गया का पारा 44 डिग्री के पार, ANMMCH में बढ़ने लगी मरीजों की संख्या.. सुविधाएं नदारद

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Published : Apr 30, 2022, 12:18 PM IST

Updated : Apr 30, 2022, 1:38 PM IST

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गया की गर्मी काफी कहर बरपाती है. साल 2019 में गर्मी का कहर देखने को मिला था. जब हीटवेव से 2 दर्जन से अधिक लोगों की मौत सिर्फ 72 घंटे के अंतराल में हो गई थी. उसके बाद से मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था को पुख्ता करने की कोशिश के दावे विभाग के द्वारा किए जाते हैं.

गया: बिहार के गया जिले में भीषण गर्मी (Heat Wave In Bihar) से लोग परेशान हैं. सूरज की बढ़ती तपन से लोग बीमार भी पड़ रहे हैं. इसकी वजह से जिले के सबसे बड़े अस्पताल मगध मेडिकल कॉलेज को अलर्ट मोड पर रहने की हिदायत दी गई है. सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को कहा गया है, लेकिन इन सबके बीच यहां एंबुलेंस अब भी धक्का मारकर ही स्टार्ट करते देखा जा रहा है. ऐसी स्थिति से जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुलती नजर आ रही है.

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गया जिले में तापमान 44 डिग्री के पार चला गया है. ऐसे में मगध प्रमंडल के सबसे बड़े अस्पताल मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Patient In Magadh Medical College Gaya) को स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट पर रखा है. अस्पताल प्रशासन यहां सुविधाओं के पुख्ता होने का (Health Department Office Gaya) दावा कर रहा है. हालांकि इन दावों को मेडिकल अस्पताल में व्याप्त कई कमियां झुठला रही है. इस अस्पताल में मौजूद एंबुलेंस को धक्का मारकर स्टार्ट करते हुए देखा जा सकता है.

मेडिकल में बढ़े 20 प्रतिशत मरीज: अस्पतालों में बीमार लोगों के मामले भी बढ़ने लगे हैं. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आम दिनों में 600 मरीज आते थे, लेकिन अब इनकी संख्या 720 के आसपास रोजाना आ रही है. जिनमें 100 के आसपास मरीज गर्मी और लू की चपेट में आने वाले हैं. जो अस्पताल में आकर इलाज करवा रहे हैं.

मरीजों के लिए नहीं है पूरी व्यवस्था: वहीं मेडिकल में इलाज करा रहे कुछ लोगों का कहना है कि यहां व्यवस्था ठीक तो है, लेकिन पूरी तरह संतुष्ट करने वाली नहीं है. अस्पताल में लोगों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस अस्पताल में सारी सुविधाएं रहनी चाहिए. लेकिन उपलब्ध नहीं है. दूसरे मरीज के परिजन ने बताया कि गया में काफी गर्मी है. इस कारण बीमार होने की संख्या ज्यादा है. जिसके बाद मेडिकल में इलाज करवाने को लेकर लोग पहुंच रहे हैं. लेकिन यहां अस्पताल में व्यवस्था अच्छी नहीं है. परिजनों ने यह भी कहा कि हम सभी लोग यहां की सुविधाओं में सुधार की मांग करते हैं.
'सरकार के निर्देशों का हो रहा पालन': वहीं मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक प्रदीप कुमार अग्रवाल (Hospital Superintendent Pradeep Kumar Agrawal) ने बताया कि हीटवेव को लेकर तैयारियां पुख्ता की गई हैं. वार्डों को तैयार रखा गया है. अतिरिक्त बिल्डिंग की भी व्यवस्था की गई है, जिससे ज्यादा बीमार होने पर लोगों को वहां भी शिफ्ट किया जा सके. सरकार के निर्देशों के अनुसार सारी व्यवस्थाएं मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हैं. मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हो रही है. अस्पताल में मरीज सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा आने लगे हैं. पहले ओपीडी में 600 मरीज आते थे. अब 720 के करीब मरीज अपने इलाज के लिए आ रहे हैं. गर्मी की तपिश से लू लगने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है.
2019 में हीटवेव से 2 दर्जन से अधिक मौतें: गौरतलब है कि गया की गर्मी काफी कहर बरपाती है. साल 2019 में गर्मी का कहर देखने को मिला था. जब हीटवेव से 2 दर्जन से अधिक लोगों की मौत सिर्फ 72 घंटे के अंतराल में हो गई थी. उसके बाद से मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था को पुख्ता करने की कोशिश के दावे विभाग के द्वारा किए जाते हैं.

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Last Updated :Apr 30, 2022, 1:38 PM IST
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