PFI पर पांच साल का बैन लगाए जाने के बाद मोतिहारी में उसके सदस्य हुए भूमिगत, सोशल मीडिया अकाउंट डिलिट

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Published : Sep 29, 2022, 8:51 PM IST

पीएफआई के सदस्यों ने डिलीट किया सोशल मीडिया अकाउंट

पूर्वी चंपारण जिला के चकिया और मेहसी प्रखंड में कई लोग पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सक्रिय सदस्य हैं. कई सोशल मीडिया अकांउट आपत्तिजनक सामग्रियों की भरमार रही है, लेकिन केंद्र द्वारा पीएफआई को बैन किए जाने के बाद सभी सोशल मीडिया अकाउंट डिलिट कर दिए गए हैं. पढ़ें पूरी खबर.

मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के चकिया और मेहसी प्रखंड में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India)(PFI) की अच्छी-खासी पैठ रही है. कई लोग इसके सक्रिय सदस्य हैं. कई सोशल मीडिया अकांउट आपत्तिजनक सामग्रियों की भरमार रही है. लेकिन केंद्र द्वारा पीएफआई को बैन किए जाने के बाद सभी सोशल मीडिया अकाउंट डिलिट कर दिए गए हैं.

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PFI के सदस्यों ने डिलीट किया अकाउंट: पटना के फुलवारी से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद जिले का चकिया प्रखंड सुर्खियों में आया था. पटना पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में चकिया के कुंअवा के रहने वाले रेयाज का नाम भी शामिल था, जो फरार चल रहा है. पटना पुलिस के अलावा एनआईए की टीम रेयाज के घर पर छापेमारी कर चुकी है. छापेमारी में कई दस्तावेज जब्त किए गए थे.

छापेमारी के दौरान वायरल हुआ था वीडियो: छापेमारी के दौरान चकिया में पीएफआई का झंडा लगाकर युवकों को ट्रेनिंग देने वाला एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में चकिया का रहने वाला सुल्तान उस्मान खान युवकों को ट्रेनिंग देता दिख रहा है. वीडियो सामने आने के बाद से ट्रेनिंग देने वाला सुल्तान उस्मान खान फरार है. युवकों को ट्रेनिंग देने वाले युवक ने अपने नाम सुल्तान उस्मान खान से बने फेसबुक अकाउंट भी बनाया था. जिसमें पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक सामग्री अपलोड थे, लेकिन पीएफआई पर पांच साल के लिए पाबंदी लगाये जाने के बाद फेसबुक अकाउंट डिलिट कर दिया गया है.

सोशल मीडिया पर डाले गये थे आपत्ती जनक सामग्री: ट्रेनिंग का वीडियो चकिया के गांधी मैदान का बताया गया था. ट्रेनिंग दे रहे सुल्तान उस्मान खान ने इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाला था, जिसे अब डिलिट कर दिया गया है. सुल्तान उस्मान खान नाम से बने फेसबुक अकाउंट पर कई तरह के आपत्तिजनक सामग्री को डाला गया था. उसी सोशल मीडिया अकाउंट में ट्रेनिंग का वीडियो भी था.

सोशल मीडिया पर डाले गये थे कई पोस्टर: वीडियो पर ट्रेनिंग की तिथि 30 नवंबर 2021 अंकित है और वीडियो को एडिट भी किया गया है. सुल्तान उस्मान खान ने अपने डिलिट किए गए फेसबुक प्रोफाइल में खुद को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का सदस्य बताया था. उसने अपने फेसबुक अकाउंट से "गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा" स्लोगन को भी पोस्ट किया था. जिसपर लगभग 34 कमेंट थे. इसके अलावा बाबरी विध्वंस के खिलाफ पीएफआई का पोस्टर लगाते हुए उसकी तस्वीर भी थी.

पीएम के बिहार दौरे के दौरान हुआ था खुलासा: दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के दौरान साजिश रचने में पटना के फुलवारी शरीफ से अतहर और जलालुद्दीन के साथ चकिया के रियाज मॉरिफ उर्फ बब्लू का नाम सामने आया था. जिसकी तलाश में पटना पुलिस चकिया भी आई थी. लेकिन जब एनआईए ने पटना पुलिस से केस अपने हाथ में लिया, उसके बाद एनआईए की टीम भी रेयाज के घर पहुंची थी.

चकिया क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं पीएफआई के सदस्य: बता दें कि चकिया और मेहसी क्षेत्र में विगत कई वर्षों से पीएफआई के आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाए जाते रहे हैं. जो कभी अगर मीडिया में आ गया, तो पुलिस हरकत में आती है नहीं तो पुलिस भी उन पोस्टर्स को देख नजरअंदाज कर देती है. जबकि बताया यहां तक जा रहा है कि चकिया और मेहसी के एक समुदाय विशेष के बीच पीएफआई ने काफी पैठ बना ली है. जिसकी भनक तक जिला पुलिस को नहीं है.

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