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शेल्टर होम में कथित यौन उत्पीड़न को लेकर गया से पटना तक हड़कंप, बोले DM - थोड़ी भी सच्चाई होगी तो त्वरित कार्रवाई करेंगे

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Published : Aug 13, 2021, 1:33 PM IST

बालिका सुधार गृह (Girls Shelter Home) की एक युवकी के यौन शोषण के आरोप के बाद मामले में जांच टीम का गठन किया गया है, जो 2-3 दिनों में रिपोर्ट जमा करेगी. वहीं डीएम ने कहा है कि इस में अगर थोड़ी भी सच्चाई होगी, तो कार्रवाई की जाएगी. पढ़ें पूरी खबर...

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गया: बिहार के गया जिले के बोधगया स्थित बालिका सुधार गृह ( Shelter Home) में नवादा के रहने वाली एक लड़की के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. इस मामले में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि अगर इसमें थोड़ी भी सच्चाई है, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

दरअसल, बाल का सुधार गृह में आवासीत नवादा जिले के एक किशोरी द्वारा लगाए गए यौन शोषण संबंधी आरोप को जिला बाल संरक्षण इकाई खारिज कर रही है. जिला बाल संरक्षण इकाई (Child Protection Unit) ने सीधे तौर पर बताया है कि वहां पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था में इस तरह की घटना होना नामुमकिन है. हालांकि इस मामले में राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है.

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वहीं गया जिला अधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि इस मामले में थोड़ी भी सच्चाई होने पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी ने बताया कि जिला स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है. इस समिति में अनुमंडल पदाधिकारी सदर, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, पुलिस उपाधीक्षक बोधगया, वरीय उप समाहर्ता, सहायक निदेशक बाल संरक्षण पदाधिकारी, महिला थाना के थानाध्यक्ष में शामिल किया गया.

उन्होंने बताया कि बाल गृह बोधगया में आवासीत लड़कियों से भी पूछताछ की गई है, बालिका गृह में रहनेवाली अन्य बालिकाओं द्वारा लिखित स्टेटमेंट भी दिया गया है कि यहां पर इस तरह की कोई घटना बालिका गृह में नहीं हुई है. वहीं बालिका गृह में लगे सीसीटीवी की जांच रिपोर्ट दो से तीन दिन में आ सकती है. बालिका गृह के कर्मियों, कुक, महिला पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी से पूछताछ की गई है. कर्मियों द्वारा भी बताया गया कि यौन शोषण का आरोप बिल्कुल गलत है.

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डीएम के अनुसार, प्रथम दृष्टया में पीड़िता के साथ इस तरह के कुछ भी घटना नहीं होना प्रतीत होता है. वहीं राज्य स्तर से भी समाज कल्याण विभाग की टीम द्वारा इस घटना की जांच की जा रही है. वहीं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी समाज कल्याण विभाग पटना मुख्यालय द्वारा भी की जाती है. बालिका गृह में 20 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. इस मामले में राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय जांच कमेटी काफी गंभीरता से और निचले स्तर तक की जांच कर रही है.



गौरतलब है कि घर से भागने के मामले में नवादा सिविल कोर्ट के द्वारा लड़की को बोधगया के बालिका गृह में रखने का आदेश दिया गया था. 13 जुलाई से 10 अगस्त तक बालिका गृह में लड़की रह रही थी, इसी दौरान लड़की को 10 अगस्त को उसके परिजनों द्वारा नवादा ले जाया गया, जहां लड़की ने पूरी आपबीती बताई.

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परिजनों ने पीड़ित लड़की द्वारा नवादा सिविल कोर्ट में एक आरोप पत्र दाखिल करवाया. जिसमें बोधगया बालिका गृह में अपने साथ हुए यौन शोषण की जानकारी लड़की ने दी. इस पत्र के जरिए पीड़िता ने बालिका गृह में रह रही मैडम और कुछ कर्मियों पर संगीन आरोप लगाएं हैं.

पीड़िता का आरोप है कि बालिका गृह में मैडम और कुछ कर्मी रात में खाने के दौरान नशीली दवाइयां मिला देते थे. इसके बाद उनके साथ गलत काम किया जाता था. जब इसकी शिकायत बालिका गृह की मैडम से की जाती थी तो उसे डराया-धमकाया जाता था और उसे चुप करा दिया जाता था. पीड़िता ने अपने पत्र में ये भी लिखा है कि सिर्फ मेरे साथ नहीं अन्य लड़कियों के साथ यही सब हर रात होता है.

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