुखी हैं.

मरी हुई मछलियां
मरी हुई मछलियां

भारत शुगर मिल से निकलता है कचरा
दरअसल सिधवलिया प्रखण्ड के सिधवलिया गांव में दर्जनों मछली पालक कई एकड़ में मछली पालन करते है. उसके ठीक बगल में ही भारत शुगर मिल चलता है. जिसका छोआ (कचरा) एक तालाब में डाला जाता है, लेकिन बाढ़ के पानी बढ़ने के कारण तालाब ओवर फ्लो हो गया और पूरा छोआ आस पास के तालाब में भी फैलने लगा. इसके बाद मछलियां जहरीले कचरे वाला पानी पीने से मरने लगी.

पानी में मरी हुई मछलियां
पानी में मरी हुई मछलियां

ये भी पढ़ेंः दरभंगा: ग्रामीणों की जुगाड़ नाव के सहारे बिजलीकर्मियों ने ठीक की गांव की बिजली

'मिल प्रबन्धक को किया गया था आगाह'
मछली पालकों ने बताया कि इसके पूर्व में ही मिल प्रबन्धक को आगाह किया गया था कि यहां छोआ नहीं फेंके. इससे मछलियों को नुकसान हो सकता है. इसके बावजूद उन्होंने जहरीला पानी लगातार तालाब में छोड़ा. जिसके कारण ये मछलियां उस पानी को पीकर मरने लगी हैं. यहां दर्जनों मछली पालक हैं. सभी लोगों की दस से पंद्रह लाख की मछलियां मर गई हैं.

Last Updated : Jul 30, 2020, 2:41 PM IST
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