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भागलपुर में पदस्थापित सार्जेंट जवान का शव पहुंचा गया, ग्रामीणों ने सड़क जामकर की आगजनी

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 29, 2023, 3:37 PM IST

परिजनों को हत्या की आशंका
परिजनों को हत्या की आशंका

Sergeant Abhishek Died in Bhagalpur : भागलपुर में पदस्थापित गया के सार्जेंट जवान का शव मंगलवार को उसके पैतृक गांव लाया गया. इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने शव के साथ सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप है कि अभिषेक की भागलपुर पुलिस लाइन में हत्या कर दी गई है और इसे आत्महत्या बताया जा रहा है. इसलिए मामले की निष्पक्ष रूप से जांच की जाए. पढ़ें पूरी खबर..

गया: बिहार के गया के रहने वाले 28 वर्षीय अभिषेक कुमार का शव गया पहुंचा. वह भागलपुर के पुलिस लाइन में सार्जेंट के पद पर तैनात थे. मृतक गया जिले के चेरकी थाना क्षेत्र के जमड़ी गांव का रहने वाला था. इसके बाद आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने गया-चेरकी मुख्य सड़क मार्ग को वायरलेस गांव के पास शव के साथ जाम कर दिया. इस दौरान लोगों ने आगजनी कर प्रदर्शन किया.

भागलपुर पुलिस लाइन में पदस्थापित था आभिषेक : शव के पहुंचते ही परिजनों में मातम का माहौल हो गया. परिजन चीत्कार कर रोने लगे. इस मौके पर मृतक जवान के छोटे भाई विवेक कुमार ने बताया कि उनका भाई अभिषेक कुमार भागलपुर के पुलिस लाइन में सार्जेंट के पद पर तैनात था. कल वहां के पुलिसकर्मियों ने यह सूचना दी कि आपके भाई की तबीयत खराब है. इसके बाद हमलोग भागलपुर पुलिस लाइन पहुंचे. वहां हमे बताया गया कि अभिषेक ने आत्महत्या कर ली है.

"यह सरासर एक साजिश है. अभिषेक लगातार परिजनों को फोन पर यह बता रहा था कि यहां हमें फंसाने की साजिश चल रही है. भागलपुर पुलिस लाइन के डीएसपी और मुंशी लगातार फर्जी कागजात पर साइन करने का दबाव बना रहे हैं. दो दिन पहले यह पता चला कि हमारा फर्जी हस्ताक्षर बनाकर कई कागजात पर अवैध तरीके से हस्ताक्षर किया गया हैं. इसके बाद अभिषेक ने इसकी जानकारी वहां के एसएसपी को देने की बात कही. इसी से नाराज होकर डीएसपी व मुंशी ने हत्या कर दी है." - विवेक कुमार, मृतक का भाई

अभिषेक की मौत की जांच की मांग : विवेक ने बताया कि जब हमलोग वहां पहुंचे तो अभिषेक का हाथ टूटा हुआ था, जो व्यक्ति आत्महत्या करेगा उसका हाथ कैसे टूट सकता है? उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे भाई की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. हमलोग पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करते हैं. वहीं मौके पर मौजूद मृतक के पिता परमानंद सिंह ने बताया कि हमारे घर की हालत ठीक नहीं है. हम किसी तरह निजी संस्थान में काम कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.

"दो साल पहले बड़े बेटे अभिषेक की नौकरी भागलपुर पुलिस लाइन में सार्जेंट के पद पर लगी थी, लेकिन वहां भी पुलिसकर्मियों ने साजिश कर उसकी हत्या कर दी. अभिषेक पर लगातार फर्जी कागजात पर दस्तखत करने का दबाव बनाया जा रहा था. हम मांग करते हैं कि पूरे मामले की जांच की जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो." - परमानंद सिंह, मृतक के पिता

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