दरभंगाः गरीब और बेसहारा लोगों को ठंड से बचाने की मुकम्मल व्यवस्था करने का दरभंगा नगर निगम का दावा खोखला साबित हो रहा है. नगर निगम ने शहर के लालबाग स्थित तीन मंजिला भवन में 50 बेड का आश्रय स्थल सह रैन बसेरा बनाया है. इसका उद्घाटन अगस्त 2018 में बिहार के तत्कालीन नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने किया था. तीन मंजिला यह भवन बाहर से भले ही चकाचक दिखता हो लेकिन अंदर की व्यवस्था अच्छी नहीं है.
नगर निगम के आश्रय स्थल सह रैन बसेरा में ठहरे खगड़िया जिले के अंगद कुमार ने कहा कि यहां न तो ढंग से रोशनी की व्यवस्था है और न ही सोने की. मच्छरदानी भी उपलब्ध नहीं कराई गई है. कमरे की खिड़कियां टूटी हुई हैं. जिससे ठंडी हवा कमरे में प्रवेश कर रही है. उन्होंने कहा कि यहां पीने के शुद्ध पानी की भी व्यवस्था नहीं है.
'सुधार के लिए नगर निगम को लिखा गया है पत्र'
आश्रय स्थल सह रैन बसेरा की मैनेजर रूबी कुमारी ने कहा कि इस रैन बसेरा के हॉल की खिड़कियां टूटी हुई हैं और कई दरवाजे भी क्षतिग्रस्त हैं. पीने के शुद्ध पानी के लिए लगा आरओ वाटर प्यूरीफायर खराब है, जबकि बाथरूम में लगे नल से 24 घंटे पानी टपकता है. सुरक्षा के लिए सीसीटीवी भी नहीं लगाए गए हैं. व्यवस्था में सुधार के लिए नगर निगम को लिखा गया है.
वहीं, दरभंगा नगर निगम के आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने कहा कि निगम की ओर से संचालित आश्रय स्थल सह रैन बसेरों की व्यवस्था दुरुस्त की गई है. उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में पर्याप्त बिस्तर और खाने-पीने की व्यवस्था है. नगर आयुक्त ने कहा कि शहरी बेसहारा-गरीब लोगों को चिह्नित कर इन रैन बसेरों में लाकर रखने की व्यवस्था की जा रही है.